Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 10 जुलाई 2020 – प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष डिस्कॉम्स श्री अजिताभ शर्मा ने शुक्रवार को विद्युत भवन में जयपुर डिस्कॉम में विजिलेन्स चैकिंग अभियान, विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता, राजस्व वसूली की स्थिति सहित विभिन्न कार्यो एवं योजनाओं में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि पिन पाइन्टेड विजिलेन्स चैकिंग करने पर ही परिणाम आएगा और अभियान सफल होगा। इसके लिए रिपीटेड चोरी के मामलों में एफआईआर दर्ज कर नियमानुसार गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। डिस्कॉम की परफार्मेन्स की समीक्षा के दौरान कमजोर प्रदर्शन की वजह से अधिशाषी अभियन्ता ओ एण्ड एम धौलपुर श्री बी.एस.गुप्ता व अधिशाषी अभियन्ता ओ एण्ड एम-प्रथम झालावाड़ श्री दिेनेश कुमार गुप्ता को एपीओ किया गया है। समीक्षा बैठक में जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के.गुप्ता, निदेशक वित्त, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतर्कता, तीनों संभाग के संभागीय मुख्य अभियन्ता व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष डिस्कॉम्स ने समीक्षा करते हुए तीनों संभागीय मुख्य अभियन्ताओं को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए कि संस्थान को स्टे्रनथन करने के साथ ही प्रो-एक्टिवली कार्य को देखो और जिन सर्किलों में कार्य की प्रगति कम है वहां विशेष घ्यान देकर व्यवस्था को दुरस्त करावो। उन्होंने सर्किल वाईज राजस्व निर्धारण एवं वसूली की समीक्षा करते हुए संभागीय मुख्य अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए वास्तविक रीडिंग, सही बिलिंग व वास्तविक वसूली होनी चाहिए और अब बिलिंग का पूरा पैसा आना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विजीलेन्स चैकिंग में बिजली चोरी की भरी गई वीसीआर की राशि की वसूली के साथ ही बिलों की राशि की भी पूरी वसूली होना सुनिश्चित किया जाए।
श्री शर्मा ने जोनल सीई को निर्देश दिए कि चालू माह में सही रीडिंग, सही बिलिंग व वसूली, खराब मीटरों को बदलना आदि कार्य सही तरीके से होने चाहिए और आगामी एक माह में प्लान बनाकर डिफेक्टिव मीटरों को बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उपभोक्ताओं की बिल से सम्बन्धित शिकायतों का प्राथमिकता से समाधान करते हुए उनको अवगत भी कराया जाए कि आपको जारी बिल सही एवं नियमानुसार है। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पकड़ने के कार्य में बाधा डालने वाले एलिमेन्ट की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतर्कता को निर्देशित किया कि बिजली चोरी के पकड़े गए मामलों में विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही गिरफ्तारी की प्रक्रिया को गति प्रदान की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि अवैद्य ट्रांसफार्मरर्स की पहचान कर आगामी 10-15 दिनों में जप्त करने के साथ ही एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही भी की जाए। उपभोक्ता शिकायतों के समाधान की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि इनका प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए।
बैठक में प्रमुख रुप से विजीलेन्स चैकिंग अभियान की स्थिति, विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता, बकाया राशि की वसूली, केन्द्र प्रवर्तित व पूंजीगत प्रोजेक्टस की स्थिति, 33 केवी, 11 केवी, डीटी मीटरिंग व कन्ज्यूमर मीटरिंग की स्थिति, सिस्टम जनरेटेड लॉस की गणना का कार्य, व सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की प्रगति सहित डीडीयूजीजेवाई व आइपीडीएस योजनाओं के क्लोजर की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई।