Edit-Rashmi Sharma
जयपुर , 16 अप्रैल, 2020ः देशव्यापी लाॅकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के वर्तमान दौर में NTPC ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दिए गए सभी दिशानिर्देशों की पालना करते हुए देश में निर्बाध बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित किया है।NTPC के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह और NTPC के सभी रीजनल हैड सभी घटनाक्रमों की निगरानी कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि बिजली उत्पादन में कोई अंतर नहीं आने पाए। अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के सुचारू संचालन के लिए बिजली की उपयोगिता को देखते हुए NTPC लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के बारे में दिए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए देश को निरंतर शक्ति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
NTPC के आसपास के क्षेत्रों में वंचित व्यक्तियों और प्रवासी श्रमिकों के लिए सामाजिक कल्याण की गतिविधियाँ भी शुरू की जा रही हैं।
एनटीपीसी का इरादा निर्बाध बिजली आपूर्ति और कर्मचारियों की भलाई दोनों को सुनिश्चित करना है। इसलिए, पावर स्टेशन मैनपावर की अपेक्षित संख्या के साथ काम कर रहे हैं, जबकि बाकी कर्मचारी व्यापक आईटी सपोर्ट के माध्यम से घर से योगदान दे रहे हैं।
COVID – 19 की वैश्विक महामारी के खिलाफ अपनी सतर्कता को तेज करते हुए एनटीपीसी ने पहले से ही अपने 45 अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों का उपयोग करके आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करवाई है और ऐसे मामलों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए चिकित्सा कर्मचारियों के लिए अपेक्षित उपकरणों की खरीद की है। सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों में ऑक्सीजन आपूर्ति के साथ लगभग 168 आइसोलेशन बेड बनाए गए हैं और अतिरिक्त 122 बेड जरूरत के आधार पर उपलब्ध कराए जा सकते हैं। कोविड मामलों से निपटने के लिए राज्य सरकारों के उपयोग के लिए दो अस्पताल तैयार किए गए हैं, जिनमें दिल्ली का बदरपुर अस्पताल और ओडिशा के सुंदरगढ़ का मेडिकल कॉलेज अस्पताल शामिल है।
वर्तमान दौर में स्वास्थ्य सेवाओं की उचित उपलब्धता को देखते हुए उपकरणों की खरीद के लिए लगभग 3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। वर्तमान में, एनटीपीसी के परियोजना अस्पतालों में 7 वेंटिलेटर हैं। वेंटिलेटर के साथ 18 उन्नत स्तर की एम्बुलेंस भी हैं। विभिन्न अस्पतालों के लिए 18 और वेंटिलेटर और 520 आईआर थर्मामीटर खरीद की प्रक्रिया में हैं।
पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट और हैंड सैनिटाइजेशन घातक कोरोनावायरस के खिलाफ सबसे बड़े रोकथाम तंत्र के रूप में उभरे हैं, इसलिए NTPCने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए परीक्षण, उपचार और परिवहन दिशानिर्देश सभी सीएमओ के साथ साझा किए हैं। मेडिकल स्टाफ को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के उपयोग के बारे में वीडियो कॉल पर भी प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा 1200 पीपीई किट, 1,20,000 सर्जिकल मास्क और 33,000 से अधिक दस्ताने, 5000 एप्रन, 8000 जूता कवर और 535 लीटर सैनिटाइजर सभी परियोजना और स्टेशनों को भेजे गए हैं।
चूंकि इस बिंदु पर रोकथाम बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए एनटीपीसी की कई इकाइयों ने रोकथाम और राहत कार्य तेज किए हैं और इस उद्देश्य के लिए अब तक 3.50 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है।
कोरोनोवायरस से निपटने के लिए राज्य सरकारों का समर्थन करने की अपनी पहल के तहत, एनटीपीसी भद्रक में 120-बेड वाले सालंदी अस्पताल के किराये के प्रभार और COVID – 19 केयर सेंटर को सुचारू रूप से चलाने में जुटे मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ के ठहरने और खाने की लागत के तौर पर प्रति माह 35 लाख रुपये का योगदान देकर ओडिशा सरकार की मदद कर रही है। इस तरह, कोविड – 19 केयर सेंटर के संचालन और रखरखाव के लिए 1.05 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय निहितार्थ के साथ 3 महीने के लिए वित्तीय सहायता की जाएगी।
इसके अलावा, एनटीपीसी इस महामारी से निपटने के लिहाज से चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करने और पीपीई, भोजन पैकेट के वितरण के लिए जिला प्रशासन/स्थानीय अधिकारियों को 6.36 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। साथ ही, अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के हिस्से के रूप में, एनटीपीसी रिहंद ने 17 लाख रुपये मूल्य के 2,800 बोरी खाद्यान्न और खाद्य पदार्थों के पैकेट वंचित परिवारों के बीच वितरित करने के लिए जिला प्रशासन को सौंपे। एनटीपीसी विंध्याचल ने इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, सिंगरौली को राहत उपायों के लिए वित्तीय सहायता के रूप में 25 लाख रुपये दिए।
एनटीपीसी ने कोविड -19 की वैश्विक महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करते हुए पीएम केयर्स फंड में 250 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। कंपनी के कर्मचारियों के वेतन अंशदान के रूप में मिले 7.50 करोड़ रुपये भी पीएम केयर्स फंड में जमा कराए गए हैं।