जयपुर 16 मई 2019 दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों का अपना एक अलग संसार है। इस संसार में वे अपने अलग ही तरीकों से जीते हैं।दृष्टिबाधित भी क्रिकेट खेलते हैं और वे इस खेल को बेहद एन्जॉय भी करते हैं। राजस्थान की राजधानी ”पिंकसिटी जयपुर” पहली बार राज्यस्तरीय दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता की साक्षी बनने जा रही है।
लुई-ब्रेल दृष्टिहीन विकास संस्थान द्वारा 18 से 20 मई तक तीन दिवसीय राज्यस्तरीय दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन जयपुर के एसएमएस स्टेडियम के एकेडमिक ग्राउंड पर किया जाएगा।
6 टीम और 96 प्रतिभागी
इस प्रतियोगिता में राजस्थान की छः टीमें जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर से भाग लेंगी। इसमें कुल 96 दृष्टिबाधित प्रतिभागी भाग लेंगे। इस प्रतियोगिता में कुल 7 मैच आयोजित किए जाएंगे। 20 मई को इस प्रतियोगिता का फाइनल मैच आयोजित होगा।
खास क्रिकेट मैच
विशेष रूप से आयोजित इस क्रिकेट मैच में दृष्टिबाधितों द्वारा खास गेंद काम में ली जाएगी। यह गेंद आवाज करती है। दृष्टिबाधित क्रिकेट में विकेट भी बड़े आकार के होते हैं। प्रतियोगिता के दौरान 15-15 ओवर के सात मैच होंगे। दृष्टिबाधित क्रिकेट मैच की यह विशेषता है कि इसमें गेंदबाजी नीचे की ओर से की जाती है।
तीन तरह के खिलाड़ी
दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता में हर दृष्टिबाधित बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करता है। हर टीम में तीन तरह के खिलाड़ी होते हैं- बी-1, बी-2 और बी-3, जिनकी संख्या क्रमशः 4, 3 और 4 होती है। बी-1 श्रेणी में पूरी तरह से दृष्टिबाधित सदस्य होते हैं, बी-2 श्रेणी में 3 मीटर तक दिखाई देने वाले तथा बी-3 श्रेणी में आंशिक दृष्टिबाधित होते हैं। इस प्रकार कुल 11 खिलाड़ियों की एक टीम तैयार होती है।
आमजन के लिए निशुल्क प्रवेश
इस राज्यस्तरीय दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता में दर्शकों के लिए निःशुल्क प्रवेश रखा गया है। अपनी तरह की अनोखी इस प्रतियोगिता का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
पूरी दुनिया में मशहूर है दृष्टिबाधित क्रिकेट
दृष्टिबाधित क्रिकेट के खेल का उद्भव वर्ष 1922 में मेलबॉर्न में हुआ था। विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट काउंसिल वर्ष 1996 से दृष्टिबाधित क्रिकेट का आयोजन करवा रहा है। अब तक पांच दृष्टिबाधित विश्व कप आयोजित हो चुके हैं। वर्ष 1998 में पहला दृष्टिबाधित विश्व कप नई दिल्ली में आयोजित हुआ जिसमें दक्षिण अफ्रीका की टीम विजयी रही। इसके पश्चात् वर्ष 2002 में दूसरा दृष्टिबाधित विश्व कप चेन्नई में, वर्ष 2006 में तीसरा दृष्टिबाधित विश्व कप इस्लामाबाद में, वर्ष 2014 में चतुर्थ दृष्टिबाधित विश्व कप भारत में तथा वर्ष 2018 में पांचवा दृष्टिबाधित विश्व कप भी भारत में आयोजित हुआ। वर्ष 2012 में बैंगलुरु में पहला दृष्टिबाधित टी-20 विश्व कप आयोजित हो चुका है।
दृष्टिबाधितों के लिए आयोजित कार्यक्रम
यह संस्था 4 जनवरी, 1981 से जयपुर के विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के लिये कार्य कर रही है। यहां दृष्टिबाधितों को निःशुल्क आवासीय कम्प्यूटर कोर्स करवाया जाता है। यह संस्था एक जुलाई, 2019 से कक्षा प्रथम से आठवीं कक्षा तक का दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के नियमित अध्ययन लिये निःशुल्क आवासीय विद्यालय शुरू करने जा रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में इस संस्था द्वारा राज्यस्तरीय दृष्टिबाधित शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन 19-20 मई 2018 को एवं अखिल भारतीय दृष्टिबाधित महिला संगीत प्रतियोगिता का आयोजन 29-30 सितंबर 2018 को करवाया गया है।