जयपुर, 3 मई। लोकसभा आम चुनाव-2019 के द्वितीय चरण में आने वाली सभी 12 सीटों के लिए सोमवार को प्रातः 7 से सायं 6 बजे तक कराया जाएगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। मौसम को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर छाया एवं पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने मतदाताओं से अपील की है कि वे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निर्भय होकर मतदान करें।
2.30 करोड़ से अधिक मतदाता कर सकेंगे मतदान
श्री कुमार ने बताया कि राज्य में कुल 4 करोड़ 88 लाख 19 हजार 246 मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव में राज्य के दूसरे चरण में 2 करोड़ 30 लाख 68 हजार 868 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें से एक करोड़ 21 लाख 45 हजार 812 पुरूष और एक करोड़ 9 लाख 22 हजार 931 महिला मतदाता एवं 125 अन्य मतदाता हैं इनमें से लगभग 7 लाख नव मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 23 हजार 783 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि 2014 में हुए चुनाव में इन क्षेत्रों में 61.80 प्रतिशत मतदान हुआ था।
श्री कुमार ने बताया कि लोकसभा क्षेत्र श्रीगंगानगर में कुल 19 लाख 41 हजार 656 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 16 हजार 41 पुरुष, 9 लाख 25 हजार 590 महिला मतदाता और 25 अन्य मतदाता हैं। इसी तरह बीकानेर में कुल 18 लाख 49 हजार 433 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 76 हजार 6 पुरुष, 8 लाख 73 हजार 411 महिला मतदाता और 16 अन्य मतदाता हैं। चूरू में कुल 20 लाख 10 हजार 464 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 53 हजार 441 पुरुष, 9 लाख 57 हजार 18 महिला मतदाता और 5 अन्य मतदाता हैं।
इसी तरह झुंझूनूं में कुल 19 लाख 8 हजार 887 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 95 हजार 76 पुरुष, 9 लाख 13 हजार 810 महिला मतदाता और 1 अन्य मतदाता हैं। सीकर में कुल 20 लाख 24 हजार 830 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 60 हजार 753 पुरुष, 9 लाख 64 हजार 73 महिला मतदाता और 4 अन्य मतदाता हैं। जयपुर ग्रामीण में कुल 19 लाख 43 हजार 486 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 22 हजार 377 पुरुष, 9 लाख 21 हजार 104 महिला मतदाता और 5 अन्य मतदाता हैं।
श्री कुमार ने बताया कि जयपुर में कुल 21 लाख 25 हजार 718 मतदाता हैं, इनमें से 11 लाख 18 हजार 293 पुरुष, 10 लाख 07 हजार 401 महिला मतदाता और 24 अन्य मतदाता हैं। अलवर में कुल 18 लाख 73 हजार 618 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 87 हजार 863 पुरुष, 8 लाख 85 हजार 745 महिला मतदाता और 10 अन्य मतदाता हैं। भरतपुर में कुल 19 लाख 34 हजार 176 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 31 हजार 947 पुरुष, 9 लाख 2 हजार 218 महिला मतदाता और 11 अन्य मतदाता हैं।
उन्होंने बताया कि करौली-धौलपुर में कुल 18 लाख 5 हजार 657 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 71 हजार 425 पुरुष, 8 लाख 34 हजार 218 महिला मतदाता और 14 अन्य मतदाता हैं। दौसा में कुल 17 लाख 26 हजार 376 मतदाता हैं, इनमें से 9 लाख 12 हजार 9 पुरुष, 8 लाख 14 हजार 365 महिला मतदाता और 2 अन्य मतदाता हैं और नागौर में कुल 19 लाख 24 हजार 567 मतदाता हैं, इनमें से 10 लाख 581 पुरुष, 9 लाख 23 हजार 978 महिला मतदाता और 8 अन्य मतदाता हैं। इन सभी सीटों पर 6 मई को मतदान होगा।
दूसरे चरण में 134 उम्मीदवार चुनावी मैदान में
श्री कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में नाम वापसी के बाद 12 लोकसभा सीटों के लिए 134 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इसमें से श्रीगंगानगर लोकसभा सीट में 9 उम्मीदवार, बीकानेर में 9, चूरू में 12, झुंझूनूं में 12, सीकर में 12, जयपुर ग्रामीण 8, जयपुर में 24, अलवर में 11, भरतपुर में 8, करौली-धौलपुर में 5, दौसा में 11 और नागौर में 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं।
1550 मतदान केंद्रों पर होगी वेबकास्िंटग
उन्होंने बताया कि 1550 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्िंटग के जरिए नजर रखी जाएगी। दौसा संसदीय क्षेत्र में 190 केंद्रों, करौली-धौलपुर में 126, अलवर में 178, जयपुर में 145, चुरू में 193, जयपुर ग्रामीण में 141, श्रीगंगानगर में 115, भरतपुर में 121 मतदान केंद्रों पर होने वाले मतदान की वेबकास्िंटग के माध्यम से नजर रखी जाएगी।
करीब एक लाख से ज्यादा हैं सर्विस वोटर्स
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य में सेवानियोजित मतदाताओं की संख्या 1 लाख 10 हजार 755 है, इनमें 1 लाख 7 हजार 803 पुरुष और 2 हजार 952 महिला मतदाता हैं, जिनको ईटीपीबीएस के माध्यम से पोस्टल बेलेट पेपर प्रेषित किए जा चुके हैं।
राजनैतिक दल और उम्मीदवारों की स्थिति
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण की 12 लोकसभा सीटों के लिए कुल 134 उम्मीदवार मैदान में हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस से 12, भारतीय जनता पार्टी से 11 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी से 10, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से 1 और कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माक्र्सवाद) से 3 जबकि 29 अन्य दल और 68 निर्दलीय प्रत्याशी हैं। इनमें से 118 पुरुष और 16 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
95 हजार कार्मिक रहेंगे मतदान केंद्रों पर
उन्होंने बताया कि 12 संसदीय सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 95 हजार 132 कार्मिकों की नियुक्ति की गई है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इन सीटों के लिए 12 सामान्य, 6 पुलिस एवं 14 व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 23 हजार 783 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें से सर्वाधिक 2 हजार 68 पोलिंग बूथ चुरू लोकसभा क्षेत्र एवं सबसे कम 1829 बूथ बीकानेर संसदीय क्षेत्र में स्थापित किये गए हैं। इन सीटों में से सबसे ज्यादा उम्मीदवार जयपुर में 24 हैं जबकि सबसे कम करौली-धौलपुर में 5 उम्मीदवार हैं।
दिव्यांगजनों के लिए रहेगी विशेष सुविधा
श्री कुमार ने बताया कि दिव्यांगजनों की शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर रैम्प्स, सहायता के लिए स्काउट गाइड, एनएसएस और एनसीसी के वॉलेंटियर लगाए गए हैं। दूसरे चरण में 6 हजार से ज्यादा व्हीलचेयर्स का इंतजाम किया गया है। दिव्यांगजन एवं उनके सहायकों को घर से लाने ले जाने के लिए भी स्थानीय स्तर पर परिवहन की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में वोटर स्लिप एवं इपिक कार्ड का वितरण भी किया जा रहा है।
महिलाएं करेंगी संधारित 133 मतदान केंद्र
उन्होंने बताया कि 12 संसदीय सीटों पर 133 मतदान केंद्र महिला कार्मिकों द्वारा संधारित होंगे जिसमें से सर्वाधिक 31 मतदान केंद्र जयपुर संसदीय क्षेत्र में हैं, इसी तरह जयपुर ग्रामीण में 13, श्रीगंगानगर में 11, चुरू व करौली-धौलपुर में 10-10, दौसा व सीकर में 9-9 और बीकानेर, झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर, नागौर में 8-8 मतदान केंद्र महिला कार्मिक संचालित करेंगी।
11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों का हो इस्तेमाल
श्री कुमार ने कहा कि मतदान के लिए मतदाता को इपिक कार्ड (मतदाता फोटो युक्त पहचान पत्र) दिखाना होगा। इपिक कार्ड नहीं होने की स्थिति में 11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाने पर ही मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार इस बार के लोकसभा चुनाव में इपिक कार्ड के अलावा पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेन्स, राज्य या केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैकों या डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, पेन कार्ड, आरजीआई एवं एन.पी.आर द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, विधायकों, सांसदों को जारी किए सरकारी पहचान पत्र या आधार कार्ड में से कोई एक दस्तावेज को मतदान करते समय दिखाना जरूरी होगा। मतदाता केवल पर्ची के आधार पर कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल नही कर सकेगा।