Sr. Editor-Ravi Mudgal
जयपुर, 12 अक्टूबर 2020 – राजस्थान की प्राचीन पारंपरिक लघु-चित्रण कला (मिनिएचर आर्ट) जो की लगभग धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। उसके विकास एवं लघु-चित्रण करने वाले कलाकारों को प्रोत्साहन देने लिए कलावृत ने राजस्थान ललित कला अकादमी के सौजन्य से ऑनलाइन “नेशनल कंटेम्परेरी लघु-चित्रण शिविर” आयोजित कर रहे है। यह सात दिवसीय शिविर 2 से 9 नवंबर तक होगा।
राजस्थान के विख्यात चित्रकार कलावृत्त के संस्थापक, भूतपूर्व प्राचार्य, राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स एवं सचिव, राजस्थान ललित कला अकादमी कलागुरु डॉ. सुमहेन्द्र के जन्मदिवस पर उनकी स्मृति में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
कलावृत्त के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि इस विधा में समसामयिक चित्रण से लघु-चित्रण कला प्रोत्साहन और नई सोच के साथ चित्रण करने का अवसर मिलेगा। साथ ही कुछ नए कलाकार अपने सृजन से इस विधा को आयाम देने का प्रयास करेगें। कलावृत्त का उद्देश्य है कि लघु चित्रण कला एवं कलाकार दोनों का विकास हो और इस पारंपरिक चित्रण कला में नए जीवन का संचार हो।”
अकादमी सचिव डॉ. रजनीश हर्ष ने बताया कि इस आयोजन के माध्यम से राज्य की परंपरागत कला को परंपरागत चित्रण तकनीक से समसामयिक रूप में चित्रित (मिनिएचर तकनीक में चित्रण) कला जगत एवं कला प्रेमियों के सामने लाने का प्रयास है।
इस शिविर में चयनित कलाकार ही भाग ले सकेंगे। कलाकारों के चयन के लिए राज्य के तीन वरिष्ठ कलाकारों की चयनसमिति गठित की गई है जिसके द्वारा चित्र के विषय एवं चित्रण कार्य की श्रेष्ठता को देखकर चयन किया जाएगा, इस समिति में शैल चोयल, आर.बी. गौतम एवं भवानीशंकर शर्मा मुख्य चयनकर्ता होंगे।
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संदीप सुमहेन्द्र (अध्यक्ष)
कलावृत्त
98294 37374