Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 15 अक्टूबर 2020: इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (”कंपनी”), जो बैंकिंग आउटलेट्स की संख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा एसएफबी, और वित्त वर्ष 2019 की कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों एवं कुल जमा के हिसाब से भारत का दूसरा सबसे बड़ा एसएफबी है (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट), 20 अक्टूबर, 2020 को 10 रु. अंकित मूल्य के इक्विटी शेयर्स (”इक्विटी शेयर्स” और इस तरह का आईपीओ, ”ऑफर”) का आईपीओ खोलेगा। यह ऑफर 22 अक्टूबर 2020 को बंद हो जायेगा। इसका प्राइस बैंक 32 रु. से 33 रु. प्रति इक्विटी शेयर के बीच तय किया गया है।
इस आईपीओ में 2,800 मिलियन रु. तक का फ्रेश इश्यू (”फ्रेश इश्यू”) और इक्विटास होल्डिंग्स लिमिटेड (”प्रोमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर”, और इस तरह के इक्विटी शेयर्स ”ऑफर्ड शेयर्स”) के 72,000,000 इक्विटी शेयर्स तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है। इस ऑफर में पात्र ईएचएल शेयरधारकों (”ईएचएल शेयरहोल्डर रिजर्वेशन पोर्शन”) द्वारा सब्सक्रिप्शन के लिए कुल 510 मिलियन रु. का रिजर्वेशन और पात्र कर्मचारियों द्वारा सब्सक्रिप्शन (”इंप्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन”) के लिए 10 मिलियन रु. तक का रिजर्वेशन शामिल है। ऑफर में ईएचएल शेयरहोल्डर रिजर्वेशन पोर्शन और इंप्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन को घटाने के बाद यहां से आगे ”नेट ऑफर” कहा जायेगा।
न्यूनतम 450 इक्विटी शेयर्स और उसके बाद 450 इक्विटी शेयर्स के गुणक में बोलियां लगाई जा सकती हैं।
इस ऑफर में पेशकश किये गये इक्विटी शेयर्स, लिस्टिंग के बाद बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (”एनएसई”) पर सूचीबद्ध किये जाने के लिए प्रस्तावित हैं। एनएसई, इस ऑफर का विनिर्दिष्ट स्टॉक एक्सचेंज है। जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, एडेलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, इस ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (”बीआरएलएम”) हैं। यह ऑफर सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) रूल्स, 1957 के नियम 19 (2) (बी), यथा संशोधित (“एससीआरआर“) – सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 31 के अनुसार एवं सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 6(1) का पालन करते हुए बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें नेट ऑफर का न्यूनतम 50 प्रतिशत हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (‘‘क्यूआईबी’’) (‘‘क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, हालांकि हमारा बैंक और प्रोमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर, बीआरएलएम के परामर्श से विवेकानुसार क्यूआईबी का 60 प्रतिशत हिस्सा तक एंकर निवेशकों (”एंकर इन्वेस्टर पोर्शन”) को आवंटित कर सकता है जो सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार होगा और इसका एक-तिहाई हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते घरेलू म्यूचुअल फंड्स से एंकर इन्वेस्टर आवंटन मूल्य या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों। कम सब्सक्रिप्शन होने या एंकर इन्वेस्टर पोर्शन के अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स नेट क्यूआईबी पोर्शन में शामिल हो जायेंगे।
आगे, नेट क्यूआईबी पोर्शन का 5 प्रतिशत हिस्सा केवल म्युचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, और शेष नेट क्यूआईबी हिस्सा, म्युचुअल फंड्स सहित सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। हालांकि, यदि म्यूचुअल फंड्स की कुल मांग, क्यूआईबी हिस्से के 5 प्रतिशत से कम हो, तो म्यूचुअल फंड पोर्शन में बाकी बचे इक्विटी शेयर्स, क्यूआईबी पोर्शन में शामिल हो जायेगा, जो आनुपातिक आधार पर क्यूआईबी को आवंटित होगा। आगे सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार, नेट ऑफर का 15 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटित किये जाने और नेट ऑफर का 35 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (”आरआईबी‘‘) को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। एंकर निवेशकों को छोड़कर, सभी संभावित बोलीदाताओं को अनिवार्य रूप से एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (‘‘एएसबीए’’) प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेना होगा और इस हेतु, उन्हें अपने-अपने बैंक खातों और यूपीआई आईडी (यदि आरआईबी एवं पात्र ईएचएल शेयरहोल्डर्स बिडिंग, ईएचएल शेयरहोल्डर रिजर्वेशन पोर्शन में हो) की जानकारी देनी होगी (यदि लागू हो), जिसमें संबंधित बोली राशि एससीएसबी द्वारा या यूपीआई मेकेनिज्म के तहत, जो भी लागू हो, ब्लॉक कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।