Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 04 अगस्त 2020 – बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपने निदेशक-मंडल के अनुमोदन के बाद,वित्तीय वर्ष 2020 -21 की प्रथम तिमाही के लिए अपने लेखा-परीक्षित परिणाम घोषित किये।
शुद्ध लाभ 247% बढ़ा तथा यह रु.844 करोड़ रहा।
परिचालनात्मक लाभ 25.27% बढ़ा। वैश्विक कारोबार, वर्षानुवर्ष आधार पर 13.77% से बढ़कर रु.10,10,675 करोड़ के स्तर पर रहा तथा रु.10 लाख करोड़ के मील के पत्थर को पार कर गया। आय पर लागत अनुपात कम हुआ। यह वित्तीय वर्ष 2019-20 की प्रथम तिमाही में 51.47% था जो कम होकर वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्रथम तिमाही में 45.18% हो गया। निवल एन.पी.ए. अनुपात 3.58% के स्तर पर रहा जो पिछली तिमाही के 3.88% के स्तर से कम है। प्रावधान कवरेज अनुपात 84.87% के स्तर पर है। |
कारोबार:
- वर्षानुवर्ष आधार पर 77% वृद्धि के साथ वैश्विक कारोबार रु.10 लाख करोड़ के स्तर को पार कर गया। 30 जून, 2019 के रु.8,88,315 करोड़ के स्तर से बढ़कर, वैश्विक कारोबार, 30 जून, 2020 को 10,10,675 करोड़ हो गया।
- वर्षानुवर्ष आधार पर वैश्विक अग्रिमों में 47% की बढ़ोतरी हुई। यह जून 2019 में रु.3,76,078 करोड़ था जो बढ़कर जून, 2020 में रु.4,15,440 करोड़ हो गया। घरेलू अग्रिमों में वर्षानुवर्ष आधार पर 10.96% की बढ़ोतरी हुई। यह जून, 2019 में रु.3,24,198 करोड़ था जो जून 2020 में बढ़कर रु.3,59,715 करोड़ हो गया। वर्षानुवर्ष आधार पर विदेशी अग्रिमों में 7.41% की बढ़ोतरी हुई। यह जून 2019 में रु.51,880 करोड़ था जो जून 2020 में बढ़कर 55,725 करोड़ हो गया।
- वर्षानुवर्ष आधार पर वैश्विक जमाराशियों में 20% की बढ़ोतरी हुई। यह जून 2019 में रु.5,12,237 करोड़ थे जो जून 2020 में बढ़कर रु.5,95,235 करोड़ हो गये। वर्षानुवर्ष आधार पर घरेलू जमाराशियों में 21.19% की बढ़ोतरी हुई। यह रु.4,27,064 करोड़ से बढ़कर रु.5,17,577 करोड़ हो गयी।
- घरेलू कासा वर्ष-दर-वर्ष 15.09% की वृद्धि के साथ जून, 2019 में रु. 1,80,186 करोड़ से बढ़कर जून, 2020 में रु. 2,07,370 करोड़ हुआ और कासा प्रतिशत 40.60% पर रहा।
- प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र अग्रिम जून, 2019 में रु. 1,23,452 करोड़ से बढ़कर जून, 2020 में रु. 1,29,411 करोड़ हुआ जो कि एएनबीसी का 41.46% है, जो विनियामक अपेक्षा से अधिक है।
आस्ति गुणवत्ता
- बैंक का सकल एनपीए जून, 2019 में रु. 62,068 करोड़ से घटकर मार्च, 2020 में रु. 61,550 करोड़ और जून, 2020 में रु. 57,788 करोड़ हो गया। निवल एनपीए भी जून, 2019 में रु. 19,288 करोड़ से घटकर मार्च, 2020 में रु. 14,320 करोड़ और जून, 2020 में रु. 13,275 करोड़ हो गया।
- सकल एनपीए अनुपात जो जून, 2019 में 16.50% था सुधरकर मार्च, 2020 में 14.78% और जून, 2020 में और भी घटकर 13.91% हो गया। इसी प्रकार, निवल एनपीए अनुपात जून, 2019 में 5.79% से घटकर मार्च, 2020 में 3.88% हो गया और यथा जून, 2020 को 58% पर रहा।
- प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) जो जून, 2019 में 77.18% था, वर्ष-दर-वर्ष और क्रमिक आधार पर सुधरकर मार्च, 2020 में 83.74% और जून, 2020 में 84.87% हो गया।
लाभ – वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही
- बैंक का परिचालन लाभ जो वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में रु. 2,271 करोड़ था, बढ़कर वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 25.27% की वृद्धि दर्ज करते हुए रु. 2,845 करोड़ हो गया।
- बैंक का शुद्ध लाभ (पीएटी) जो वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में रु. 243 करोड़ था, वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 247% की वृद्धि के साथ बढ़कर रु. 844 करोड़ पर पहुंच गया।
- निवल ब्याज आय (एन.आई.आई.) जो वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में रु. 3,481 करोड़ था, वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में रु. 3,485 करोड़ पर रहा।
- गैर ब्याज आय जो वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में रु. 1,195 करोड़ था,85% की वृद्धि के साथ बढ़कर वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में रु. 1,707 करोड़ हो गया। ट्रेजरी आय में वृद्धि के फलस्वरूप गैर ब्याज आय में वृद्धि हुई।
अनुपात
- एनआईएम (वैश्विक) जो जून, 2019 में 2.67% था, जून, 2020 में 2.48% पर रहा, एनआईएम (घरेलू) जो जून, 2019 में 3.03% था, जून, 2020 में 2.73% रहा। एनआईएम में कमी, अन्य बातों के साथ-साथ ऋण-वृद्धि में गिरावट और प्रभावी दर अंतरण करने की दिशा में किए गए प्रयासों की वजह से माना जा सकता है।
- लागत आय अनुपात (वैश्विक) जो जून, 2019 में 51.47% था, वर्ष-दर-वर्ष एवं क्रमिक वृद्धि के साथ सुधरकर मार्च, 2020 में 51.60% और जून, 2020 में 45.18% हो गया।
- जमा पर लागत (वैश्विक) वर्षानुवर्ष और क्रमिक रूप से बढ़ी है। यह अनुपात जून 2019 के 56% तथा मार्च, 2020 के 4.53% की तुलना में सुधरकर जून, 2020 में 4.32% रहा।
पूंजी पर्याप्तता
- सोलो आधार (बासेल III) पर सीआरएआर जून 2020 में 76% की अपेक्षा मार्च 2020 में 13.10% पर रहा। सीईट 1 पूंजी 9.46% पर तथा टियर-I पूंजी 9.48% पर रही।
पहल
- तकनीकी प्लेटफॉर्म फिनेकल 7.0 का एडवांस चरण फिनेकल 10.0 में अद्यतन किया जा रहा है तथा इसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।
- ‘त्वरित चेतावनी संकेतों’ की ट्रैकिंग हेतु तकनीकी द्वारा चालित ऋण निगरानी प्रणाली बनाई गई है तथा रियलटाइम धोखाधड़ी की निगरानी हेतु “उद्यम केंद्रित धोखाधड़ी निगरानी प्रबंधन” का फ्रेमवर्क प्रक्रियाधीन है।
- ग्राहकों को उनके कार्ड के परिचालन में अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए डेबिट कार्ड कंट्रोल एप एवं डेबिट कार्ड कंट्रोल एप शुरू की गई हैं।
- देश भर की शाखाओं में सरकारी खाते एवं पेंशन खाते खुलवाने के लिए स्पेशल ड्राइव शुरू की गई है।
- सर्वश्रेष्ठ ग्राहक सेवा उपलब्ध कराने के लिए एक अतिरिक्त सुपुर्दगी चैनल के रूप में यूनीवर्सल टच पॉइंट (कॉल सेंटर, वेबसाइट तथा एप) के माध्यम से डोर स्टेप बैंकिंग (डीएसबी) की शुरूआत की गई।
- कर्मचारियों की वचनबद्धता को प्रोत्साहित करने के लिए एचआर की पहल ‘स्टार अन्वेषण’ को कार्यान्वित किया गया है।
- पीएमएसवीए निधि योजना, जो स्ट्रीट वेंडरों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए योजना है, इसके अंतर्गत ‘स्टार हॉकर आत्मनिर्भर ऋण (एसएचएएल)’ आरम्भ की गई है।
- कोविड-19 के समय में उधारकर्ताओं को सहायता उपलब्ध कराने के लिए गारंटीकृत आपातकालीन ऋण व्यवस्था (जीईसीएल) सहित विभिन्न आपातकालीन ऋण व्यवस्थाओं में विस्तार किया गया है।
पुरस्कार :
- बैंक ऑफ़ इंडिया को बैंक श्रेणी में रीडर्स डाइजेस्ट विश्वसनीय ब्रांड, 2019 द्वारा सर्वाधिक विश्वासनीय ब्रांड द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- पीएफआरडीए द्वारा एपीवाई गठन दिवस अभियान (वित्तीय वर्ष 2019-20) में बेस्ट परफॉर्मिंग पब्लिक सेक्टर बैंक घोषित किया गया।
- बैंक को क्यूआर कैश हेतु ईटीबीएफएसआई एक्सीलेंस अवार्ड 2019 का मोस्ट इनोवेटिव लार्ज साइज़ बैंक का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- बैंक को इनफोसिस फिनेकल क्लाइंट्स इनोवेशन अवार्ड 2019 प्राप्त हुआ।