Edit-Sohan lal
बांदीकुई 16 सितम्बर 2020 – राजनैतिक पार्टियों के कार्यकर्ता,पदाधिकारी, प्रभावशाली, धनबल व बाहुबली लोग के द्वारा गरीबों, कमजोर, लोगों के हकों पर अक्सर अपने राजनैतिक प्रभाव, धनबल व बाहुबल के आधार पर ढाका डाला जाता है जिसके चलते निर्धन, कमजोर व मजलूम लोगों को अपने अधिकारों से वंचित होना पड़ता है।चाहे किसी सरकारी योजना हो,या गरीबों को मिलने वाला राशन हो,सरकारी लोन हो हर जगह इन्हीं लोगों का बोलबाला है।
ऐसे में इन लोगों को चाहिए कि वे गैर कानूनी तरीके से ले रहे लाभ को छोड़ें व गरीब लोगों के उत्थान हेतु चलाई जाने वाली योजनाओं में वास्तविक गरीबो को लाभ मिल सके ।यहाँ तक कि अकेले बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र में यदि थर्ड पार्टी ऑडिट, स्वतंत्र प्रभार वाली एजेंसी के माध्यम से जाँच करवाई जावे तो कई सौ कूटनीतिक व जाली दस्तावेजों के आधार पर लाभ लेने वाले कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों व प्रभावशाली लोगों की सच्चाई सामने आ सकती है।लेकिन ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि इन लोगों के खिलाफ जाँच व कार्यवाही की हिम्मत करे कौन? यहाँ तक ऐसे लोगों द्वारा अब विकलांग व्यक्तियों को मिलने वाले लाभ व योजनाओं में भी कूटनीतिक जाली दस्तावेजों के आधार पर ढाका डालना शुरू कर दिया है।ऐसे में निर्धन, कमजोर व विकलांग व्यक्ति अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है।भ्रष्टाचार व राजनैतिक प्रभाव ने इस देश के सरकारी तंत्र को खोखला व बर्बाद कर दिया है।
ऐसे में विधायक महोदय को चाहिए कि वे अपने विधानसभा सभा क्षेत्र में अधिकारों से वंचित निर्धन ,गरीब,असहाय व विकलांग व्यक्तियों को उनका पूरा हक दिलवाये व विधानसभा में थर्ड पार्टी ऑडिट की मांग/स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाकर गरीबों असहायों व विकलांगो को पूरा लाभ दिलवाये व फर्जी व जालसाजी दस्तावेजों के आधार पर गरीबों के हको का निवाला छीनने वालो को कठोर व कड़ी सजा दिलवावे ताकि भविष्य में फिर कोई भी व्यक्ति ऐसे कार्य करने की हिम्मत न जुटा सके।
रामप्रकाश डोई
सामाजिक कार्यकर्ता