जयपुर 24 जुलाई 2019 शिक्षा राज्य मंत्री श्री गांविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के अंतर्गत राजस्थानी भाषा विषय को भी सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी अब राजस्थानी विषय में भी स्टेट ओपन स्कूल की परीक्षा दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्टेट ओपन स्कूल के अंतर्गत अधिक से अधिक बच्चे लाभान्वित हो, इसके लिए राज्य सरकार रोडमैप तैयार कर कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि स्टेट ओपन स्कूल के अंतर्गत प्रदेशभर में स्थापित संदर्भ केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का हर बच्चा शिक्षित हो और उसके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण हो।
श्री डोटासरा बुधवार को यहां शिक्षा संकुल स्थित राजीव गांधी विद्या भवन में राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के अंतर्गत संचालित प्रदेश के 472 संदर्भ केन्द्रों के प्रभारियों की अभिमुखीकरण कार्यशाला के समापन समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्हांने कहा कि किसी कारण से जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते हैं, उनके लिए स्टेट ओपन स्कूल शिक्षा प्राप्ति का बेहतरीन माध्यम है।
उन्होंने कहा कि स्टेट ओपन स्कूल के तहत वर्ष में दो बार होने वाली परीक्षाओं को तीन बार अथवा चार बार किए जाने के संबंध में भी सुझाव आते हैं तो उन पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की स्पष्ट मंशा है कि शिक्षा में राजनीति किसी भी स्तर पर नहीं हो। उन्होंने शिक्षा को कैसे बेहतर बनाया जाए, इस पर सभी स्तरों पर प्रयास किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का एक भी बच्चा ऐसा नहीं हो जो शिक्षा से वंचित रहे।
शिक्षा राज्य मंत्री श्री डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार के लिए स्टेट ओपन स्कूल के संदर्भ केन्द्र पर बैठा प्रभारी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि राज्य स्तर पर पदस्थापित उप निदेशक स्तर का अधिकारी। उन्होंने संदर्भ केन्द्र प्रभारियों को नवाचारों के जरिए राज्य के स्टेट ओपन स्कूल को बेहतरीन बनाए जाने के प्रयास करने और प्रदेश में शिक्षा की बेहतरी के लिए किए जा रहे कार्यों में सहयोग का आह्वान किया।
श्री डोटासरा ने राज्य में शिक्षा के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी ब्लॉक में महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालयां की स्थापना का निर्णय इसीलिए लिया गया है कि गरीब के बच्चे भी अंग्रेजी की बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत आय सीमा को 2.5 लाख किए जाने का निर्णय भी इसीलिए लिया गया है कि अधिक से अधिक बच्चों को बेहतर शिक्षा का लाभ मिल सके।
उन्होंने स्टेट ओपन स्कूल को बेहतर से बेहतर बनाए जाने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों का आह्वान किया। पूर्व में स्टेट ओपन स्कूल के सचिव श्री रामचन्द्र सिंह बगड़िया ने स्टेट ओपन स्कूल संदर्भ कार्यशाला के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में स्टेट ओपन स्कूल के प्रदेशभर में संचालित 472 संदर्भ केन्द्रों के प्रभारी और बड़ी संख्या में शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।