Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 26 जून 2020 – बैक ऑफ बडौदा के डिजिटल प्लेटफार्म पर वित्तीय वर्ष 2020 की चैथी तिमाही में 41 लाख नए यूजर जुडे़ हंै। इनमें से 34 लाख अप्रेल-मई 2020 के दौरान जुडे़ हैं। यह डिजिटल बैंकिंग सेवाओं की बढ़ती स्वीकार्यता और प्रभाव का प्रमाण है। इसके अलावा 88 प्रतिशत सेविंग बैंक
एकाउंट टैब बैंकिंग के जरिए खोले गए हैं।
बैंक ने वित्तीय वर्ष 2019-20 के चैथे क्वार्टर में यूपीआई लेन देन में 16 प्रतिशत और मोबाइल बैंकिंग लेन देन में 8 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की है। बैंक ऑफ बडौदा मोबाइल एप बडे बैंकों में टाॅप तीन में आ गया है। बैंक ने व्यापारियों के यूपीआई चैनल से जुडने क मामले में 280 प्रतिशत क्यू आॅन क्यू ग्रोथ दर्ज की है। इसी तरह भीम आधार में 118 प्रतिशत की बढोतरी और पेमेंट गेटवे में 36 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। यह सरकार के डिजिटल इंडिया पर जोर देने और ग्राहकों के आॅनलाइन शाॅपिंग को पसंद किए जाने के कारण हुआ है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 23 जून को वित्तीय वर्ष 20 के चैथी तिमाही की आय घोषित की है। बैंक ने जनवरी से मार्च के बीच 507 करेाड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 8,875 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। बैंक का क्रेडिट प्रोफाइल काफी विविधता लिए हुए है और इसमें काॅरपोरेट से लेकर एमएसएमई, रिटेल, कृषि और अन्य वर्ग शामिल हैं। इन सभी में जनवरी से मार्च के बीच पिछले वर्ष इसी अवधि के मुकाबले बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित आत्मनिर्भर भारत आर्थिक राहत पैकेज के तहत एमएसएमई लोन देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों मंे यह बैंक शीर्ष तीन बैंकों मंे शामिल है। बैंक एमएसएमई सेक्टर को सहायता देने का सिलसिला आगे भी जारी रखेगा और पीएसबी 59 पोर्टल के तहत ऋण स्वीकृत करने और वितरित करने में सबसे आगे रहेगा।
बैंक की देश मे 9,482 शाखाएं हैं और 13,193 एटीएम और सेल्फ सर्विस चैनल्स के कैश रिसाइक्लर्स है। इसके अलावा 84,283 समर्पित कर्मचारियों का कार्यबल है। बैंक का वित्तीय समावेशन 51.2 मिलियन खातों तक है। इनमें 18,731 करोड़ रूपए जमा है और इनमें औसत जमा 3,658 रूपए है।
बैंक ऑफ बडौदा के प्रोवीजन्स वर्ष दर वर्ष के अनुसार 36 प्रतिशत कम हो कर 6,844 करोड़ रुपए पर पहुंच गए है। डूबत ऋणों के लिए किए गए प्रावधान वर्ष दर वर्ष आधार पर 69 प्रतिशत गिरावट के साथ 3,190 करोड़ रुपए पर पहुंच गए है। बैंक का ग्राॅस बैड लोन अनुपात या कुल अग्रिमों के मुकाबले कुल डूबत ़ऋण प्रतिशत 103 बेसिस पाॅइंटस (बीपीएस) गिरा है और यह 9.4 प्रतिशत है। बैंक को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2020 के मुकाबले 2021 में इसमें गिरावट नहीं होगी। अभी 65 प्रतिशत लोन बुक मोरेटोरियम में है और अगस्त तक यह अनुपात 35 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है।
वित्तीय वर्ष 2019 के चैथे क्वार्टर के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2020 में 65 प्रतिशत नए कार्ड जारी किए गए। वित्तीय वर्ष 2020 के चैथे क्वार्टर में बैंक सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड जारी करने की मासिक बढोतरी के मामले में दसवें स्थान पर बना हुआ है। रोचक बात यह है कि वित्तीय वर्ष 2019 के चैथे क्वार्टर के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2020 के चैथे क्वार्टर में इसके जरिए खर्च 100 प्रतिशत तक बढ़ा है।
बैंक डिजीटाइजेशन में नवाचार कर रहा है और इसने डेडीकेटेड स्टार्टअप शाखाएं खोली है। इनमें स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए विशेष तौर पर बनाए गए कस्टमाइज बैंकिंग प्रोडक्टस हैं। इसके जरिए युवा उद्यमियों को आकर्षित कर उनकी वित्तीय आवश्यकताएं पूरी की जा रही है। बैक ऑफ बडौदा 1500 से ज्यादा स्टार्टअप्स से सफलतापूर्वक जुडा हुआ है और इस पहुंच को लगातार बढा रहा है।
इंटीग्रेशन फ्रंट पर बैंक सभी काॅरपोरेट और काॅमन एनपीए खातों को बैंक ऑफ बड़ौदा में ले आया है। ई विजया बैंक और ई देना बैक के सभी एटीएम भी बैंक ऑफ बड़ौदा से जुड गए हैं। ग्राहकों से लगातार सम्पर्क किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि इंटीग्रेशन से जुडी
ग्राहको की कोई बड़ी समस्या बाकी न रहे।
बडौदा डिजीनेक्स्ट कैश मैनेजमेंट भी तेजी से अपना मार्केट शेयर बढ़ा रहा है। 2019-20 के दौरान 2,341 सीएफएस, पीएसयू, सरकारी विभाग और उभरते हुए कार्पोरेट्स ने बडौदा डिजीनेक्स्ट का उपयोग किया।
गांधीनगर र्कीगफट सिटी में बडौदा ग्लोबल शेयर्ड सर्विसेज के जरिए लाॅकडाउन के दौरान भी बैंक के बैंकिंग ऑपरेशन जारी रखे गए, ताकि व्यापार जारी रहे और उस पर कोई प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े। इसके लिए सभी जरूरी ऐहतियात भी रखे गए। एमटीएम अपटाइम को 88 प्रतिशत से ज्यादा रख कर कर निर्बाध डिजिटल ऑपरेशन सुनिश्चित किए गए। बैंक ने कृषि उत्पादों की क्राॅस बिक्री शुरू की, वही शाखाओं में ऑटोमेटेड प्लेटफार्म के जरिए आधार एनरोलमेंट सेंटर्स को मैनेज किया गया ताकि बेहतर सेवाएं मिलती रहें। बैंक के लिए सीकेवाईसी रीमीडिएशन के जरिए प्रतिदिन 10 हजार केस क्लीयर किए गए, ताकि टाइम लाइन के भीतर लम्बित मामले निपटाए जा सकें।
वित्तीय वर्ष 20 की चैथी तिमाही की अन्य विशेष बातें इस प्रकार हैं-
– पीसीआर लगातार उच्च स्तर पर रहा
– वित्तीय वर्ष 2019 के 4.34 प्रतिशत के मुकाबले 2020 में स्लिपेज रेश्यो गिर कर 2.97 प्रतिशत पर रहा।
– ग्लोबल एडवांस 5.95 प्रतिशत तक बढ़े और इनमें इंटरनेरशनल और डोमेस्टिक रिेटेल लोन (एक्स पोर्टफोलियो परचेज) क्रमशः 21.4 प्रतिशत और 16.05 प्रतिशत बढे़।
– रिटेल होम लोन में (एक्स पोर्टफोलियो परचेज) और ऑटो लोन क्रमशः 11.48 प्रतिशत और 41.24 प्रतिशत बढ़े।
– मार्च 20 में जमाओं की घरेलू लागत वर्ष दर वर्ष आधार पर 33बीपीएस कम होकर 5.20 प्रतिशत थी। जबकि डोमेस्टिक सीएएसए अनुपात 39.1 प्रतिशत था।
– 31 मार्च 2020 को बैंक का कैपिटल एडीक्वेसी रेश्यो 13.30 प्रतिशत और सीईटी-1 9.44 प्रतिशत रहा।