Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 13 अक्टूबर 2020 -भारत के अग्रणी वैल्यू-फोकस्ड ई-काॅमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील ने तय किए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इस साल अपने प्लेटफाॅर्म के साथ 5000 से अधिक निर्माताओं-विक्रेताओं को जोड़ा है।
निर्माताओं को सीधे विक्रेताओं के रूप में प्लेटफाॅर्म के साथ जोड़ने की प्रक्रिया इसी साल जनवरी में शुरू हुई, ज़्यादातर साईन-अप जुलाई-सितम्बर 20 के दौरान हुए हैं।
बड़ी संख्या में निर्माताओं की अपनी प्रोडक्शन युनिट्स हैं, जो किचन गैजेट्स जैसे ज्यूसर, फूड प्रोसेसर, स्टील एवं तांबे के बर्तन, क्राॅकरी आइटम, चादरें, फैशन एक्सेसरीज़ जैसे घड़ियां, वाॅलेट तथा परिधानों की व्यापक रेंज जैसे किड्सवियर, साड़ी और सूट और रोज़मर्रा में काम आने वाले आइटम जैसे टी-शर्ट, टैªक पैंट आदि शामिल हैं। फिटनेस उपकरणों की व्यापक रेंज जैसे टमी ट्रिमर, रेज़िस्टेन्स बैण्ड आदि शामिल हैं, जिन्हें अब थोकविक्रेता या रीटेलर के माध्यम से नहीं बल्कि सीधे निर्माता द्वारा आॅनलाईन बेचा जाता है।
ज्यादातर निर्माता-विक्रेता मेरठ, लुधियाना, तिरूपुर, जयपुर, पानीपत, सूरत, राजकोट आदि जगहों से हैं। स्नैपडील पर बिक्री को बढ़ाने के लिए कंपनी ने इसी साल अहदाबाद, सूरत, जयपुर, इंदौर, हैदराबाद, पानीपत, गुरूग्राम, मुंबई, बैंगलुरू, नई दिल्ली, बहादुरगढ़, यमुना नगर, राजकोट, भिवंडी, आगरा, नोएडा और मथुरा में 25 लाॅजिस्टिक्स सेंटर खोले हैं।
निर्माता स्नैपडील को चुन रहे हैं, इसका एक मुख्य कारण यह है कि स्नैपडील के माध्यम से उनकी इन्वेंटरी का बेहतर उपयोग होता है। स्नैपडील पर निर्माता-विक्रेता सीधे खरीददार को सामान की शिपिंग करते हैं, यानि आॅनलाईन प्लेटफाॅर्म में वेयरहाउस में स्टाॅक अटका हुआ नहीं रहता।
साथ ही लाॅकडाउन के चलते पारम्परिक रीटेल एवं होलसेल चैनलों में आई रूकावटों के कारण कई निर्माताओं के स्टाॅक पहले से फिज़िकल रीटेेल के पारम्परिक लेयर्ड चैनलों पर अटके हुए हैं।
स्नैपडील के माध्यम से अपना सामान बेचने के कारण उनकी इन्वेंटरी का सर्कुलेशन बना रहता है और उनके संचालन में लिक्विडिटी बनी रहती है।
और आॅनलाईन चैनलों पर आसान और तेज़ बिक्री के कारण स्नैपडील ज़्यादा से ज़्यादा निर्माताओं को आॅनलाईन बिक्री के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। इसके अलावा स्नैपडील के माध्यम से प्रत्यक्ष बिक्री के चलते निर्माता का मुनाफ़ा भी बढ़ जाता है।
हाल ही में इस प्लेटफाॅर्म के साथ जुड़े निर्माता उचित-मूल्य सेगमेन्ट में अग्रणी है। स्नैपडील पर इन नए विक्रेताओं के द्वारा डाली गई इन्वेंटरी उचित मूल्य की डील्स उपलब्ध कराती है और रोज़मर्रा के उत्पादों की त्वरित बिक्री को सुनिश्चित करती है।
‘‘भारत का सशक्त मैनुफैक्चरिंग आधार है, जो उच्च गुणवत्ता के उत्पादों का निर्माण करता है, इन उत्पादों को ब्राण्ड्स को बेचा जाता है, निर्यात किया जाता है और डोमेस्टिक रीटेल चैनलों के माध्यम से भी बेचा जाता है। हमें खुशी है कि ऐसे हज़ारों उत्पादों ने स्नैपडील के माध्यम से प्रत्यक्ष बिक्री का विकल्प चुना है। इससे वे बड़े अखिल-भारतीय बाज़ार के साथ जुड़ सकेंगे। हमारे प्लेटफाॅर्म के खरीददारों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से हम उनके लिए ‘कम में दम’ फेस्टिव आॅफर्स एवं उचित मूल्य के सामान की व्यापक रेंज लेकर आए हैं।’’ स्नैपडील के प्रवक्ता ने बताया।
विक्रेताओं के लिए कारोबार बढ़ाने के प्रयास में स्नैपडील ने पिछले 3 महीनों में कई पहलों को अंजाम दिया है। इनमें उपभोक्ताओं की पसंद के बारे में एनालिटिकल इनपुट, विभिन्न कीमतों पर मांग के पूर्वानुमान तथा प्रतिस्पर्धी विश्लेषण शामिल हैं, जिनकी मदद से विक्रेता अपनी बिक्री के लिए योजना बना सकते हैं।
स्नैपडील के नेटवर्क में देश भर में 26000 से अधिक पिन कोड शामिल हैं, जिनमें सभी महानगर, पहले और दूसरे स्तर के शहर तथा ज़्यादातर तीसरे एवं चैथे स्तर केे शहर शामिल हैं।
स्नैपडील के बारे मे
स्नैपडील भारत का सबसे बड़ा वैल्यू-फोकस्ड ई-काॅमर्स मार्केटप्लेस है। जिसके 500,000 से अधिक पंजीकृत विक्रेता हैं और इस प्लेटफाॅर्म पर और 220 मिलियन से अधिक लिस्टिंग्स हैं। हर माह 70 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता स्नैपडील पर विज़िट और ब्राउज़ करते हैं तथा उनके व्यापक कैटलाॅग में से खरीददारी करते हैं।
स्नैपडील उपभोक्ताओं को उचित कीमतों पर उत्कृष्ट उत्पाद उपलब्ध कराने और देश के दूसरे एवं तीसरे स्तर केे शहरों में विस्तार के लिए तत्पर है। स्नैपडील पर उपयुक्त मूल्य के उत्कृष्ट उत्पादों की व्यापक रेंज ने ई-काॅमर्स को ब्राण्डेड उत्पादों और शहरी उपभोक्ताओं के दायरे से बाहर विस्तारित होने में सक्षम बनाया है।