Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 6 अक्टूबर, 2020 – भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक बड़ी सफलता एक्सपर्ट्स भारत में अग्रणी सोलर ईपीसी और सोलर पार्क डेवलपर्स कंपनियों में से एक है, जिसने 6 सौलर पार्कों को राजस्थान में सफलतापूर्वक कमीशन किया है। उक्त 6 सोलर पार्को की कुल क्षमता 600 मेगावाट है। रेज एक्सपर्ट्स द्वारा इन पार्कों पर 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है तथा यह सोलर पार्क 2,500 एकड़ भूमि पर फैले हुए हैं एवं मुख्य रूप से राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर जिलों में हैं जो 4 लाख से अधिक घरों को अक्षय ऊर्जा की बिजली प्रदान करते हैं।
उक्त विकसित किये गये सोलर पार्को ने व्यवसाय एवं रोजगार के अवसर प्रदान कर हजारों परिवारों को लाभान्वित किया है। इस प्रोजेक्ट से अब तक 2,000 से अधिक लोगों को सामूहिक रूप से रोजगार मिला है। पार्क रखरखाव और अतिरिक्त क्षमता विस्तार के लिए प्रत्येक माह लगभग 600 लोगों को नियुक्त कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य के लिए व्यापार उत्पादकता में बढ़ोतरी, कार्बन पदार्थो के उत्सर्जन में कमी तथा कम बिजली दरों और बढ़े हुए जी.एस.टी. सहित अन्य कई लाभ है।
अपने सोलर पार्को के विकास के साथ रेज एक्सपर्ट्स ने 275 निवेशकों को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा है जिनमें पारम्परिक नमकीन, ऊन, मीडिया, अस्पताल, मार्बल इण्डस्ट्रीज तथा अन्य कई बड़े उद्योगों से जुड़े व्यवसायी जुड़े है।
राहुल गुप्ता, एमडी और सीईओ ने इस विकास पर टिप्पणी करते हुए, “हमें अपने गृह राज्य में अग्रणी सोलर कंपनी होने पर गर्व है और यह हमें इस संतुष्टि का एहसास दिलाता है कि हम अपने राज्य को वापस दे रहे हैं। इसके अलावा स्थापना और नेटवर्क सेवा की गुणवत्ता के कारण, हम कैप्टिव सोलर प्लांट व्यवसाय में हिस्सेदारी का लाभ ले रहे है, जो हमें भविष्य के लिए अधिक मजबूत बनाता है।
राजस्थान राज्य में अगले 3 वर्षों में 15 से अधिक गीगावॉट के सौर ऊर्जा के संयंत्र की स्थापना की योजनायें हैं और हमें इसका हिस्सा बनने पर गर्व है तथा रेज एक्सपर्ट्स आने वाले 2 वर्षो में इस क्षेत्र में अतिरिक्त 50 करोड़ रू. निवेश करने की योजना बना रहा है।
राज्य में सोलर ई.पी.सी. और पार्क के विकास के लिए वर्तमान में 250 मेगावॉट के ऑडर्स है तथा अन्य राज्यों में भी लगभग 4 सोलर पार्कों के विकास का कार्य प्रस्तावित है, जिनमें से 3 को स्वीकृति मिल चुकी है तथा उनके विकास का स्तर उन्नति पर है। रेज कम्पनी का लक्ष्य 1000 मेगावॉट की स्थापना करने का है।