जयपुर 14 नवंबर 2019 नंद घर के रूप में 4,000 आधुनिक आंगनवाड़ियों की स्थापना के लिए 800 करोड़ से अधिक का निवेश
1100 वें नंद घर की स्थापना के साथ ही यह देश में महिलाओं और बच्चों के लिए प्रगति और विकास के एक नए युग की शुरूआत करेगा और उनके समग्र विकास को जन्म देगा। इन नंद घरो की पहल का लाभ पूरे भारत में लगभग 44,000 बच्चों और 33,000 महिलाओं को मिल रहा है।
वेदांता आने वाले कुछ वर्षों में पूरे भारत में 4,000 नंद घर स्थापित करने के लिए 800 करोड़ रुपये खर्च करेगा, जो कि सरकार के मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के दृष्टिकोण को पूरा करने में सहायक होगा। ये नंदघर एक बेहतर भारत के मार्ग को प्रशस्त करने के लिए हर साल 4 लाख सामुदायिक सदस्यों को सामुदायिक संसाधन केंद्रों के रूप सुविधा प्रदान करेगा। इन नंद घरों के माध्यम से सालाना 2,00,000 बच्चों और 1,80,000 महिलाएं लाभ ले सकेगें।
बेटी बचाओ, बेटी पढाओ, राष्ट्रीय पोषण मिशन, स्वच्छ भारत, महिला कौशल विकास, डिजिटल साक्षरता, मातृ और बाल स्वास्थ्य में सुधार के माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह पहल न केवल आदर्श आंगनवाड़ी की कल्पना को पुरा करेगा, बल्कि बुनियादी ढांचे या सेवाओं के साथ ही बाल एवं महिला विकास के लिए समुदाय से जुड़ाव के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
नंद घर अत्याधुनिक कक्षाकक्ष, सुरक्षित खेल का मैदान, ई-लर्निंग, पौष्टिक भोजन के प्रावधान, सौर पैनल और टीवी से सुसज्जित हैं ताकि बच्चों और महिलाओं का कल्याण और प्रगति सुनिश्चित हो सके। कम उम्र में सुरक्षित एवं स्वच्छता की आदतों को सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ शौचालय भी उपलब्ध हैं। नंद घरों में शालापूर्व शिक्षा और बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन, महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है जो कि देश के दूसरे हिस्सों में आदर्श माॅडल के प्रतिरूप में उभरे है। वर्तमान में देश में 14 लाख आंगनवाड़ी हैं।
बाल दिवस के अवसर पर, वेदांता समूह के संस्थापक और अध्यक्ष, अनिल अग्रवाल ने कहा कि “हमारा मानना है कि एक राष्ट्र की प्रगति महिलाओं और बच्चों के भविष्य में निवेश करने से ही संभव है। इस विचारधारा के अनुरूप, वेदांता समूह महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से 11 राज्यों में 4,000 नंद घर बना रहा है, जो अंततः 14 लाख आंगनवाड़ियों का बदलाव करेगा जिससे 8.5 करोड़ बच्चे और 2 करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगे। 1100 नंदघरों के बदलाव पर हमें गर्व है।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता बच्चों और महिलाओं का समग्र विकास जमीनी स्तर पर शुरू करना है, जो राष्ट्र का भविष्य बनाते हैं। यह परियोजना पूर्व-प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, बच्चों के लिए पोषण और ग्रामीण भारत में महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तीकरण के लिए संकल्पित है।
लगभग 33,000 महिलाओं को महिला सशक्तिकरण और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से शामिल किया गया है, जो प्रति माह रू 3,500 की औसत आय प्राप्त कर रही है।
नंद घर पहल का उद्देश्य एक एकीकृत सेवा वितरण मॉडल को प्रदर्शित करना है, जो सरकार के समेकित बाल विकास कार्यक्रम के प्रमुख उद्धेश्यों को दर्शाता है।
वेदांता लिमिटेड के बारे में-
वेदांता लिमिटेड, प्राकुतिक संसाधनों के लिए विश्व में जानी मानी वेदांता लिमिटेड रिर्सोसेज लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है जो कि भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और ऑस्ट्रेलिया में व्यापार के संचालन के साथ दुनिया की अग्रणी विविध कंपनियों में से एक है। वेदांता आॅयल और गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क, इस्पात, एल्यूमीनियम और बिजली का एक प्रमुख उत्पादक है।
सुशासन और सतत विकास वेदांत की रणनीति के मूल में हैं, स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण पर एक मजबूत ध्यान केंद्रित करने और स्थानीय समुदायों के जीवन को बढ़ाने पर। कंपनी को सीआईआई आईटीसी सस्टेनेबिलिटी अवार्ड, फीकी सीएसआर अवार्ड, मेटल एंड माइनिंग में डुन एंड ब्रैडस्ट्रीट अवार्ड्स, और द ग्रेट प्लेस टू वर्क अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
दो दशकों से, वेदांता भारत के विकास में योगदान दे रहा है। कंपनी वित्त वर्ष 2019 में 42,560 करोड़ के साथ राजकोष में उच्चतम योगदान के साथ निजी क्षेत्र के योगदानकर्ताओं में शीर्ष पर है। आईएफसी की रिपोर्ट के अनुसार वेदांता भारत की जीडीपी में 1 प्रतिशत का योगदान देता है।
वेदांता लिमिटेड भारत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है और एडीआर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है।