Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 11 सितम्बर 2020 – राजस्थान उद्योग विभाग जरूरतमंद माइक्रो-स्मॉल, और मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए वित्तीय उत्पादों तक पहुंच बढ़ाने और अनुकूल माहौल बनाने के लिए काम कर रहा है । इसके लिए राजस्थान उद्योग विभाग और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक ने साथ में मिलकर परियोजना प्रबंधन इकाई (पीएमयू) की स्थापना के लिए एक एमओयू किया है । राजस्थान के उद्योग मंत्री श्री परसादी लाल मीणा, प्रमुख सचिव उद्योग श्री नरेश पाल गंगवार और और संयुक्त सचिव उद्योग विभाग सुश्री चिन्मयी गोपाल की उपस्थिति में एमओयू पर उद्योग आयुक्त सुश्री अर्चना सिंह और सिडबी के महाप्रबंधक श्री बलबीर सिंह ने शुक्रवार को हस्ताक्षर किए।
उद्योग मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि “राजस्थान सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है, उसी दिशा में एमएसएमई को मजबूत करने की दिशा में से एक कदम है। एमओयू के जरिए एमएसएमई को वित्त विकल्पों में मदद मिलेगी और अन्य चुनौतियों को दूर किया जा सकेगा।
प्रमुख शासन सचिव और एमएसएमई विभाग नरेश पाल गंगवार ने कहा, ” परियोजना प्रबंधन इकाई (पीएमयू) के जरिए राज्य सरकार की योजनाओं के लिए फ्रेमवर्क कियांवयन किया जाए साथ ही पॉलिसी का मूल्यांकन भी करेगा ।”
सीएम अशोक गहलोत के द्वारा राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सत्तत प्रयास किए जा रहे है । राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 के कार्यान्वयन के बाद नए एमएसएमई के लिए आवेदकों की संख्या में वृद्धि हुई है। एमओयू का उद्देश्य इन नवोदित उद्यमों की मदद करना भी है।
उद्योग आयुक्त सुश्री अर्चना सिंह ने कहा कि “पीएमयू नए आवेदकों तक पहुंतकर वित्त विकल्प चुनने में सहायता प्रदान कर सकता है। साथ ही, सिडबी विशेषज्ञता के जरिए छोटे कारोबारियों को इस क्षेत्र में लाभ उठा सकते है।”
इस अवसर पर, सिडबी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री वी सत्या वेंकटराव ने कहा, “राज्य में एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए हमने पहले ही राज्य सरकार के साथ गठजोड़ करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हमने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सिडबी के अधिम 11 राज्यों में पीएमयू को संचालित करने के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी की नियुक्ति की है।”