Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 13 अगस्त 2020
- Q1FY21 की मुख्य बातें:
- अग्रिम^:
- Q1FY21 में एडवांस^ 15,573 करोड़ रु. रहा, एडवांस ^ में 27% की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि
- बैंक ने Q1FY21 में 564 करोड़ रु. बांटे
- 76% एडवांस * प्रत्याभूत ऋण है
- देयताएं:
- 30 जून, 2020 को सीडी को छोड़कर डिपॉजिट्स 11,471 करोड़ रु.; वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 30% वृद्धि और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 11% वृद्धि
- 30 जून, 2020 को रिटेल टीडी 4,377 करोड़ रु. रहा; वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 96% वृद्धि और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 15% वृद्धि
- 30 जून, 2020 को बचत खाता जमा 2,024 रु. रहा, 9 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि
- 30 जून, 2020 को कासा 2,354 करोड़ रु. रहा, कुल जमा और कासा का प्रतिशत 21% रहा
^एडवांस = जारी आईबीपीसी सहित सकल अग्रिम
- जुन’20 में सभी चैनल्स (टीएएससी, सीए, कॉर्पोरेट वेतन, एनआर) पूर्णत: परिचालन शुरू हो गया
- प्रमुख अनुपात:
- Q1FY21 में लागत-आय अनुपात+41% रहा, जबकि Q1FY20 में यह 69.09% रहा
- Q1FY21 में आरओए^ और आरओई# क्रमश: 20% और 8.72% रहा
- पूंजी:
- 30 जुन, 2020 को, कुल सीआरएआर 59% रहा और टायर-1 सीआरएआर 20.61% रहा; जो 15% और 7.5% की विनियामक आवश्यकताओं से काफी अधिक रहा
- टायर II पूंजी98%
- ट्रीजरी व लिक्विडिटी:
- बैंक ने पीएसएल/नॉन-पीएसएल एडवांसेज के मिश्रण के साथ इंटर-बैंक पार्टिसिपेशन सर्टीफिकेट्स (IBPCs) लिया है, जो बैंक की तरलता और भी बढ़ा देता है
- 06.2020 को लिक्विडिटी कवरेज अनुपात (LCR) 139.4% रहा, जो कि एलसीआर के 80 प्रतिशत न्यूनतम विनियामक आवश्यकता से काफी अधिक है
- Q1FY21 में फंड्स का औसत लागत63% रहा
- लाभ और हानि:
- Q1FY21 में शुद्ध ब्याजीय आय 404 करोड़ रु. रही, जबकि Q1FY20 में यह 337 करोड़ रु. था, एनआईएम* 8.63%
- Q1FY21 में प्रोविजन एवं राइट-ऑफ पूर्व पीबीटी 146 करोड़ रु. रहा, जबकि Q1FY20 में यह 123 करोड़ रु. था
- तिमाही के दौरान, बैंक ने 68.34 करोड़ रु. का प्रावधान किया, जिसमें पिछली तिमाही में 99.63 करोड़ रु. के कोविड-19 प्रावधान के अलावा कोविड-19 के संभावित प्रभाव के लिए 45 करोड़ रु. का अतिरिक्त प्रावधान शामिल है
- अभी बैंक के पास कोविड-19 संबंधी 144.63 करोड़ रु. का प्रावधान है (मानक व एनपीए प्रावधानों के अलावा) जो कि हमारे कुल सकल अग्रिम का 93% है
- Q1FY21 में कर-पश्चात लाभ 60 करोड़ रु. रहा, जबकि Q1FY20 में यह 59 करोड़ रु. था
एनआईएम = औसत आय अर्जक परिसंपत्तियों के प्रतिशत रूप में शुद्ध ब्याजीय आय |+लागत-आय अनुपात की गणना परिचालन व्यय और शुद्ध परिचालन लागत (शुद्ध परिचालन लागत, शुद्ध ब्याजीय आय और अन्य आय का योग है) को विभाजित करके की जाती है ^आरओए –वर्ष/अवधि का शुद्ध अनुपात/औसत परिसंपत्ति का अनुपात | आरओई# –अवधि के शुद्ध लाभ / शेयरधारकों की औसत इक्विटी का अनुपात है
- बैलेंस शीट:
- 30 जून, 2020 को एडवांस^ 27% वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ 15,573 करोड़ रु. रहा
- माइक्रो फाइनेंस Q1FY20 के 3,124 करोड़ रु. से 16% वर्ष-दर-वर्ष बढ़कर Q1FY21 में 3,618 करोड़ हो गया
- स्मॉल बिजनेस लोन (एचएफ सहित) Q1FY20 के 4,926 करोड़ रु. से 32 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि के साथ Q1FY21 में 6,484 करोड़ रु. हो गया
- व्हीकल फाइनेंस Q1FY20 में 3,027 करोड़ रु. से 25 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ Q1FY21 में 3,776 करोड़ रु. हो गया
- एमएसई फाइनेंस Q1FY20 के 280 करोड़ रु. से 154 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ Q1FY21 में 712 करोड़ रु. हो गया
- कॉर्पोरेट लोन Q1FY20 में 555 करोड़ रु. से 39 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ Q1FY21 में 772 करोड़ रु. हो गया
- देयताएं और ब्रांच बैंकिंग:
- सीडी को छोड़कर जमा 11,471 करोड़ रु. रहा, 30 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि
- 30 जून 2020 को रिटेल टीडी 4,377 करोड़ रु. रहा, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 96 प्रतिशत की वृद्धि हुई और तिमाही दर तिमाही आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई
- 30 जून, 2020 को बचत खाता जमा 2,024 करोड़ रु. रहा, 9 प्रतिशत तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई
- 30 जून, 2020 को कासा 2,354 करोड़ रु. रहा, कुल जमा के प्रतिशत रूप में कासा 21 प्रतिशत रहा
- परिसंपत्ति गुणवत्ता:
- Q1FY21 में जीएनपीए$68%, जबकि Q4FY20 में 2.72% और Q1FY20 में 2.73%
- Q1FY21 में एनएनपीए$39%, जबकि Q4FY20 में 1.50% और Q1FY20 में 1.54%
- मोरेटोरियम की जानकारी:
परिसंपत्ति उत्पाद | जून 2020 को | जुलाई 2020 को |
31 मार्च, 2020 को सकल अग्रिम का ऑप्ट-इन % | 30 जून, 2020 को सकल अग्रिम का ऑप्ट इन % | |
माइक्रो फाइनेंस | 59% | 42% |
स्मॉल बिजनेस लोन्स | 42% | 40% |
न्यू कॉमर्शियल व्हीकल फाइनेंस | 65% | 54% |
यूज्ड कॉमर्शियल व्हीकल फाइनेंस | 70% | 60% |
एमएसई फाइनेंस (कार्यशील पूंजी) | 48% | 46% |
कॉर्पोरेट – एनबीएफसी बुक | 0% | 0% |
कॉर्पोरेट – स्मॉल कॉर्पोरेट | 96% | 96% |
कुल | 51% | 43% |
$आईबीपीसी सहित जीएनपीए और एनएनपीए
इक्विटास होल्डिंग्स लिमिटेड (”कंपनी”) के विषय में:
इक्विटास होल्डिंग्स लिमिटेड (‘‘कंपनी’’) नॉन-डिपॉजिट टेकिंग सिस्टमेटिकली इंपोर्टेंट – कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी – (CIC-ND-SI) है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के यहां पंजीकृत है। ईएचएल के मुख्य उद्देश्य (1) निवेश कंपनी/फाइनेंस कंपनी का व्यवसाय करना है,और (2) धारक कंपनी का व्यवसाय करना है और अनुषंगी कंपनियों में निवेश करना है
कंपनी की अनुषंगियां निम्नलिखित हैं:
- इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड, जिसे स्मॉल फाइनेंस बैंक का कारोबार करने के लिए बैंकिंग विनियमन एक्ट, 1949 की धारा 22 के तहत लाइसेंस प्राप्त हैय
- इक्विटास टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड [ETPL] कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत पंजीकृत है और फ्रेट एग्रीगेशन का व्यवसाय करती है।
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड [ESFBL] के विषय में
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (इक्विटास एसएफबी) बैंकिंग आउटलेट्स की संख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है, और वित्त वर्ष 2019 में प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति व कुल जमा (स्रोतः क्रिसिल रिपोर्ट) की दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है। इसके प्रमुख ग्राहक खंडों में वे लोग शामिल हैं जिन्हें उनके अनौपचारिक, वैरिएबल एवं नकद-आधारित आय प्रोफाइल के चलते औपचारिक फाइनेंसिंग चैनल्स के लिए सीमित एक्सेस है। यह इन ग्राहक खंडों की आमदनी प्रोफाइल, व्यवसाय की प्रकृति एवं उपलब्ध प्रतिभूति के प्रकार को ध्यान में रखते हुए उनकी विशिष्ट आवश्यकताएं पूरी करने के लिए विभिन्न उत्पाद व सेवाएं उपलब्ध कराती है। इसके परिसंपत्ति उत्पाद विभिन्न प्रोफाइल्स वाले तरहत-तरह के ग्राहकों के लिए उपयुक्त हैं।