जयपुर, 25 अप्रेल। मुख्य सचिव श्री डी.बी. गुप्ता ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार के विभाग एवं उपक्रम आपस में समन्वय स्थापित करते हुए भूगर्भीय परियोजनाओं पर पूर्ण उत्तरदायित्व के साथ कार्य करेंं ताकि राज्य में खनिज खनन के कार्यों को गति मिल सके।
श्री गुप्ता बुधवार को सचिवालय में खान एवं भू विज्ञान विभाग के अधिकारियों के साथ वार्षिक रणनीतिक संवाद, 2019 की बैठक को संबोधित कर रहे थे ।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि ऎसे खनिज ब्लॉक्स की पहचान की जाए जिन्हे सफलतापूर्वक नीलाम किया जा सके । उन्होंने कहा कि भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण, इण्डियन ब्यूरो ऑफ माइन्स एवं अन्य संबंधित एजेन्सियों को परस्पर समन्वय के साथ काम करना होगा। राज्य में खनिज सम्पदाओं का अथाह भंडार है। खनिज खनन से राज्य को अच्छा राजस्व मिल सकता है। उन्होंने अधिकारियों को अवैध खनिज खनन पर कड़ाई से अंकुश लगाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में खान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुदर्शन सेठी ने बताया कि राज्य में खान एवं भू-विज्ञान विभाग द्वारा खोजे गए 6 लाइमस्टोन ब्लॉक्स की नीलामी की जा चुकी है। उन्होेंने बताया कि राज्य में खनिज पोटाश के वृहद भंडार उपलब्ध हैं, जिसके खनन के लिए राज्य सरकार योजना बना रही है।
बैठक में भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के उपमहानिदेशक डॉ. कृष्ण दत्त ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा राज्य में स्वर्ण, पोटाश और लाइमस्टोन गअवेशण के क्षेत्र में गहन कार्य किये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जी.एस.आई बिना वनों को नुकसान पंहुचाए खनन कार्य कर रहा है। बैठक में इण्डियन ब्यूरो ऑफ माइन्स के रीजनल कंट्रोलर श्री बी.एल. कोटरीवाल सहित खान एवं भूविज्ञान विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।