जयपुर 27 सितंबर 2019ः देश में पारंपरिक ऑफ-लाइन किराना दुकानों को ऑनलाइन किराना और बड़े प्रारूप वाले आधुनिक रिटेल प्लेटफार्मों से जोड़ने की दृष्टि लेकर चल रहे जयपुर स्थित एक किराना रिटेल स्टोर एग्रीगेटर किराना किंग ने आने वाले पांच साल में देश के 14 प्रमुख शहरों में अपने मॉडल को दोहराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। कंपनी ने गुलाबी-शहर जयपुर में पहले से ही 85 स्टोर तैयार किए हैं और यह अगले पांच वर्षों में 14 शहरों में 7,000 से अधिक स्टोरों तक पहुंचने के उद्देश्य से अन्य शहरों में विस्तार करने की तैयारी में है।
किराना किंग के फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर श्री अनूप कुमार खंडेलवाल ने कहा, ‘ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और बड़े प्रारूप वाले आधुनिक रिटेल छोटे किराना स्टोर्स को टक्कर दे रहे हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। फिर भी हाइपरलोकल ऑफ-लाइन किराना स्टोर्स आज भी उतने ही उपयोगी बने रह सकते हैं, जितने कि वे कल थे। बस, जरूरत इस बात की है कि वे सामूहिक रूप से विशाल होने और नेटवर्किंग की शक्ति को अपनाने के साथ आधुनिक रिटेल प्रबंधन रणनीति, प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे को अपनाने की तरफ कदम बढाएं। किराना किंग ऐसी तमाम सहायता देेने में मदद करते हुए एक डायनेमिक वैकल्पिक प्लेटफार्म देता है जो इन्हें बाजार में पेश चुनौतियों में बढ़त दिलवा सकता है।‘‘
किराना किंग, स्टोर के मालिक की अपनी पहचान और कमाई से जुड़े हितों को बरकरार रखते हुए ऑफ-लाइन पारंपरिक किराना स्टोर्स के बदलाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। किराना किंग बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और आपूर्ति शृंखला प्रबंधन में निवेश करता है। श्री खंडेलवाल कहते हैं, ’हम दुकान के मालिकों के बीच अपनी दुकान को लेकर गर्व की भावना पैदा करने के साथ उनका मुनाफा बढ़ाने पर ध्यान देते हैं ताकि उनकी अपने पारिवारिक व्यवसाय में रुचि बनी रहे।’
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 1.2 करोड़ से अधिक किराना स्टोर हैं जो अभी भी पारंपरिक व्यवसाय के तौर-तरीकों का पालन करते हैं। पारंपरिक रिटेल सिस्टम को मानकीकरण, डिजिटलीकरण, केंद्रीकरण और समाजीकरण की धारा में लाकर किराना किंग एक ऐसा मजबूत ऑफलाइन बाजार बनाने की कोशिश कर रहा है, जहां बड़े पैमाने और पहुंच के साथ सौदेबाजी की शक्ति हासिल की जा सकती है।
किराना किंग का अपना डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है और स्टोर्स को टेक्नोलाॅजी सपोर्टेड सप्लाई चेन मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ने का काम कर रहा है। सामूहिक प्रचार और बिक्री से जुड़ी पहल, लोगों की स्टोर्स में आमद को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा बनी रहेगी।