जयपुर, 25 अप्रेल। केन्द्र सरकार ने राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर हो रही गेहूं खरीद के मापदण्डों में छूट प्रदान करते हुए फिलहाल 50 प्रतिशत तक चमकहीन गेहूं खरीदनें की अनुमति प्रदान कर दी है। बारिश एवं ओलावृष्टि प्रभावित जिलों में 25 अप्रेल से पुनः गेहूं खरीद शुरू हो जायेगी। यह जानकारी बुधवार को खाद्य सचिव श्रीमती मुग्धा सिंन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रदेश में बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं की उपज एवं फसल को नुकसान हुआ था, जिसके कारण गेहूं की चमक फीकी हो गई थी।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के निर्धारित मापदण्डों के तहत चमकहीन गेहूं नहीं खरीदा जा सकता है। श्रीमती सिन्हा ने बताया कि किसानों की समस्या को देखते हुए फसल पर गुणात्मक एवं मात्रात्मक क्षति से भारत सरकार को अवगत कराया गया था और उसमें निर्धारित गुणवत्ता मापदण्ड में गेहूं की चमक को हटाने या अधिकतम रियायत प्रदान करने की अनुमति देने का आग्रह किया गया था। उन्होंने बताया कि भारत सरकार से 50 प्रतिशत से अधिक चमकहीन हुए गहूं की खरीद की अनुमति के लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं।
श्रीमती सिन्हा ने बताया कि बेमौसम बारिश से मुख्य रूप से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, कोटा, बारां एवं बून्दी जिलों में गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से कोटा संभाग में तथा 1 अप्रेल से अन्य संभागों में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की जा रही हैं। प्रदेश में गेहूं की खरीद भारतीय खाद्य निगम एवं राजफैड़ द्वारा स्थापित किये गये केन्द्रों पर हो रही है।