Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 25 जून 2020 – पावर सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने वाली और सरकारी स्वामित्व वाली प्रमुख एनबीएफसी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन ;पीएफसीद्ध ने कोविड. 19 के प्रकोप के कारण उत्पन्न अनेक चुनौतियों के बावजूद वित्तीय वर्ष 2019.20 ;अप्रैल.मार्चद्ध में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया।
ऋण देने वाली इस संस्था ने पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 68ए000 करोड़ रुपए के ऋण संवितरण के साथ 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक के ऋणों की मंजूरी के साथ बेहतर वित्तीय प्रदर्शन दिया। कोविड. 19 के फैलाव को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लाॅकडाउन के बावजूद मार्च 2020 के अंतिम सप्ताह में 11ए000 करोड़ रुपए का संवितरण किया गयाए जो इस वर्ष की उल्लेखनीय उपलब्धि कही जा सकती है। कंपनी के मजबूत आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण पीएफसी के कर्मचारियों ने वर्क फ्राॅम होम माॅडल को अपनाते हुए बड़े पैमाने पर संवितरण के इस कार्य को संभव बनाया।
वर्ष के दौरान पीएफसी ने अपने स्टैंडअलोन राजस्व में 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कीए जबकि उसने फंड की लागत में 16 बीपीएस की कमी दर्ज की। कंपनी का शुद्ध एनपीए 4ण्55 प्रतिशत से घटकर 3ण्8 प्रतिशत हो गयाए जो कंपनी के मजबूत प्रदर्शन को दर्शाता है। इसके अलावाए कंपनी ने अपने लोन एसेट्स में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कीए फंड की लागत में 16 प्रतिशत बीपीएस की कमीए और ब्याज दर में 16 बीपीएस की वृद्धि हुई। इसके अलावाए वित्त वर्ष के दौरानए पीएफसी ने 2ए700 करोड़ रुपए की लागत वाली दो तनावग्रस्त परियोजनाओं का समाधान किया. रतनइंडिया अमरावती और जीएमआर छत्तीसगढ़।
चुनौतीपूर्ण वातावरण के बावजूदए सालाना आधार पर शुद्ध लाभ तुलनीय हैए जो वित्त वर्ष 2019 में 6953 करोड़ रुपए की तुलना में वित्त वर्ष 2020 में 6788 करोड़ रुपए रहाए कॉर्पोरेट टैक्स दर में बदलाव के कारण डीटीए के एक बार के प्रभाव को छोड़कर। वित्त वर्ष 20 के पिछले 45 दिनों में असाधारण विनिमय दर में 6 प्रतिशत की भिन्नता के कारण भी लाभ प्रभावित हुआ है।
वित्त वर्ष 2019.20 ;समेकित आधारद्ध के वित्तीय मुख्य आकर्षण में शामिल हैं. 15 प्रतिशत राजस्व वृद्धिए 12 प्रतिशत ऋण परिसंपत्ति विकासए शुद्ध एनपीए 4ण्20 प्रतिशत से घटकर 3ण्57 प्रतिशत हो गया।