Edit-Rashmi Sharma
चेन्नई 01 सितम्बर 2020 – न्यू नाॅर्मल के चुनौतीपूर्ण दौर में महिलाओं को स्वतन्त्र एवं सुरक्षित राइडर बनाने के प्रयासों को जारी रखते हुए होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा. लिमिटेड ने खासतौर पर महिलाओं के लिए अपने डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकत अभियाना का आयोजन किया।
डिजिटल सुरक्षा जागरुकता प्रशिक्षण ‘होण्डा सड़क सुरक्षा ई-गुरूकुल’ ने दक्षिणी और पश्चिमी भारत केे 6 शहरों (चेन्नई, कोयम्बटूर, त्रिची, हैदराबाद, ठाणे और येओला) में 1घण्टे के तीन लर्निंग प्रोग्रामों के माध्यम से 160 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया, जिनमें कामकाजी महिलाएं, स्कूल और काॅलेज की युवा छात्राएं, अध्यापक और स्टाफ शामिल थे।
इस अवसर पर श्री प्रभु नागराज, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन्स, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘महिलाओं को स्वतन्त्र राइडर बनाकर सशक्त बनाने के प्रयास में होण्डा ने अपनी अनूठी पहल ड्रीम राइडिंग की शुरूआत की थी। सोशल डिस्टेंसिंग के इस नए दौर में ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को आश्वस्त राइडर बनाने के प्रयास में होण्डा ने खासतौर पर महिलाओं के लिए डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकता प्रशिक्षण की शुरूआत की है। हमें खुशी है कि 160 महिलाओं ने होण्डा सड़क सुरक्षा ई-गुरूकुल में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया, जिन्हें राइडिंग की सुरक्षित आदतों एवं सड़क सुरक्षा के नियमों से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानने का मौका मिला।’’
सत्र को रोचक और जानकारीपूर्ण बनाने के लिए होण्डा के रोड सेफ्टी इन्स्ट्रक्टर्स ने सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरुकता को बढ़ावा दिया। प्रशिक्षण के दौरान थ्योरी, वीडियोज़ एवं केस स्टडीज़ के माध्यम से सुरक्षित राइडिंग के महत्व, सुरक्षा गियर्स, सड़क सुरक्षा के नियमों, यातायात संकेतों के बारे में जानकारी दी गई। 1 घण्टे तक चले वीडियो सत्र केे बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन भी हुआ, जिसमें विभिन्न विषयों पर सवालों के समाधान किए गए।
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए होण्डा के काॅर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रयास
समाज के प्रति ज़िम्मेदार काॅर्पोरेट होने के नाते, होण्डा सड़क सुरक्षा जागरुकता में सक्रियता से योगदान दे रही है और टैªफिक ट्रेनिंग पार्कों, स्कूलों, काॅलेजों एवं काॅर्पोरेट्स में अपनी नियमित गतिविधियों एवं जागरुकता शिविरों के माध्यम से तमिलनाडू में 2.50 लाख से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बना चुकी है।
सभी आयु वर्गों के लोगों को शिक्षित करते हुए अपने 14 टैªफिक पार्कों (दिल्ली ’ 2, जयपुर, चण्डीगढ़, भुवनेश्वर, कटक, येओला, हैदराबाद, चेन्नई, लुधियाना, कोयम्बटूर, त्रिची, करनाल और ठाणे) के माध्यम से होण्डा देश भर में 36 लाख भारतीयों को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बना चुकी है। होण्डा अपने 4 टैªफिक पार्कों (करनाल, भुवनेश्वर, त्रिची और कोयम्बटूर) तथा 4 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों (रांची, कोझीकोडे, विजयवाड़ा और ऊना) में लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही है, इसके अलावा होण्डा स्कूलों, काॅलेजों, काॅर्पोरेटस एवं सोसाइटियों में नियमित गतिविधियों का आयोजन करती रहती है।
मई 2020 में होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल की शुरूआत के बाद से होण्डा 19 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के 68 शहरों में 40,000 से अधिक लोगों को डिजिटल तरीकों से सड़क सुरक्षा पर जागरुक बना चुकी है। सिविल सोसाइटी के सहयोग से होण्डा यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि भारतीय लोग सड़कों पर सुरक्षित रहें क्योंकि आने वाले समय में भारत लगातार अनलाॅक की ओर बढ़ रहा है।