1. बजट 2020-21 जल्द ही पेश किया जाएगा। वायर्स और केबल्स की मांग बढ़ाने के लिए आप सरकार को क्या सुझाव देना चाहेंगे?
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बजट 2020-21 से ठीक पहले सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन तक पहुंचाने को लिए कई ऐलान किए हैं। मेरा सुझाव है कि देश में 100 फीसदी बिजली को सुनिश्चित करने के लिए पावर सेक्टर में उल्लेखनीय निवेश किया जाए। पावर सेक्टर में बेहतर निवेश के द्वारा वायर्स और केबल उद्योग में मांग बढ़ाई जा सकती है। हम हाउस वायर के बढ़ते बाज़ार को लेकर बेहद आशावादी हैं क्योंकि यह उर्जा प्रभावी है और घरेलू एवं कमर्शियल इस्तेमाल के लिए सुरक्षा मनकों के सर्वोच्च स्तर को पूरा करता है।
2. वर्तमान में भारत का वायर और केबल बाज़ार कैसा है? कौनसे ऐसे कारक हैं जो मांग को बढ़ा रहे हैं?
भारत का वायर और केबल उद्योग तेज़ी से विकसित हो रहा है क्योंकि यह अर्थव्यवस्था के साथ सकारात्मक रूप से जुड़ा है। सरकार अगले पांच सालों में बुनियादी सुविधाओं के विकास पर 100 लाख करोड़ रु खर्च करनाचाहती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, वायर और केबल उद्योग बुनियादी विकास से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है, इसमें रेलवे, मेट्रो, पावर, नव्यकरणीय उर्जा, अस्पताल सरकारी प्रदर्शनी केन्द्र, सार्वजनिक केन्द्र और राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, जो भारत में वायर और केबल की मांग बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं। ओद्यौगिक क्षेत्र के विकास के कारण भी वायर और केबल की मांग बढ़ती है। पिछले तीन सालों में बुनियादी संरचनाओं के विकास में पर्याप्त निवेश किया गया है। मोटरवाहनों को बीएस-6 में अपग्रेड करने से रिफाइनरीज़ ने भी अपने आप को अपग्रेडकिया है, जिसके लिए तकरीबन 2 लाख करोड़ का निवेश किया गया है।
3. ऐसे कौनसे नए अवसर हैं जिन पर भारतीय वायर और केबल उद्योग को ध्यान देना चाहिए?
वर्तमान में भारतीय वायर और केबल उद्योग में ऐसे कोई नए अवसर नहीं हैं। रियल एस्टेट सेक्टर जैसे रिहायशी, कमर्शियल, होटल, अस्पताल और अन्य परियोजनाएं वायर और केबल उद्योग के लिए निवेश के बड़े अवसर लेकर आई हैं। दिल्ली मेट्रो प्रोजेक्ट के चैथे चरण में कई किलोमीटर की लाईन और मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट में 7 लाईनें डाली जा रही हैं। भारत का हर बड़ा शहर जल्द ही मेट्रो होगा। इसके अलावा नए हवाई अड्डो का निर्माण भी उद्योग जगत के लिए निवेश के बड़े अवसर लेकर आया है। कई मौजूदा एयरपोर्ट्स को अपग्रेड किया गया है, नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं। नव्यकरणी क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है। संचरण और वितरण क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है। वहीं हमें अंडरग्राउण्ड केबल नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न शहरों की वितरण प्रणाली को मजबूत बनाना है।
4. भारत ने 2025 तक मैनुफैक्चरिंग को 1 ट्रिलियन डाॅलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य में वायर और केबल उद्योग की भूमिका किस तरह महत्वपूर्ण है?
2025 तक मैनुफैक्चरिंग को 1 ट्रिलियन डाॅलर तक पहुंचाने में वायर और केबल उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वायर उद्योग में तकनीकी उन्नति और बेहतर निवेश के द्वारा अर्थव्यवस्था के विकास को प्रोत्साहित किया जा सकता है। भारतीय शहरों में आने वाले समय में अंडरग्राउण्ड केबल में तेज़ी से विस्तार होगा।
5. म्समबतंउं 2020की पूर्व संध्या पर क्या आप दर्शकों, आंगतुकों और उद्योग जगत को कोई संदेश देना चाहेंगे?
जैसा कि आप जानते हैं कि म्समबतंउं 2020 एक ऐसा मंच है जो भारतीय उद्योग को विश्वस्तरीय तकनीकों, नए रूझानों और भावी उर्जा बदलाव के साथ जोड़ता है। यह ऐसा मंच है जहां सभी विश्वस्तरीय दिग्गजों को एक दूसरे से मिलने, अपने विचार साझा करने और लागत प्रभावी समाधानों को दुनिया के सामने लाने का मौका मिलता है?
6. केईआई उद्योग के लिए आपकी विकास योजनाएं क्या हैं?
हम आने वाले सालों में 15 फीसदी से अधिक विकास की उम्मीद कर रहे हैं। हमारी कंपनी ने पिछले 2-3 सालों में तेज़ी से वृद्धि की है। केईआई में हम वित्तयी वर्ष 14-19 के दौरान 73 फीसदी सालाना की दर से विकसित हुए हैं। देश भर में रीटेल उद्योग में हमारी सशक्त मौजूदगी है और पिछले कुछ सालों में हमने इस सेगमेन्ट में उल्लेखनीय वृद्धि की है। हमारे चैनल पार्टनर्स की संख्या पिछले साल 1284 थी, जो बढ़कर 1450 तक पहुंच गई है और हमारे रीटेल सेल्स में भी तकरीबन 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हम हाउस वायर सेगमेन्ट में तीन वायर्स पेश करते हैं; होमकैब-एफआर, कोनफ्लेम-एफआरएलएस और बैनफायर-ज़ैडएचएफआर।
ऽ होमकैब- एफआर फ्लेम रिटार्डेन्ट, पीवीसी इंसुलेटेड सिंगल कोर काॅपर केबल है। इसे खासतौर पर उच्च आॅक्सीजन और तापमान सूचकांक के साथ इंसुलेटेड बनाया गया है, जिससे वायर ओवरलोड को आसानी से सह सकती है और बिजली के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकती है।
ऽ कोनफ्लेम-एफआरएलएस एक फ्लेम रिटार्डेन्ट, लो स्मोक पीवीसी इन्सुलेटेड सिंगल कोर काॅपर केबल है। इसे खासतौर पर फ्लेम रिटार्डेन्ट पीवीसी कम्पाउन्ड से बनाया गया है। आग के दौरान आम पीवीसी से काला और विषैला धुंआ निकलता है, जो एसिडिक होता है। इससे राहत एवं बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। कोनफ्लेम इन्सुलेशन आग को फैलने से रोकता है और इससे धुंआ और विषैली गैसे भी न्यूनतम मात्रा में निकलती हैं।
ऽ बैनफायर- ज़ैडएचएफआर शून्य हैलोजन फ्लेम रिटार्डेन्ट इन्सुलेटेड सिंगल कोर काॅपर केबल है, यह इन्सुलेशन उत्कृष्ट गुणवत्ता के 100 फीसदी पीवीसी रहित और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद से बना है। आग लगने की स्थिति में विषैला धुंआ और गैंसे नहीं निकलतीं जिससे सुरक्षित निकासी को सुनिश्चित किया जा सकता है।