जयपुर 25 जून 2019 :कौशल विकास को बढ़ावा देना चाहता है। सरकारी और निजी आईटीआई संस्थानों में इंजीनियरिंग करने के लिए इलेक्ट्रीशियन वेल्डिंग और फिटिंग सबसे लोकप्रिय कोर्सों में शुमार हैं। जबकि गैर.इंजीनियरिंग में कंप्यूटर ऑपरेटिंग और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट कटिंग और सिलाई सबसे लोकप्रिय कोर्स हैं।
बीएसडीयू के कुलपति डॉ ब्रिगेडियर सुरजीत सिंह पाबला ने कहा हम राजस्थान सरकार की ओर से आईटीआई ओलंपियाड की मेजबानी करते हुए बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इस ओलंपियाड के माध्यम से हम कौशल आधारित शिक्षा की ओर सर्वोत्तम कैरियर संभावना के रूप में ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद कर रहे हैं जो छात्रों को उनके चुने हुए कैरियर पथ विकसित करने में मदद कर सकता है। प्रत्येक श्रेणी में शीर्ष तीन छात्रों के लिए ट्यूशन फीस माफ करने के साथ साथ हम अपनी आईटीआई परीक्षाओं में 75% या उससे अधिक अंक वाले लड़कियों के लिए और 80% और उससे अधिक अंक वाले लड़कों के लिए ट्यूशन फीस भी माफ कर रहे हैं।
ITI Olympiad Winner’s:-
Position | Student Name | Stream |
First | Ritesh Suman | Cutting and Sewing |
Second | Bhagirath | Cutting and Sewing |
Third | Pooja Prajapat | Cutting and sewing |
First | Mnaish Suthar | Electrician |
Second | Lokendra Singh | Electrician |
Third | Sunil Kumar | Electrician |
First | Alfiya Khan | COPA (Computer Operating and Programming Assitant) |
Second | Krishan Kant | COPA |
Third | Piyush Makkar | COPA |
First | Mahesh Kumar Upadhyay | Welding |
Second | Nitesh Kumar | Welding |
Third | Ganesh Lal | Welding |
First | Rohtash Verma | Fitting |
Second | Pawan Sharma | Fitting |
Third | Mohit Saini | Fitting |
श्री नवीन जैन ;आईएएस सचिव राजस्थान सरकार के श्रम कौशल रोजगार और उद्यमिता और आयुक्त कमिश्नर ने कहा श्भारत में अभी कौशल और शिक्षा के बीच बहुत बड़ा अंतर है। यहां कौशल कार्यकर्ता उचित रूप से शिक्षित नहीं हैं जबकि शिक्षित लोग कौशल में पारंगत नहीं हैं। कौशल और शिक्षा के बीच एक ब्रिज का निर्माण किया जाना चाहिए। ऐसा करने के लिएए स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में कौशल पाठ्यक्रम शुरू किए जाने चाहिए जिसमें छात्र अपनी डिग्री के साथ कौशल विकास में डिप्लोमा प्राप्त कर सकते हैं। इन दिनों युवा नौकरी चाहते हैं लेकिन काम नहीं करना चाहतेय इसे बदलने की बहुत जरूरत है। यह बदलाव कौशल विकास के माध्यम से प्रभावित हो सकता हैए जो बेरोजगारी से निपटने में मदद करेगा।