Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 23 जुलाई 2020 टाटा पावर क्लब एनर्जी ने हमेशा से ही ऊर्जा के सक्षम उपयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन की समस्या से लड़ने के लिए अपनी कई गतिविधियों के जरिए प्राकृतिक संसाधनों के सक्षम प्रबंधन और संवर्धन का संदेश भी दिया है। पिछले 12 सालों से चलाए जा रहे इस ऊर्जा और पर्यावरण संवर्धन अभियान के साथ आज देश भर के 533 विद्यालय और 3.6 लाख से ज्यादा एनर्जी चैम्पियंस, 4.1 लाख से ज्यादा एनर्जी ऐम्बैसडर्स जुड़े हुए हैं।
टाटा पावर क्लब एनर्जी की शुरूआत 2007 में हुई, तब से लेकर इस अभियान ने 2 करोड़ 64 लाख से ज्यादा लोगों को ऊर्जा और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाया है। नयी दिल्ली, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोलकाता और अजमेर इन सात शहरों में 3 करोड़ 18 लाख यूनिट्स से ज्यादा ऊर्जा की बचत की है। देश भर के कई छात्रों, मुख्याध्यापकों, शिक्षकों और हितधारकों से इस अभियान को भारी समर्थन मिल रहा है।
ऊर्जा संवर्धन के मूल्यों और आदतों को बच्चों के मन में बिठाना, सीमित संसाधनों पर निर्भरता के कारण निर्माण हो रही समस्याओं के बारे में उन्हें जागरूक करना यह इस अभियान का उद्देश्य है ताकि वे बड़े होकर जिम्मेदार नागरिक और भविष्य के सक्रीय नेता बने।
अपने आज तक के कार्यकाल में क्लब एनर्जी ने ऊर्जा और पर्यावरण सुरक्षा और संवर्धन के संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए कई अभियान चलाए और उनके जरिए सामाजिक परिवर्तन लाया है। पिछले साल कंपनी ने चार नए अभियान शुरू किए – ‘आय हैव द पावर’ ‘आय लिव सिम्पली’ ‘#SwitchOff2SwitchOn’ और ‘आय कैन’ और क्लब एनर्जी की सफलता को भारत के युवाओं तक पहुंचाया। इन अभियानों का प्रसार फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी किया गया और भारी संख्या में लोगों को इसकी जानकारी दी गयी।
क्लब एनर्जी ने ‘ई-लर्निंग फ्रायडेज्’ मॉड्यूल शुरू किए। इसमें साप्ताहिक वेबिसोड सीरीज होती है जिसमें बच्चों और उनके माता-पिता को लॉकडाउन के दौरान पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को अपनाने का संदेश दिया गया। ‘ई-लर्निंग फ्रायडेज्’ के जरिए टाटा पावर नयी पीढ़ी तक पहुंचकर उन्हें उपयुक्त और व्यावहारिक जानकारी देने और बच्चों और वयस्कों को उनकी सोच और आचरण में बदलने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
ऊर्जा के उपयोग को नियंत्रण में रखने के साथ-साथ यह सीरीज ऊर्जा बचत के लाभों की भी जानकारी देती है। इस मॉड्यूल को 2,00,000 से ज्यादा इम्प्रेशन्स मिले हैं और देशभर के 35000 से ज्यादा लोगों ने इन्हें देखा है। इस नयी सीरीज के एपिसोड्स हर शुक्रवार को क्लब एनर्जी के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निःशुल्क उपलब्ध हैं। अगला एपिसोड सक्रीय नागरिकता के बारे में है और उसे http://www.clubenerji.com/resources/e-learning-fridays.aspx पर 31 जुलाई को देखा जा सकता है। इन ऑनलाइन मॉड्यूल्स के जरिए क्लब एनर्जी विद्यालयीन और महाविद्यालयीन बच्चों को जलवायु परिवर्तन की समस्या से लड़ने के बारे में जानकारी देना चाहता है और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाना चाहता है।
इस राष्ट्रीय अभियान को “क्लब एनर्जी #Switchoff2SwitchOn” अभियान के लिए सोशल इनोवेशन केटेगरी और सोशल एनर्जी सोल्यूशंस सबकेटेगरी में प्रतिष्ठित “एडिसन अवॉर्ड” से नवाजा गया है।
टाटा पावर की कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस और सस्टेनेबिलिटी चीफ सुश्री शालिनी सिंग ने बताया, “क्लब एनर्जी ने आज तक कई पड़ाव पार किए हैं। एक प्रभावकारी वैश्विक अभियान बन चुकी इस पहल का हिस्सा होना मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है। पिछले कुछ सालों में हमने एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया है जो विभिन्न गतिविधियों के जरिए जलवायु परिवर्तन की समस्या को सुलझाने के लिए जिम्मेदारी से सक्रियता के जरिए मदद करता है। हाल ही में जीता गया एडिसन अवॉर्ड बच्चों, अभिभावकों और टाटा पावर के हमारे हजारों सहयोगियों के समर्थन की पुष्टि करता है। हमें पूरा भरोसा है कि यह अभियान इसी तरह से आगे बढ़ते हुए, नयी बुलंदियों को छुएगा और भविष्य में इससे भी बड़ा राष्ट्रीय आंदोलन बनेगा।”
एज्युकेट (विद्यालयीन बच्चों को ऊर्जा संवर्धन की आदतों के बारे में जानकारी देना), एंगेज (समाज में जागरूकता फैलाने के लिए एनर्जी चैम्पियंस को सशक्त करना), एन्हांस (क्लब एनर्जी की गतिविधियों में हिस्सा लेने और योगदान देने के लिए विद्यालयों को प्रोत्साहित करना) और एम्पॉवर (अभियान को आगे बढ़ाने के लिए स्वयंपूर्ण मिनी क्लब्स तैयार करना) – यह 4ई दृष्टिकोण अपनाकर क्लब एनर्जी एक सफल पहल के रूप में उभरा है और एक वैश्विक अभियान बना है। भारत के अलावा टाटा पावर क्लब एनर्जी को फ़्रांस, जर्मनी, यूनाइटेड स्टेट्स, आयरलैंड, फिलीपींस, बांग्लादेश, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, दक्षिण अफ्रीका और नेपाल में भी फॉलो किया जाता है। आईआईएम-अहमदाबाद में क्लब एनर्जी एक केस स्टडी है और इसे टेडएक्स प्लेटफार्म पर भी इसकी चर्चा की गयी है।