Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 20 जून 2020 – भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युतोत्पादक कंपनी, टाटा पावर ने घोषणा की कि कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी, टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) को महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) द्वारा महाराष्ट्र में 100 मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट विकसित करने का जिम्मा सौंप दिया गया है।
पावर पर्चेज एग्रीमेंट (पीपीए) के तहत वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने की निर्धारित तिथि से 25 वर्षों तक एमएसईडीसीएल को ऊर्जा की आपूर्ति की जायेगी। दिसंबर 2019 को पांचवें चरण में एमएसईडीसीएल द्वारा घोषित निविदा के लिए बोली लगाकर कंपनी ने यह प्रोजेक्ट हासिल किया। यह प्रोजेक्ट पीपीए के लागू होने की तिथि से 18 महीने के भीतर शुरू किया जायेगा।
इस उपलब्धि के बारे में, टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व प्रबंध निदेशक, श्री प्रवीर सिन्हा ने बताया, ”हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमें महाराष्ट्र में 100 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट को विकसित करने का कार्य सौंपा गया है, और हम हमें यह अवसर प्रदान किये जाने के लिए महाराष्ट्र सरकार और एमएसईडीसीएल के अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। इस प्रोजेक्ट के मिलने के साथ, रीन्यूएबल्स की संचित क्षमता 3,557 मेगावाट हो जायेगी।”
टाटा पावर के प्रेसिडेंट – रीन्यूएबल्स, श्री आशीष खन्ना ने कहा, ”हमें हमारी जीत की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है और हम नवीकरणीय ऊर्जा, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट, इंजीनियरिंग व निष्पादन क्षमताओं के प्रति हमारा दृढ़ संकल्प प्रदर्शित करते रहेंगे। हमें उम्मीद है कि हम हमारी क्षमताओं को बढ़ाते रहेंगे, अपेक्षाओं पर खरा उतरते रहेंगे और संपूर्ण रूप से उच्च मानक कायम करना जारी रखेंगे।”
इस प्लांट से प्रति वर्ष लगभग 240 MU ऊर्जा पैदा होने का अनुमान है और इससे प्रति वर्ष लगभग 240 मिलियन किग्रा. कार्बन डाइ-ऑक्साइड का उत्सर्जन कम हो सकेगा।
टाटा पावर की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़कर 3,557 मेगावाट हो जायेगी, जिसमें 2,637 मेगावाट परिचालनरत है और 920 मेगावाट का क्रियान्वयन अभी होना बाकी है, इसमें इस एलओए के तहत हासिल 100 मेगावाट भी शामिल है।