Edit- Swadesh Kapil
अलवर, 1 सितम्बर 2020। अलवर शहर के सदर थाना पुलिस ने फर्जी सिम पर फेसबुक व अन्य साइटों के माध्यम से भ्रमित विज्ञापन जारी कर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी स्विफ्ट गाड़ी बेचने के विज्ञापन से फेसबुक पर गाड़ी की फोटो डालकर डिलीवरी कराने के नाम पर ठगी का धंधा करते हैं।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि कई माध्यमों से यह जानकारी सामने आई कि अपराधियों द्वारा अपने मोबाइल फोन में फर्जी सिम पर फेसबुक व अन्य साइट्स के माध्यम से भ्रमित विज्ञापन जारी कर गाड़ी बुकिंग के नाम व डिलीवरी देने के नाम पर फर्जी पेटीएम नंबर में रुपए का ट्रांसफर करवाकर मोटी ठगी का काम कर रहे हैं। इस पर एक पुलिस टीम गठित की गई और मुखबिर के माध्यम से सूचनाएं संकलित कर अपराधियों को चिह्नित किया गया और लगातार उन पर निगरानी की गई।
इसी दौरान 30 अगस्त को थाने के कांस्टेबल राजवीर ने नोट किया कि एक फेसबुक प्रोफाइल से स्विफ्ट गाड़ी बेचने संबंधी ऐड आया है जिसमें मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। उन मोबाइल नंबरों पर पुलिस ने बोगस ग्राहक के माध्यम से सौदा करने के लिए वॉट्सएप चैटिंग की गई। चैटिंग के दौरान ही एक सफेद कलर की स्विफ्ट कार डिजायर का सौदा ₹3 लाख में तय हुआ। वॉट्सएप प्रोफाइल पर भारत के नक्शे पर तिरंगा लगाया हुआ था और फेसबुक प्रोफाइल पर एक व्यक्ति का फोटो आर्मी की वर्दी में लगा हुआ था जिसने फेसबुक चैटिंग पर स्वयं को आर्मी मैन बताया। उक्त मोबाइल धारक ने ₹2100 एडवांस अपने पेटीएम अकाउंट में डलवाने के लिए कहा। इस पर कांस्टेबल ने 11 सौ रुपए भेजे गए और बाकी बाद में देने की बात कही। गाड़ी डिलीवरी के लिए समोला चौक अलवर देने की बात सामने आई।
इस पर पुलिस टीम ने समोला चौक से ईटारणा आने की तरफ सड़क के पास घेराबंदी की जहां एक युवक खड़ा मिला और मोबाइल नंबरों की लोकेशन के आधार पर उक्त युवक आरोपी समयदिन उर्फ शंभू पुत्र जस्सा मेव निवासी पीपरोली रामगढ़ को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन में 4 सिम सहित जब्त किए गए। पूछताछ में समयदीन ने अमजद खान पुत्र शहाबुद्दीन निवासी मीरान पट्टी बहादुरपुर और रसमुद्दीन पुत्र मोरमल निवासी रोजा का चंदौली थाना सदर के द्वारा फर्जी आईडी से सिम उपलब्ध कराना बताया। पूछताछ के अनुसार, आरोपी अमजद खान पुत्र शहाबुद्दीन खान एवं रसमुद्दीन को गिरफ्तार कर किया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में यह फर्जी सिम लेते हैं और अब कैनोपी के माध्यम से जो सिम बेचते हैं उनकी जांच की जाएगी।
अलवर पुलिस की चेतावनी: फर्जी फेसबुक अकाउंट्स से बचें
अलवर जिला पुलिस अधीक्षक ने फर्जी फेसबुक अकाउंट्स से बचने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर बहुत से फेक अकाउंट्स बने हुए हैं। इसके लिए अपराधी किस्म के लोग गूगल से फोटो लेकर आईएएस, आईपीएस व अन्य अधिकारियों के फोटो ले लेते हैं और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर फेसबुक पर या ट्विटर पर फ्रेंड बन जाते हैं। इस तरह के अकाउंट्स के संपर्क में आने की सूचना पुलिस को जरूर देनी चाहिए ताकि अपराधियों के खिलाफ लीगल एक्शन लिए जा सकें।