Edit-Roshan Jha
जयपुर 20 अगस्त 2020 – मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही हर इंसान के लिए ज़रूरी है। अगर कोई इन्सान देखने में शारीरिक रूप से स्वस्थ है तो यह ज़रूरी नहीं कि उसका मानसिक स्वास्थ्य भी सही होगा। हमें अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की उतनी ही ज़रूरत है जितनी कि हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं। मूड स्विंग होना, छोटी छोटी बात पर बुरा मान जाना, ज़्यादा सोचना, चिंता करना, नींद नहीं आना, अकेले रहना, ज़्यादा सोना, छोटी छोटी बातों पर भावुक हो जाना, गंभीर बीमारी का वहम होना, आत्म हत्या की सोचना, घबराहट या डर लगना आदि ऐसे लक्षण हैं जो मानसिक अस्वास्थता को दर्शाते हैं। जिस के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे कि परिवार का माहौल ख़राब होना, किसी क़रीबी की मृत्यु होना, सिर पर चोट लगना, बचपन में किसी दुर्घटना का होना, नशीले पदार्थों का सेवन करना आदि। जिनकी वजह से इंसान को बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैसे की रिश्तों का ख़राब होना, याददाश्त की कमी होना, नशे की लत लगना, अनजाना भय, आत्म हत्या, क़ानूनी और आर्थिक परेशानी होना आदि। हालाँकि मानसिक रोग की वजह से लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन यदि लोग इस पर गंभीरता से ध्यान दें तो इससे बचाव भी किया जा सकता है।
“से यस टू हेल्दी माइंड” अर्थात “स्वस्थ मन की ओर” प्रज्ञता फ़ाउंडेशन द्वारा संचालित एक प्रोजेक्ट है जिसके अंतर्गत लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाता है। इसके लिए फ़ाउंडेशन ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है ताकि लोगों को ऐसी महामारी की स्थिति में वक़्त पर सहायता मिल सके। प्रज्ञता फ़ाउंडेशन के ट्रस्टी मेंबर डॉक्टर संदीप कुमार जो कि पिछले सात साल से क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट के तौर पर कार्य कर रहे हैं, इस प्रोजेक्ट के मुख्य संचालक हैं। अगर आप या आपके आस पास कोई तनाव में है या किसी मानसिक समस्या से गुज़र रहा है तो आप इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं- 99921 11888