Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 20 अक्टूबर 2020 – सूचना और अंतर्दृष्टि प्रदाता, ट्रांसयूनियन द्वारा कराये गये नये शोध के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 11 मार्च, 2020 को कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित किये जाने के बाद, भारत में संदिग्ध ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रयासों में काफी वृद्धि हुई। इसके विपरीत, ट्रांसयूनियन ने हाल ही में पाया कि कंपनियों के फिजिकल लोकेशंस के दोबारा खुलने के साथ इस तरह के प्रयासों में कमी आई है। ट्रांसयूनियन ने अपने जाने-माने धोखाधड़ी निवारक समाधान, आईडीविजन® विद आईओवेशन® में अंतर्विष्ट करोड़ों ट्रांजेक्शंस और 40,000 से अधिक वेबसाइट्स व एप्स के इंटेलिजेंस के आधार पर दुनिया भर के व्यवसायों के साथ हुई धोखाधड़ी के मामलों पर अपने निष्कर्ष दिये।
विशिष्ट रूप में, ट्रांसयूनियन ने पाया कि महामारी से पूर्व (1 जनवरी – 10 मार्च) से लेकर महामारी की शुरुआत (”चरण 1,” 11 मार्च – 18 मई) तक भारत में व्यवसायों से जुड़े संदिग्ध ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में 121 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, व्यवसायों के दोबारा शुरू होने (”चरण 2,” 19 मई – 25 जुलाई) के साथ, ट्रांसयूनियन की निष्कर्षों से पता चला कि पहले चरण (11 मार्च – 18 मई) की तुलना में भारत में व्यवसायों से जुड़े संदिग्ध डिजिटल धोखाधड़ी के प्रयासों में 29 प्रतिशत की कमी आई।
वैश्विक रूप से, ट्रांसयूनियन ने महामारी की शुरुआत (11 मार्च – 18 मई) से लेकर व्यवसायों के दोबारा शुरू होने (19 मई – 25 जुलाई) तक दुनिया भर के व्यवसायों में संदिग्ध धोखाधड़ी डिजिटल ट्रांजेक्शंस में 9 प्रतिशत की कमी आई।
ट्रांसयूनियन, इंडिया के ईवीपी और हेड ऑफ फ्रॉड, सॉल्यूशंस एंड अल्टरनेट डेटा, शालीन श्रीवास्तव ने कहा, ”अधिकांश व्यवसायों पर रातोंरात संपूर्ण रूप से ऑनलाइन जाने के लिए झटपट डिजिटल माध्यम अपनाने की बाध्यता के साथ, धोखेबाजों ने इस मौके का लाभ उठाने की कोशिश की। हालांकि, वो संभावित रूप से अपने प्रयासों में असफल रहे और उन्हें निराश होकर कहीं अन्य जाना पड़ा, क्योंकि उन व्यवसायों ने उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित अनुभव प्रदान करने हेतु अपने डिजिटल फ्रॉड निरोधक समाधानों को मजबूत बनाया। इसके विपरीत, धोखेबाजों द्वारा कोविड-19 को अवसर के रूप में उपयोग करते हुए उन लोगों को अधिक शिकार बनाया जा रहा है जिन पर भारी वित्तीय दबाव है।”
विशेष उद्योगों में संदिग्ध ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में हाल की वृद्धि
ट्रांसयूनियन ने हाल में भारत के विभिन्न उद्योगों के व्यवसायों में संदिग्ध डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों का विश्लेषण भी किया।
श्री शालीन स्वीकार करते हैं, ”हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि भारत में हाल के समय में वित्तीय सेवा और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की कंपनियों को संदिग्ध धोखापूर्ण डिजिटल ट्रांजेक्शंस का निशाना बनाने की सबसे अधिक कोशिश की गयी है। छलपूर्ण ट्रांजेक्शंस के चलते होने वाले नुकसानों को रोकने एवं उसे नियंत्रित करने हेतु चतुर निगरानी और सावधानी अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
ट्रांसयूनियन ने नीचे दिये गये उद्योगों में संदिग्ध डिजिटल धोखाधड़ी के प्रतिशत का विश्लेषण किया; ये आंकड़े 11 मार्च से 18 मई और 19 मई से 25 मई के बीच के हैं।
भारत में संदिग्ध धोखाधड़ी के मामलों में परिवर्तन और उद्योगों पर उनका प्रभाव
क्षेत्र | भारत में संदिग्ध धोखाधड़ी के मामलों में परिवर्तन | वैश्विक रूप से संदिग्ध धोखाधड़ी के मामलों में परिवर्तन | दुनिया भर में धोखाधड़ी के सबसे प्रचलित प्रकार |
लॉजिस्टिक्स | 81% | 27% | शिपिंग |
वित्तीय सेवाएं | 72% | -13% | पहचान चोरी |
ट्रैवल एवं लीजर | 23% | 47% | क्रेडिट कार्ड |
गेमिंग | 8% | -3% | गोल्ड फार्मिंग |
कम्यूनिटीज (ऑनलाइन डेटिंग, फोरम्स आदि) | 1% | -1% | प्रोफाइल मिथ्या प्रस्तुति |
बीमा | -5% | 8% | घोस्ट ब्रोकिंग |
रिटेल | -56% | -10% | प्रोमोशन एब्यूज |
टेलीकम्यूनिकेशंस | -66% | -60% | क्रेडिट कार्ड |
हेल्थकेयर | -78% | -18% | पहचान चोरी |
अंत में श्री शालीन ने बताया, ”दुनिया में भर करोड़ों लोग घर पर रहने के लिए बाध्य हैं, ऐसे में इंडस्ट्रीज की कार्यप्रणाली में अभूतपूर्व रूप से व्यापक बदलाव हुआ है। अब अधिकांश ट्रांजेक्शंस ऑनलाइन होने लगे हैं, इसलिए धोखेबाज इसका फायदा उठाने की कोशिश में लगे हैं और ऐसे में, कंपनियों को इसके लिए निरोधक तरीके अपनाने होंगे। ऐसे व्यवसाय शीर्ष पर होंगे जो धोखाधड़ी निवारक उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं जिनकी शानदार डिटेक्शन रेट्स हो और ग्राहकों को सुरक्षित अनुभव प्राप्त हो।”
विधि
इस तिमाही, ट्रांसयूनियन ने विभिन्न कंपनियों के लिए धोखाधड़ी प्रवृत्तियों का विश्लेषण किया ताकि कोविड-19 महामारी के दौरान व्यक्तिगत बिजनेस लोकेशंस के फिर से खुलने पर इन्हें दिखाया जा सके। ट्रांसयूनियन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 को महामारी घोषित किये जाने की तिथि, 11 मार्च, 2020 को अपने विश्लेषण के लिए बेस डेट के रूप में उपयोग किया़। इसने महामारी के दौरान मध्य-बिंदु तिथियों के रूप में 18 मई और 19 मई का उपयोग किया, ताकि शुरुआती 68 दिनों और बाद के 68 दिनों के बीच धोखाधड़ी की प्रवृत्तियों की तुलना कर सके। संदिग्ध धोखाधड़ी के मामलों को ट्रांसयूनियन के ग्राहकों ने धोखाधड़ी संकेतकों के चलते या तो रद्द कर दिया या फिर उनकी समीक्षा की।
इस दौरान धोखाधड़ी से लड़ने में सहायता के लिए उपयोगी जानकारीप्रद संसाधनों हेतु, ट्रांसयूनियन ग्लोबल फ्रॉड सॉल्यूशंस कोविड-19 रिसॉर्स सेंटर पर जाएं।
ट्रांसयूनियन के विषय में
ट्रांसयूनियन, एक वैश्विक सूचना एवं अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाली कंपनी है जो आधुनिक अर्थव्यवस्था में विश्वास पैदा करने हेतु प्रयास करती है। हम हर व्यक्ति की वृहत् तस्वीर प्रदान करके यह कार्य करते हैं ताकि बाजार स्थल में उन्हें विश्वसनीय एवं सुरक्षित रूप से प्रस्तुत किया जा सके। परिणामस्वरूप, व्यवसाय और ग्राहक, विश्वास के साथ ट्रांजेक्शन कर सकते हैं और शानदार चीजें हासिल कर सकते हैं। हम इसे सार्थक व उपयोगी जानकारी कहते हैं।®
ट्रांसयूनियन ग्लोबल फ्रॉड सॉल्यूशंस, उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करते हुए बाजारों में खतरों की पहचान के लिए उपभोक्ता और उपकरण पहचान दोनों को संयुक्त रूप से उपयोग में लाते हैं। ये सभी समाधान आईडीविजन विद आईओवेशन सुइट का हिस्सा हैं, जिनमें परंपरागत डेटा साइंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया गया है, ताकि ग्राहकों के ट्रांजेक्शंस के विषय में व्यवसायों को विशिष्ट अंतर्दृष्टि प्रदान की जा सके, और हर रोज करोड़ों ट्रांजेक्शंस को सुरक्षित बनाये रखा जा सके।
पांच महादेशों के 30 से अधिक देशों में मौजूद, ट्रांसयूनियन ऐसे समाधान प्रदान करता है, जो करोड़ों लोगों को आर्थिक अवसर, शानदार अनुभव एवं व्यक्तिगत सशक्तता प्रदान करने में मदद करते हैं।