लोकसभा आम चुनाव-2019 — राज्य में प्रथम चरण के मतदान की सभी तैयारियां पूर्ण, मतदान सोमवार को, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिक से अधिक मतदाताओं से की मतदान की अपील

जयपुर 29 अप्रेल। लोकसभा आम चुनाव-2019 के प्रथम चरण में आने वाली सभी 13 सीटों के लिए सोमवार को प्रातः 7 से सायं 6 बजे तक कराया जाएगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी आवष्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। मौसम को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर छाया एवं पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने मतदाताओं से अपील की है कि वे देष की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निर्भय होकर मतदान करें।
 
2.57 करोड़ से अधिक मतदाता कर सकेंगे मतदान
श्री कुमार ने बताया कि राज्य में 18 अपे्रल को 4 करोड़ 89 लाख 56 हजार 634 मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव में राज्य के पहले चरण में 2 करोड़ 57 लाख 50 हजार 378 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें से 1 करोड़ 32 लाख 81 हजार 510 पुरूष और 1 करोड़ 24 लाख 68 हजार 726 महिला मतदाता एवं 142 अन्य मतदाता हैं इनमें से लगभग  साढे 6 लाख नव मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 51 हजार 965 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से प्रथम चरण में मतदाता 28 हजार 182 मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे।
श्री कुमार नेे बताया कि लोकसभा क्षेत्र टोेंक-सवाईमाधोपुर में कुल 19 लाख 43 हजार 668 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 21 हजार, 907 पुरुष मतदाता, 9 लाख 21 हजार 760 महिला एवं 1 अन्य मतदाता हैं। इसी तरह अजमेर में कुल 18 लाख 72 हजार 816 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 54 हजार, 240 पुरुष मतदाता, 9 लाख 18 हजार 564 महिला एवं 12 अन्य मतदाता हैं। पाली में कुल 21 लाख 56 हजार 774 मतदाता हैं, इनमें से 11 लाख 23 हजार, 92 पुरुष मतदाता, 10 लाख 33 हजार 664 महिला एवं 18 अन्य मतदाता हैं।
उन्होंने बताया कि जोधपुर में कुल 19 लाख 51 हजार 393 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 21 हजार, 166 पुरुष मतदाता, 9 लाख 30 हजार 215 महिला एवं 12 अन्य मतदाता हैं। बाड़मेर में कुल 19 लाख 39 हजार 19 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 31 हजार, 184 पुरुष मतदाता, 9 लाख 7 हजार 822 महिला एवं 13 अन्य मतदाता हैं। इसी तरह जालौर में कुल 20 लाख 70 हजार 899 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 89 हजार, 206 पुरुष मतदाता, 9 लाख 81 हजार 680 महिला एवं 13 अन्य मतदाता हैं।
श्री कुमार ने बताया कि उदयपुर में कुल 20 लाख 69 हजार 298 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 49 हजार, 251 पुरुष मतदाता, 10 लाख 20 हजार 46 महिला एवं 1 अन्य मतदाता हैं। बांसवाड़ा में कुल 19 लाख 75 हजार 198 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 96 हजार, 762 पुरुष मतदाता, 9 लाख 78 हजार 429 महिला एवं 7 अन्य मतदाता हैं।
उन्होंने बताया कि चितौड़गढ़ में कुल 20 लाख 15 हजार 401 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 17 हजार, 386 पुरुष मतदाता, 9 लाख 98 हजार 1 महिला एवं 14 अन्य मतदाता हैं। इसी तरह राजसमंद में कुल 19 लाख 9 हजार 341 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 80 हजार, 556 पुरुष मतदाता, 9 लाख 28 हजार 771 महिला एवं 14 अन्य मतदाता हैं। भीलवाड़ा में कुल 19 लाख 95 हजार 863 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 14 हजार, 654 पुरुष मतदाता, 9 लाख 81 हजार 204 महिला एवं 5 अन्य मतदाता हैं।
श्री कुमार ने बताया कि कोटा में कुल 19 लाख 47 हजार 245 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 5 हजार, 844 पुरुष मतदाता, 9 लाख 41 हजार 385 महिला एवं 16 अन्य मतदाता हैं और झालावाड़-बारां में कुल 19 लाख 3 हजार 463 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 76 हजार, 262 पुरुष मतदाता, 9 लाख 27 हजार 185 महिला एवं 16 अन्य मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
26 हजार से ज्यादा हैं सर्विस वोटर्स
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य में सेवानियोजित मतदाताओं की संख्या 26 हजार 633 है, इनमें 25 हजार 755 पुरुष और 878 महिला मतदाता हैं, जिनको ईटीपीबीएस के माध्यम से पोस्टल बेलेट पेपर प्रेषित किए जा चुके हैं।
1 लाख 12 हजार कार्मिक रहेंगे मतदान केंद्रों पर
उन्होंने बताया कि 13 संसदीय सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 1 लाख 12 हजार 728 कार्मिकों की नियुक्ति की गई है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इन सीटों के लिए 13 सामान्य, 7 पुलिस एवं 16 व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 28182 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें से सर्वाधिक 2552 पोलिंग बूथ बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र एवं सबसे कम 1951 बूथ अजमेर संसदीय क्षेत्र में स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण 5 हजार 446 संवेदनशील बूथ चिन्हित किये गये हैं।
28182 मतदान दल हुए रवाना
श्री कुमार ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान के लिये पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। चित्तौड़गढ़ एवं बाड़मेर जिले के क्रमशः 02 एवं 03 विधानसभा क्षेत्र के लिये 1551 मतदान दलों को शनिवार 27 अप्रैल को रवाना किया जा चुका है, जो अपने गंतव्य पर पहुंच गये हैं। शेष 26,631 दलों की रवानगी भी आज की जा चुकी है तथा यह दल आज ही रात तक अपने मतदान केन्द्र तक पहुंच जायेंगे। लगभग 1 लाख 50 हजार से अधिक मतदानकर्मी एवं सुरक्षाकर्मी शांतिपूर्वक मतदान सम्पन्न करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
2222 माइक्रो ऑब्जर्वर संवेदनशील बूथों पर 
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रथम चरण के चुनाव में 2222 संवेदनशील बूथों पर माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। जिसमें सर्वाधिक माइक्रो ऑब्जर्वर 302 टोंक-सवाईमाधोपुर संसदीय क्षेत्र में, कोटा में 260, राजसमंद में 190 संवेदनशील केंद्रों पर नजर रखेंगे। इसके अलावा 1942 केंद्रों पर वीडियाग्राफर्स भी तैनात किए गए हैं।
पहले चरण में 115 उम्मीदवार चुनावी मैदान में 
श्री कुमार नेे बताया कि पहले चरण में लोकसभा क्षेत्र कोटा एवं जालौर में सर्वाधिक 15-15 प्रत्याशी तथा सबसे कम भीलवाडा संसदीय क्षेत्र में 4 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इसी प्रकार संसदीय क्षेत्र टोेंक-सवाईमाधोपुर से 8, अजमेर से 7, पाली से 8, जोधपुर से 10, बाड़मेर से 7, उदयपुर से 9, बांसवाड़ा से 5, चितौड़गढ़ से 10, राजसमंद से 10, और झालावाड़-बारां में 7 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इस तरह सभी 13 लोकसभा सीटों के लिए 115 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे।
करोड़ों रूपये का अवैध धन और शराब जब्त
उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कुल 03.34 करोड़ रूपये नगद, शराब अनुमानित मूल्य रूपये 5.60 करोड़, 13.04 करोड़ रूपये मूल्य की ड्रग एवं नारकोटिक पदार्थ, सोना चांदी एवं अन्य मूल्यवान वस्तुएं जिनका मूल्य 7.38 करोड रूपये तथा अन्य वस्तुएं एवं विभिन्न प्रकार के वाहन जिनका अनुमानित मूल्य 3.28 करोड़ रूप्ए जब्त किए गए हैं। इस तरह कुल 32.63 करोड़ रूपये मूल्य की विभिन्न जब्तियां की गई हैं। राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात विभिन्न वाहनों की चौकिंग पश्चात फाइन या पेनल्टी के 12.57 करोड़ रूपये जमा किये गये।
अवैध हथियार और विस्फोटक पदार्थो की जब्ती
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात 2361 अवैध हथियार, 1577 कारट्रिज 2760 किलोग्राम विस्फोटक पदाथोर्ं की जब्ती की गई है। राज्य में कुल 1 लाख 72 हजार 6 हथियारों के लाइसेंस जारी किये हुये है। अब तक कुल 158230 लाइसेंस हथियार जमा करा चुके हैं। राज्य में अब तक सीआरपीएफ के निरोधात्मक प्रावधानों के तहत 113024 प्रकरणों में 228588 व्यक्तियों को पाबंद किया गया है। कुल 143084 गैर जमानती वारंटों की तामील कराई गई है।
सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर
श्री कुमार ने बताया कि राज्य में कुल 5377 वल्नरेबल गांवों का चिन्हीकरण किया गया है। उसमें से 3401 व्यक्तियों को ट्रबलमोंगर (भय पैदा करने वाले) के रूप में चिन्हीकरण कर 105702 व्यक्तियों को पाबंद किया गया है। इसी तरह राज्य में चुनाव व्यय मोनिटरिंग के लिए कुल 315 फ्लाइंग स्क्वाड, 315 एस.एस.टी., 175 वी.एस.टी., 109 वी.वी.टी. तथा 106 अकाउंटिंग टीमों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त 20 आबकारी दल, 40 आयकर दल, 05 नारकोटिक्स दल कार्यरत हैं।
विज्ञापन अधिप्रमाणन एवं पेड न्यूज
राज्य स्तरीय समिति के द्वारा 14 विज्ञापन अधिप्रमाणित किये गये जबकि विभिन्न रिटनिर्ंग अधिकारियों के द्वारा 25 विज्ञापन अधिप्रमाणित किये गये है। अब तक कुल 9 संदेहास्पद पेड न्यूज निर्धारित की गई है जिनमें अभ्यर्थियों को रिटनिर्ंग अधिकारियों द्वारा नोटिस दिया गया है जिनमें से 3 को कन्फर्म पेड न्यूज माना गया है।
राजनैतिक दल और उम्मीदवारों की स्थिति 
उन्होंने बताया कि पहले चरण की 13 लोकसभा सीटों के लिए कुल 115 उम्मीदवार मैदान में हैं। इंडियन नेषनल कांग्रेस से 13, भारतीय जनता पार्टी से 13 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी से 10, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से 2 एवं जबकि 34 अन्य दल और 43 निर्दलीय प्रत्याशी हैं। इनमें से 108 पुरुष और 7 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
दिव्यांगजनों के लिए रहेगी विशेष सुविधा
श्री कुमार ने बताया कि दिव्यांगजनों की शत-प्र्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर रैम्प्स, सहायता के लिए स्काउट गाइड, एनएसएस और एनसीसी के वोलेंटियर लगाए गए हैं। प्रथम चरण में 7 हजार से ज्यादा व्हीलचेयर्स का इंतजाम किया गया है। दिव्यांगजन एवं उनके सहायकों को घर से लाने ले जाने के लिए भी स्थानीय स्तर पर परिवहन की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल में वोटर स्लिप एवं इपिक कार्ड का वितरण भी किया जा रहा है।
सी-विजिल पर मिलीं 1100 शिकायतें
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव आचार संहिता की पालना कठोरता से करवाई जा रही है। चुनाव आचार संहिता की पालना कठोरता से करवाई जा रही है। विभिन्न स्तरों पर आने वाली सभी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। सी-विजिल एप पर 1100 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 600 शिकायतें सही पाई गई हैं इसी प्रकार अन्य माध्यमों से आचार संहिता उल्लंघन के लगभग 300 प्रकरण प्राप्त हुए हैं जिनका निस्तारण समयबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
महिलाएं करेंगी संधारित 129 मतदान केंद्र 
उन्होंने बताया कि 13 संसदीय सीटों पर 129 मतदान केंद्र महिला कार्मिकों द्वारा संधारित होंगे जिसमें से सर्वाधिक 24 मतदान केंद्र टोंक-सवाईमाधोपुर संसदीय क्षेत्र में, पाली में 13, अजमेर में 11, राजसमंद में 9 तथा शेष 9 संसदीय क्षेत्रों में 8-8 मतदान केंद्र महिला कार्मिक संचालित करेंगी।
113 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित 
श्री कुमार ने बताया कि मतदान के लिए 113 आदर्श मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं जिसमें पाली संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक 13, उदयपुर में 11, राजसमंद में 9 तथा शेष सभी 10 संसदीय क्षेत्रों में 8-8 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान केंद्रों पर ईवीएम का उपयोग होगा और प्रथम चरण में 28182 बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट एवं वीवीपेट का प्रयोग किया जायेगा तथा पर्याप्त संख्या में रिजर्व में सभी मशीनें उपलब्ध रहेंगी।
1437 मतदान केंद्रों पर होगी वेबकास्टिंग
उन्होंने बताया कि 1437 अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के जरिए नजर रखी जाएगी। कोटा संसदीय क्षेत्र में 175 केंद्रों, जोधपुर में 164, बाडमेर में 136, झालावाड-बांरा में 127, राजसमंद में 126, चित्तौडगढ में 125, पाली में 111, बांसवाडा में 110, टोंक- सवाईमाधोपुर में 109, उदयपुर व अजमेर में 83-83, भीलवाडा में 63 एवं जालोर लोकसभा क्षेत्र में 25 मतदान केंद्रों पर होने वाले मतदान की वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी जाएगी।
11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों का हो इस्तेमाल 
श्री कुमार ने कहा कि मतदान के लिए मतदाता को इपिक कार्ड (मतदाता फोटो युक्त पहचान पत्र) दिखाना होगा। इपिक कार्ड नहीं होने की स्थिति में 11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाने पर ही मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार इस बार के लोकसभा चुनाव में इपिक कार्ड के अलावा पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेन्स, राज्य या केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा  अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैकों या डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, पेन कार्ड, आरजीआई एवं एन.पी.आर द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, विधायकों, सांसदों को जारी किए सरकारी पहचान पत्र या आधार कार्ड में से कोई एक दस्तावेज को मतदान करते समय दिखाना जरूरी होगा। मतदाता केवल पर्ची के आधार पर कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।

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