Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 25 सितम्बर 2020 –यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (”कंपनी”), जो क्रिसिल के 30 जून, 2020 के आंकड़ों के अनुसार कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति[1] की दृष्टि से भारत की दूसरी सबसे बड़ी संपत्ति प्रबंधन कंपनी और म्युचुअल फंड क्यूएएयूएम (तिमाही औसत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति) के आधार पर भारत की आठवीं सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है, 29 सितंबर, 2020 को 10 रु. अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयर्स का आईपीओ (”इक्विटी शेयर्स” और इस तरह का आईपीओ, ”ऑफर”) खोलेगी। यह ऑफर 1 अक्टूबर, 2020 को बंद होना प्रस्तावित है। ऑफर का प्राइस बैंड 552 रु. से 554 रु. प्रति इक्विटी शेयर के बीच तय है।
इस ऑफर में विक्रेता शेयरधारक (बाद में परिभाषित) के 38,987,081 इक्विटी शेयर्स तक आईपीओ शामिल है जिसमें भारतीय स्टेट बैंक (”एसबीआई”) के 10,459,949 इक्विटी शेयर्स का ऑफर फॉर सेल, भारतीय जीवन बीमा निगम (”एलआईसी”) के 10,459,949 इक्विटी शेयर्स, बैंक ऑफ बड़ौदा (”बीओबी”) के 10,459,949 इक्विटी शेयर्स, पंजाब नेशनल बैंक (”पीएनबी”) के 3,803,617 इक्विटी शेयर्स और टी. रॉवे प्राइस इंटरनेशनल लिमिटेड (”टीआरपी” और साथ में एसबीआई, एलआईसी, बीओबी एवं पीएनबी, ”विक्रेता शेयरधारक”) के 3,803,617 इक्विटी शेयर्स शामिल हैं। इस ऑफर में 200,000 इक्विटी शेयर्स (जो कंपनी के पोस्ट-ऑफर चूकता इक्विटी शेयर पूंजी का 0.16 प्रतिशत तक है), पात्र कर्मचारियों (”इम्प्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन”) द्वारा खरीदे जाने के लिए आरक्षित हैं। ऑफर में से इम्प्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन को घटाने के बाद बचे हिस्से को यहां से आगे ”नेट ऑफर” कहा जायेगा। ऑफर और नेट ऑफर, कंपनी के पोस्ट-ऑफर चूकता इक्विटी शेयर पूंजी के क्रमश: 30.75 प्रतिशत और 30.59 प्रतिशत होंगे।
न्यूनतम 27 इक्विटी शेयर्स और उसके बाद 27 इक्विटी शेयर्स के गुणकों में बोली लगायी जा सकती है।
ऑफर के जरिए पेशकश किये जाने वाले इक्विटी शेयर्स बीएसएई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (”एनएसई”) पर सूचीबद्ध किये जाने के लिए प्रस्तावित हैं। इस ऑफर का विनिर्दिष्ट स्टॉक एक्सचेंज, एनएसई है।
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, डीएसपी मेरिल लिंच लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (”बीआरएलएम”) हैं।
यह ऑफर सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) रूल्स, 1957 के नियम 19 (2) (बी), यथा संशोधित (“एससीआरआर“) – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायमेंट्स) विनियमन, 2018, यथा संशोधित (‘‘सेबी आईसीडीआर विनियमन’’) के विनियम 31 के साथ मिलाकर पढ़ा जाये, के अनुसार दिया जा रहा है। यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए और सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियमन 6(1) के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें ऑफर का न्यूनतम 50 प्रतिशत हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (‘‘क्यूआईबी’’) (‘‘क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, हालांकि बैंक, बीआरएलएम के परामर्श से विवेकानुसार क्यूआईबी का 60 प्रतिशत हिस्सा एंकर निवेशकों को आवंटित कर सकता है जिसमें से एक-तिहाई एंकर निवेशक हिस्सा घरेलू म्युचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार घरेलू म्युचुअल फंड्स से एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या इससे ऊपर की वैध बोलियां प्राप्त हों। कम सब्सक्रिप्शन होने या एंकर इन्वेस्टर पोर्शन के अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स नेट क्यूआईबी पोर्शन में शामिल हो जायेंगे।
आगे, क्यूआईबी का 5 प्रतिशत हिस्सा (एंकर निवेशक हिस्से को छोड़कर) केवल घरेलू म्युचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, और नेट क्यूआईबी हिस्सा, घरेलू म्युचुअल फंड्स सहित सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। आगे, सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार, नेट ऑफर का 15 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटित किये जाने और नेट ऑफर का 35 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (”आरआईबी‘‘) को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। आगे, इम्प्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन के तहत आवेदन करने वाले पात्र कर्मचारियों को आनुपातिक आधार पर इक्विटी शेयर्स आवंटित किये जायेंगे, बशर्ते उनसे वैध बोलियां ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर प्राप्त हों। एंकर निवेशकों को छोड़कर, सभी बोलीदाताओं को एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (‘‘एएसबीए’’) प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेना होगा और इस हेतु, उन्हें अपने-अपने बैंक खातों (आरआईबी के मामले में यूपीआई आईडी सहित, जिसमें बोली राशि एससीएसबी या स्पॉन्सर बैंक द्वारा ब्लॉक कर दी जायेगी)। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।