जयपुर 16 दिसंबर 2019 टेक्नोलाॅजी की दुनिया बहुत एडवांस हो चली है और बच्चे अधिकांश समय अपने घर के भीतर बिताते हैं। अधिकांश बच्चे टेलीविजन, स्मार्टफोन और अन्य गैजेट्स से चिपके रहते हैं। वे शायद ही कभी शारीरिक गतिविधियों में संलग्न होते हैं या बाहर जाकर खेलते हैं।
तकनीक को लेकर बच्चों की आदतों को ट्रैक करने वाली गैर-लाभकारी कंपनी कॉमन सेंस मीडिया की ओर से जारी एक सर्वेक्षण के अनुसार औसतन 8 से 12-वर्ष के बच्चों ने प्रत्येक दिन स्क्रीन मीडिया पर 4 घंटे और 44 मिनट बिताए जबकि किशोरों ने औसतन 7 घंटे और 22 मिनट। इसमें स्कूल या होमवर्क के लिए स्क्रीन का उपयोग करते हुए बिताया गया समय शामिल नहीं है। वीडियो देखने में बिताया गया औसत समय – ज्यादातर यू ट्यूब पर – दोगुना हो गया है, लगभग हर दिन एक घंटे।
यह नतीजे माता-पिता के बीच एक गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। नेशनल ट्रस्ट सर्वे के अनुसार, (83 फीसदी) माता-पिता का कहना है कि हालांकि यह महत्वपूर्ण है कि उनके बच्चे तकनीक का उपयोग करना सीखें, लेकिन फिर भी 10 में से नौ अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे बाहर समय बिताएं, प्रकृति के साथ संबंध विकसित करें।
इसे ध्यान में रखते हुए, इस बार नए साल के अवसर पर फेविक्रिल लिस्ट के विशेषज्ञ बच्चों के लिए डिजिटल डिटॉक्स के कुछ तरीके बता रहे हैंः
आर्ट एंड क्राफ्ट में भागीदारी
अपने बच्चे को क्राफिं्टग करने के लिए उत्साहित करें और उन्हें अपनी रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए लीक से हट कर कुछ बनाने के लिए प्रेरित करें। कला और शिल्प में भागीदारी मस्तिष्क की कोशिकाओं को उत्तेजित करने में मदद करती है, इसके अलावा, यह एकाग्रता को बेहतर बनाने में सहायता करती है। कला और शिल्प बच्चों को कौशल की एक विस्तृत रेंज की ओर कदम बढ़ाने और सीखने की दिशा में एक व्यावहारिक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायता करता है। अपने दम पर कुछ अनूठा और रचनात्मक बनाना, बच्चे को संतुष्टि और उपलब्धि की भावना प्रदान करता है। बच्चों के लिए, यह अपने आप से बुनियादी कौशल विकसित करने से भी अधिक उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। इस प्रकार इस बाल दिवस पर अपने बच्चे को अपने क्राफिं्टग गियर को बाहर निकालने के लिए प्रोत्साहित करें और दिलचस्प चीजें बनाकर कुछ मजेदार सीखने दें। वे कबाड़ से एक रोबोट का निर्माण कर सकते हैं, थ्मअपबतमंजमण्बवउ जैसे पोर्टलों पर उपलब्ध आइडियाज का उपयोग करके फ्रिज मैगनेट बना सकते हैं और सजा सकते हैं। आप एक थ्मअपबतमंजम क्प्ल् किट खरीद सकते हैं जिसमें एक बॉक्स के अंदर आपकी मजेदार गतिविधि के लिए सब कुछ है।
आउटडोर खेल
गार्डन बच्चों के सबसे अच्छे दोस्त हैं, झूलों से लेकर स्लाइड में बच्चों को खेलना पसंद है। अन्य खेल जैसे फुटबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट और स्कीपिंग, साइक्लिंग जैसी गतिविधियां करने से उनका मन नहीं भरता। आउटडोर खेलना, शारीरिक विकास को बढ़ावा देता है, यह सीखने की क्षमताओं को बढ़ाने का एक शानदार तरीका भी हो सकता है। इसके अलावा, यह बच्चे के परस्पर व्यवहार कौशल में सुधार करता है क्योंकि यह उन्हें अपने खोल से बाहर आने और अन्य बच्चों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा, आउटडोर गेम्स बच्चों को अपनी मोटर सेंस, हाथों और आंखों के समन्वय, संतुलन और समग्र प्रदर्शन को विकसित करने की अनुमति देते हैं। इसलिए अपने बच्चे को बाहर जाने के लिए प्रेरित करें और कुछ मजेदार और मनमोहक खेलों में शामिल होने दें।
वक्त निकालें और पढ़ें!!
याद कीजिए, जब आप खुद बच्चे थे। आप पांडवों की धार्मिकता, बीरबल की बुद्धि और विक्रम-बैताल की आकर्षक कहानियां सुनते हुए बड़े हुए हैं और उनसे आपको कुछ महत्वपूर्ण सबक सीखने में मदद मिली है। माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे ऐसी कहानियां सुनाएं जो न केवल बच्चों को उत्साहित करें बल्कि रिश्ते को मजबूत करें बल्कि उन्हें जीवन के कुछ सबसे बड़े सबक भी दें।
संगीत, नृत्य, नाटक आदि
अपने बच्चे को सिंगिंग, डांस और परफाॅर्मेंस आर्ट जैसे शौक को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें क्योंकि यह बच्चों को भावनात्मक रूप से विकसित होने का अवसर प्रदान करता है। यह उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है और इस चिंता को दूर करता है कि बच्चे मंच पर प्रदर्शन करते समय घबराए नहीं। यह बच्चे के सर्वश्रेष्ठ रूप को आगे लाने में मदद करता है, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देता है।
आउटिंग का प्लान बनाएं
अपने बच्चों को ट्रेकिंग, लंबी पैदल यात्रा के लिए ले जाएं, नए खेल और गतिविधियों के लिए कैम्पिंग करने से शरीर और दिमाग पर पाॅजीटिव प्रभाव पड़ता है।