जयपुर 3 दिसंबर 2019ः देश में के-12 शिक्षा में क्रांति लाने के उद्देश्य से खेल-खेल में सिखाने वाले अपनी तरह के पहले एजू-टेक ऐप ‘स्टेपएप‘ को हाल ही मुंबई में लाॅन्च किया गया। इस अवसर पर श्री अमिताभ बच्चन ने छात्रों से ‘‘अपना कल खुद बनाओ‘‘ का स्पष्ट आह्वान किया।
‘स्टेपएप‘ को हाल ही मुंबई में श्री प्रवीण त्यागी (एमडी, पेस आईआईटी एंड मेडिकल, और फाउंडर सीईओ, एजुइजफन टेक्नोलॉजीज) ने प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और कॉर्पोरेट माननीयों की उपस्थिति में लाॅन्च किया।
स्टेपएप की दृष्टि देश के प्रत्येक बच्चे को टैक्नोलाॅजी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक सार्वभौमिक पहुँच प्रदान करना है। और यह ऐप देश में मेधावी बच्चों का बैंक बनाने के लिए सामाजिक, आर्थिक, लिंग, क्षेत्र और सीखने की असमानता की बाधाओं को दूर करने के लिए उनके मिशन में पहला स्टेप है। एप्लिकेशन न्यूनतम डेटा आवश्यकता के साथ सबसे बुनियादी स्मार्टफोन पर काम करता है। इसका मूल्य इस प्रकार रखा गया है कि यह भारत में अधिकांश लोगों के लिए आसानी से सुलभ है।
स्टेपएप शिक्षा को गति प्रदान करने और सीखने के नए तरीकों को पेश करने के लिए भविष्य में कई अन्य ऐप लॉन्च करेगा। स्टेपएप आईआईटियन्स पेस फेमिली से आता है, यह एक ऐसा समूह है जिसके पास बच्चों के लिए कामयाबी की कहानियां गढ़ने का 20 वर्षों का अनुभव है, जिनमें से कुछ अब दुनिया भर की अग्रणी कंपनियों में चेंज-मेकर्स के तौर पर कार्यरत हैं। यह वह अनुभव है जा स्टेपएप को भारत में के-12 शिक्षा में क्रांति लाने के लिए शुरू की गई शिक्षण पद्धति के बारे में आश्वस्त करता है।
स्टेपएप दो कार्यक्रमों – स्टेप स्कॉलर और स्टेप लर्न के माध्यम से गणित और विज्ञान में प्रवीणता के निर्माण के साथ शुरू होता है।
ऽ स्टेप लर्न सीबीएसई और आईसीएसई के गणित और विज्ञान के सिलेबस को पूरा करने के लिए 5-11 ग्रेड के लिए सीखने का कार्यक्रम है। यह कठिन अवधारणाओं को आसान बनाता है, ताकि बच्चे इसे आसानी से सीख सकें और फिर खेल-खेल में बच्चों का परीक्षण करता है। जब तक वे सभी प्रश्नों का सही उत्तर नहीं दे देते, तब तक छात्र अगले शिक्षण कैप्सूल पर नहीं जा सकते। और इसलिए यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को आगे बढ़ने से पहले वैचारिक स्पष्टता हो।
ऽ स्टेप स्कॉलर एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम है, जो छात्रों को 50 करोड़ रुपए के टोटल पूल में से 10,000 रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक की छात्रवृत्ति के साथ अपना भविष्य बनाने के लिए जीवन का इकलौता अवसर देता है।
ऽ शुरुआती आॅफर के रूप में, प्रत्येक ग्रेड के पहले 1 लाख छात्रों को वर्तमान ग्रेड के लिए स्टेप लर्न (5,000 रुपए मूल्य) प्रोग्राम निशुल्क मिलेगा।
ऽ बड़ी छात्रवृत्ति के अलावा, छात्र अपने प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षा के स्टेप लर्न फ्री बेसिक्स भी जीत सकते हैं।
ऽ 400 से अधिक आईआईटीयन और डॉक्टरों के माध्यम से विजेताओं के लिए मार्गदर्शन और सलाह की सुविधा निरंतर उपलब्ध होगी। एक बार जब स्टेपएप योग्यता की पहचान कर लेता है, तो वे इन बच्चों को की ओर आगे बढ़ाएंगे।
ऽ स्टेप स्कॉलर कार्यक्रम के लिए पंजीकरण शुरू हो चुके हैं। 5 वीं से 11 वीं कक्षा के छात्र इस कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए पात्र हैं।
एजुइजफन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर एंड सीईओ श्री प्रवीण त्यागी कहते हैं, ‘‘स्टेपएप भारत में एड-टेक को बच्चों के लिए सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करके और खेल-खेल में शिक्षण कराते हुए या कहानी सुनाते हुए और स्काॅलरशिप प्रदान करते हुए माता-पिता, शिक्षक और शिक्षा नीति निर्माताओं जैसे सभी हितधारकों के लिए लर्निंग को एक अलग ही ऊंचाई तक ले जाता है। हर बच्चे के लिए सुलभ, कभी भी और कहीं भी उपलब्ध स्टेपएप छात्रों को प्रेरित करता है, माता-पिता को शिक्षित करता है और शिक्षकों को सशक्त बनाता है, ताकि छात्र अपनी पूरी क्षमता को हासिल कर सकें। हमारा स्टूडेंट टैलेंट एनहांसमेंट प्रोग्राम (एसटीईपी) ऐसे मेधावी बच्चों का बैंक बनाने में मदद करेगा, जो हमारे देश की संपत्ति और भविष्य होंगे।‘‘
उन्होंने आगे कहा, ‘‘स्टेपएप में उन लोगों के लिए 4 ए हैं – एक्सेसबल, अफाॅर्डेबल, एडाॅप्टिव और अट्रेक्टिव- जो अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। स्टेपएप् के बोर्ड पाठ्यक्रम को आईसीएसई और सीबीएसई जैसे स्कूल बोर्डों के पाठ्यक्रम से जोड़ा जाता है। छात्रों को एक मजेदार तरीके से वैचारिक स्पष्टता मिल सकती है और उनकी गति और सटीकता का अनुमान लगाया जाता है। माता-पिता और शिक्षक वास्तविक समय के आधार पर एसएमएस के माध्यम से छात्र की प्रगति, उनकी ताकत और कमजोरियों की विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करते हैं। स्टेपएप् हर बच्चे को उनकी पूरी क्षमता तक पहुँचाएगा और उन्हें एक राष्ट्रीय संपत्ति में परिवर्तित करेगा, जो एक बेहतर देश और एक बेहतर संसार के निर्माण में योगदान देंगे।”
स्टेपएप के पास कई प्रमुख रणनीतिक गठबंधन भागीदार हैं जैसे कि बैंकिंग भागीदार के तौर पर येस बैंक, नाॅलेज पार्टनर के रूप में पेस, स्ट्रेटेजिक अलायंस पार्टनर के तौर पर पेटीएम और आईकाॅलेज। 400 से अधिक आईआईटीयन और पेस आईआईटी और मेडिकल एंट्रेस कोचिंग के डॉक्टरों के माध्यम से छात्र निरंतर प्रेरणा हासिल कर सकते हैं।
श्री अमिताभ बच्चन ने कहा, “हमारे देश का भविष्य हमारे बच्चों की शिक्षा में निहित है। प्रवीण त्यागी के स्टेपएप ने छात्रों के लिए सीखने को रोचक और फायदेमंद बना दिया है। खेलों के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना एक अभिनव कदम है। मेरी शुभकामनाएं श्री त्यागी की टीम के साथ है, जिसमें 400 आईआईटीयन शामिल हैं, जिन्होंने स्टेपएप जैसे इनोवेशन को रचने में मदद की है।”
एचडीएफसी ग्रुप के चेयरमैन श्री दीपक पारेख ने कहा, ‘‘भारत में जबरदस्त विकास हुआ है और इस तरह के विकास को हासिल करने के लिए पूर्व-अपेक्षित चीजों में से एक शिक्षा भी है। हमें शिक्षण को परिवर्तित करके छात्रों के लिए शिक्षा को स्वीकार्य और सुखद बनाना होगा। संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को कहानी कहने और सीखने की क्षमता में परिवर्तन करना होगा। एक और दिलचस्प तरीका खेल के रूप में प्रतिस्पर्धा को प्रेरित करना है जहां छात्र सबसे पहले ही पहेली को हल करने के लिए एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं और फिर विजेताओं को पुरस्कार या मान्यता मिलती है। मैं एजुइजफन और प्रवीण त्यागी को उनके प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं।‘‘
ओगिल्वी ग्रुप के चीफ क्रिएटिव आॅफिसर वल्र्डवाइड और एक्जीक्यूटिव चेयरमैन, इंडिया श्री पीयूष पांडे ने कहा, ‘‘प्रवीण त्यागी ने स्टेपएप के साथ जो शानदार सफर शुरू किया है, उसमें श्री अमिताभ बच्चन के साथ मैं भी अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे भी इस यात्रा का हिस्सा बनने का सम्मान और गौरव हासिल हुआ। मैं 9 भाई-बहनों के साथ एक मध्यम वर्ग के घर में पला-बढ़ा लेकिन हमारे पिता ने हमें तीन चीजें दीं- शिक्षा, प्रदर्शन और अवसर। भारत में अच्छे शिक्षकों की एक शानदार परंपरा है लेकिन हम दुर्भाग्यशाली हैं कि ये छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए ये शिक्षक पर्याप्त नहीं हंै। भारत के कई हिस्सों में, उज्ज्वल छात्रों को कलम और परिवार के बीच एक कठिन विकल्प चुनना पड़ता है। स्टेपएप का स्टूडेंट टैलेंट एनहांसमेंट प्रोग्राम दरअसल खेल-खेल में सीखने और शिक्षा हासिल करने का एक शानदार तरीका है – यह किफायती है, दोस्ताना है और भविष्य के अनुकूल भी है।‘‘
महाराष्ट्र सरकार के तहत आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित 16 एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों में स्टेपएप को सफलतापूर्वक लागू किया गया है। साथ ही, अंधेरी नगर निगम के सभी स्कूल छात्रों के साथ एक परीक्षण के बाद स्टेपएप को लागू करेंगे।
उपस्थित लोगों की सूची
एजुइजफन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर एंड सीईओ श्री प्रवीण त्यागी, श्रीमती मनीषा वर्मा (आईएएस, प्रमुख सचिव, आदिवासी विकास विभाग, महाराष्ट्र सरकार), श्री साईनाथ दुर्गे (बीएमसी शिक्षा समिति के सदस्य, एमसीजीएम), श्री ब्रायन डी सेमूर ( प्रिंसिपल, जीडी सोमानी स्कूल, कफ परेड), श्रीमती ज्योति गुप्ता (प्रिंसिपल और हेड के12 – डीपीएस), श्री रामकृष्णन राममूर्ति (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पॉलीकैब इंडिया), श्री आशीष कट्टा (एमडी, आईकॉलेज ग्रुप), श्री विनीत राय (आईकॉलेज ग्रुप), श्री संजीव त्यागी (आईपीएस अधिकारी, एसएसपी बिजनौर), श्री विजय राज (अभिनेता), श्री संदीप सिंघल (बी.टेक आईआईटी रुड़की), एजुइजफन टेक्नोलॉजीज के मुख्य व्यवसाय अधिकारी, कॉर्पोरेट आइकन श्री दीपक पारेख (अध्यक्ष, एचडीएफसी ग्रुप) और विज्ञापन आइकन श्री पीयूष पांडे (ओगिल्वी ग्रुप के चीफ क्रिएटिव आॅफिसर वल्र्डवाइड और एक्जीक्यूटिव चेयरमैन, इंडिया) ने वीडियो पर अपने विचार साझा किए।