Edit-Rashmi Sharma
मुंबई 21 अगस्त 2020 – भारत की अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड ने ग्रीन अफोर्डेबल हाउसिंग की दिशा में भारत की एकमात्र पहल ‘कुटुम्ब‘ का छठा एडिशन लाॅन्च किया है। यह पहल एशियन डेवलपमेंट बैंक, जर्मन एजेंसी फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन, क्लाइमेट बॉन्ड इनिशिएटिव, इंटरनेशनल फाइनेंस काॅर्पोरेशन, ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल ऑफ इंडिया और यूके सॉवरेन फंड सीडीसी के सहयोग से शुरू की गई है।
किफायती आवास पर सरकार के फोकस को ध्यान में रखते हुए, कुटुम्ब के माध्यम से आईआईएफएल होम फाइनेंस का उद्देश्य ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ से ‘ग्रीन हाउसिंग फॉर ऑल’ तक मिशन का विस्तार करना है।
कुटुम्ब के माध्यम से कंपनी, उद्योग विशेषज्ञों और किफायती आवास डेवलपर्स को किफायती आवास में सस्टेनेबल डेवलपमेंट का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहन के रूप में वित्तीय सहायता की पेशकश करती है। इससे पहले आईआईएफएल होम फाइनेंस ने अहमदाबाद, इंदौर, पुणे, बैंगलोर और हैदराबाद में कुटुम्ब के 5 एडिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
कुटुम्ब का छठा एडिशन वेबिनार और पॉडकास्ट की एक सीरीज है और इस तरह इसकी पहुंच बहुत व्यापक स्तर पर हुई। इस ई-कुटुम्ब की थीम थी- ‘सस्टेनेबल अफोर्डेबल हाउसिंग फाॅर आॅल – ए न्यू पैरडाइम अमिड पेंडेमिक‘। पहले सत्र में श्री प्रशांत कपूर, चीफ इंडस्ट्री स्पेशलिस्ट, ग्रीन बिल्डिंग एंड सिटीज, आईएफसी और प्रसिद्ध वास्तुकार श्री अशोक बी. लाल शामिल हुए। इस कार्यक्रम की मेजबानी आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड के सीईओ श्री मोनू रात्रा ने की।
श्री मोनू रात्रा ने कहा, ‘‘कोविड -19 महामारी ने बिल्डरों और घर के मालिकों की मानसिकता को बदल दिया है, क्योंकि आज सस्टेनेबल और एक स्वस्थ जीवन पर सबका फोकस है। इस पृष्ठभूमि में सस्टेनेबल और अफोर्डेबल हाउसिंग इनिशिएटिव संबंधी हमारे प्रयासों को बहुत मजबूती मिली है और अब हम इस विचार को और अधिक लोगों तक ले जाने के लिए तत्पर हैं। कारोबार के लिहाज से भी अफोर्डेबल ग्रीन हाउसिंग एक बेहतर कदम साबित होगा।‘‘
जकार्ता, मंगोलिया, फिलीपींस, और कोलंबिया जैसे अन्य विकासशील देशों के बीच समानता का जिक्र करते हुए श्री प्रशांत कपूर ने कहा, ‘‘हमारे देश में ग्रीन बिल्डिंग्स को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए रास्ता तलाशने की आवश्यकता है और बाजार में व्यापक स्तर पर बदलाव लाने के लिए हमें नए मानकों के अनुरूप हर स्तर पर प्रयास करने होंगे।‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि स्केलेबिलिटी के माध्यम से बचत पर प्रमुख जोर दिया गया है, जिसकी वजह से ग्रीन हाउस की बिक्री संभव हो सकेगी और देश में ऐसे मकान किफायती दरों पर उपलब्ध हो सकेंगे।
देश में ग्रीन और सस्टेनेबल घर बनाने से संबंधित डिजाइन सिद्धांतों की चर्चा करते हुए, श्री अशोक बी लाल ने कहा, ‘‘अगर हम सौर पैनलों को स्थापित करने के लिए चार मंजिला इमारत की छत के 60 प्रतिशत हिस्से को सुरक्षित करते हैं, तो यह उस इमारत के सभी निवासियों की ऊर्जा की मांग को पूरा कर सकता है। भवन की ऊँचाई का कार्बन उत्सर्जन के साथ सीधा संबंध है और ऊँचाई का मामला अफोर्डेबिलिटी को विपरीत तरीके से प्रभावित करता है।‘‘
किफायती हाउसिंग फाइनेंस सेगमेंट में एक अग्रणी कंपनी आईआईएफएल होम फाइनेंस, ने लॉकडाउन के बाद भी कारोबार में काफी उछाल देखा है, जबकि समग्र रियल एस्टेट सेक्टर उच्च इन्वेंट्री और सुस्त मांग से जूझ रहा है।