Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 11 नवंबर 2020 : इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड के निदेशक मंडल ने आयोजित अपनी बैठक में 30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही के अअंकेक्षित वित्तीय परिणामों का अनुमोदन किया।
वित्त वर्ष‘21 की दूसरी तिमाही के महत्वपूर्ण बिंदु:
- वित्त वर्ष‘21 की दूसरी तिमाही के महत्वपूर्ण बिंदु:
- अग्रिम*:
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में अग्रिम* 16,731 करोड़ रु. रहा, अग्रिम में 26% वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि
- बैंक ने वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में 1,902 करोड़ रु. बांटे, वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 80% वितरण
- 37% अग्रिम * प्रत्याभूत ऋण है
- नया उत्पाद – गोल्ड लोन और यूज्ड कार एडवांसेज में से प्रत्येक 50 करोड़ रु. के पार
- अक्टूबर महीने की कलेक्शन क्षमता में 3% तक की वृद्धि
- 89% अग्रिम * 0 डीपीडी बकेट में है
- देयताएं:
- 30 सितंबर, 2020 को सीडी को छोड़कर 12,588 करोड़ रु. जमा, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर पर 31% और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 10% की वृद्धि
- 30 सितंबर, 2020 को रिटेल टीडी 4,983 करोड़ रु., वर्ष-दर-वर्ष आधार पर पर 98% और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 14% की वृद्धि
- 30 सितंबर, 2020 को बचत खाता जमा 2,845 करोड़ रु., वर्ष-दर-वर्ष आधार पर पर 53% और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 41% की वृद्धि
- 30 सितंबर, 2020 को कासा 3,246 करोड़ रु., कासा, कुल जमा का 25%
- 92% थोक जमा, नॉन-कॉलेबल है
- डिजि बैंकिंग के प्रति झुकाव बढ़ा – डिजिटल मार्केटिंग प्रोग्राम के अंतर्गत 80,000+ बचत खातों का अधिग्रहण हुआ और 36,000+ फास्टैग्स जारी किये गये
- नॉन-इक्विटास ब्रांच लोकेशन से 15,000+ खाते खुले
- प्रमुख अनुपात:
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में लागत-आय अनुपात बेहतर होकर 15% हुआ, जबकि यह वित्त वर्ष’20 दूसरी तिमाही में 68.35% और वित्त वर्ष’21 की पहली तिमाही में 67.27% था
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में आरओए और आरओई क्रमश:88% और 14.44% रहे
- पूंजी:
- 30 सितंबर, 2020 को, कुल सीआरएआर93% और टियर-I सीआरएआर 20.16%; 15% और 7.5% की विनियामक आवश्यकताओं की तुलना में बहुत अधिक. टियर II पूंजी 0.77%
- स्मॉल फाइनेंस बैंक लाइसेंसिंग आवश्यकताओं को पूरा करते हुए, बैंक सूचीबद्ध किया गया
- ट्रेजरी और तरलता:
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही के दौरान 1,100 करोड़ रु. का रीफाइनेंस प्राप्त किया (वित्त वर्ष’21 की पहली तिमाही में 685 करोड़ रु.)। बैंक के पास पर्याप्त अग्रिम मौजूद है और यह आवश्यकता पड़ने पर कभी भी फ्रेश रीफाइनेंस ले सकता है, जो बैंक की एएलएम पोजिशन के लिए मजबूत सुरक्षा प्रदान करता है
- बैंक ने पीएसएल/नॉन-पीएसएल अग्रिम के मिश्रण के साथ इंटर-बैंक पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट्स (आईबीपीसी) भी लिया है, जिससे बैंक की तरलता और अधिक बढ़ जाती है
- हाई क्वालिटी लिक्विड एसेट्स (एचक्यूएलए) के रूप में पर्याप्त अधिशेष तरलता मौजूद ताकि अग्रिम बढ़ाने के लिए फंड प्रदान किया जा सके
- तिमाही का लिक्विडिटी कवरेज अनुपात (एलसीआर) 126% रहा, जो 80% की एलसीआर की न्यूनतम विनियामक आवश्यकता से काफी ऊपर है
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में फंड्स का दैनिक औसत लागत 36%
- ग्राहक सेवा प्रबंधन:
- ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने हेतु वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में विभिन्न टचपॉइंट्स में एनपीएस (नेट प्रोमोटर स्कोर) लॉन्च किया गया
- ग्राहक सेवा सूचकों को बेहतर बनाने के लिए ब्रांच बैंकिंग आउटलेट्स के लिए ब्रांच स्कोरकार्ड्स लॉन्च किये गये
- विपणन अभियानों से जुड़े पूछताछ की प्रतिक्रियाओं को प्रबंधित करने हेतु एआई-आधारित बॉट्स लागू किये गये
- सम्मान:
सीएमओ एशिया:
- सर्वश्रेष्ठ नवोन्मेषी सीईओ – श्री पी एन वासुदेवन (प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी)
- सर्वश्रेष्ठ उत्पाद पेशकश – बचत खाता
- सर्वश्रेष्ठ नवोन्मेषी बीमा समाधान – कोविड इनडेम्निटी पॉलिसी
- सर्वश्रेष्ठ अभियान – वन इंडिया वन बैंक (एक भारत एक बैंक)
इकॉनमिक टाइम्स:
- इकॉनमिक टाइम्स बेस्ट ब्रांड अवार्ड
- लाभ-हानि:
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही का शुद्ध ब्याजीय आय 461 करोड़ रु. रही, जो वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 351 करोड़ रु. की तुलना में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 32% अधिक है। एनआईएम02%
- मूल आय (पीएसएल फीस, ट्रेजरी एवं अन्य को छोड़कर शुद्ध आय) 98%
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में प्रावधान और राइट ऑफ्स से पहले कर-पूर्व लाभ 220 करोड़ रु. रहा, जो कि वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 131 करोड़ रु. के मुकाबले 67% अधिक है
- वित्त वर्ष’21 में 26 करोड़ रु. का अतिरिक्त कोविड प्रावधान। अब बैंक के पास 170.63 करोड़ रु. का कोविड-संबंधी प्रावधान है (मानक और एनपीए प्रावधानों को छोड़कर), जो कुल सकल अग्रिम का 02% है
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में कर-पश्चात लाभ 103 करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 49 करोड़ रु. के मुकाबले 108% अधिक है
- बैलेंस शीट:
- 30 सितंबर, 2020 को अग्रिम*, 26% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि के साथ 16,731 करोड़ रु. रहा
- माइक्रो फाइनेंस, वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 3,193 करोड़ रु. से 14% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि के साथ वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में 3,641 करोड़ रु. हो गया
- स्मॉल बिजनेस लोन्स (एचएफ सहित), वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 5,406 करोड़ रु. से 30% की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में 7,051 करोड़ रु. हो गया
- व्हीकल फाइनेंस, वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही के 3,235 करोड़ रु. की तुलना में 28% वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में 4,137 करोड़ रु. हो गया
- एमएसई^ फाइनेंस, वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में 936 करोड़ रु. रहा, जो वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही में 435 करोड़ रु. था
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में एनबीएफसी^ लोन्स, 734 करोड़ रु. रहा, जबकि वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही में यह 693 करोड़ रु. था
^ वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही से 145.07 करोड़ रु. को कॉर्पोरेट से एमएसई फाइनेंस में पुनर्वर्गीकृत किया गया
- परिसंपत्ति गुणवत्ता:
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में जीएनपीए*39% रहा, जबकि वित्त वर्ष’21 की पहली तिमाही में 2.68% और वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही में 2.86% था
- वित्त वर्ष’21 की दूसरी तिमाही में एनएनपीए*00% रहा, जबकि वित्त वर्ष’21 की पहली तिमाही में 1.39% और वित्त वर्ष’20 की दूसरी तिमाही में 1.62% था
- भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका (गजेन्द्र शर्मा बनाम भारतीय संघ &Anr), पर 03 सितंबर, 2020 को दिये गये एक अंतरिम आदेश के जरिए निर्देश दिया है कि जो खाते 31 अगस्त, 2020 तक एनपीए घोषित नहीं किये गये हैं, उन्हें अगले आदेश तक एनपीए घोषित नहीं किया जायेगा। उक्त अंतरिम आदेश के आधार पर और आरबीआई आईआरएसी के मानकों के अनुसार बैंक ने 31 अगस्त, 2020 के बाद किसी भी खाते को एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया है (वो चाहे स्वीकृत मोरेटोरियम हो या नहीं) जो 31 अगस्त, 2020 तक एनपीए नहीं था। आगे, अंतरिम आदेश के आलोक में, 31 अगस्त, 2020 के बाद ऐसे खातों को भी एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है जो कि अन्यथा एनपीए होते और उन्हें तब तक एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जायेगा जब तक माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस संबंध में कोई आदेश नहीं दिया जाता है।
हालांकि, यदि बैंक ने 31 अगस्त, 2020 के बाद उधारकर्ता खातों को एनपीए के रूप में वर्गीकृत कर दिया होता, तो बैंक का प्रदर्शनार्थ सकल एनपीए अनुपात और प्रदर्शनार्थ सकल एनपीए अनुपात क्रमश: 2.76% और 1.40% होता। मामले के लंबित निपटारे के मद्देनजर, बैंक ने इन खातों के संबंध में समझदारीपूर्वक 15.43 करोड़ रु. का आकस्मिक प्रावधान किया (जमा ब्याज को शामिल करते हुए), जो प्रावधानों (कर के अलावा) और आकस्मिकों में शामिल हैं
- उत्पाद के अनुसार कलेक्शन और बिलिंग एफिशियंसी:
विवरण | कलेक्शन एफिशियंसी
अक्टूबर 2020 |
बिलिंग एफिशियंसी
अक्टूबर 2020 |
माइक्रो फाइनेंस | 92.43% | 91.02% |
स्मॉल बिजनेस लोन्स | 102.80% | 88.17% |
व्हीकल फाइनेंस | 87.92% | 77.86% |
एमएसई फाइनेंस | 92.91% | 83.83% |
कॉर्पोरेट | 103.23% | 96.24% |
अन्य | 86.15% | 75.54% |
कुल | 94.31% | 87.12% |
- कलेक्शन एफिशियंसी, अक्टूबर महीनों के कुल बकाया ईएमआई के प्रतिशत रूप में महीने में किये गये कुल कलेक्शन को दर्शाता है
- बिलिंग एफिशियंसी, अक्टूबर महीनों के कुल बकाया ईएमआई के प्रतिशत रूप में अकेले अक्टूबर के ईएमआई को दर्शाता है
सितंबर और अक्टूबर 2020 में ”व डीपीडी” बकेट के सभी उत्पादों में शानदार कलेक्शन हुआ
विवरण | 0 डीपीडी कलेक्शन एफिशियंसी
फरवरी 2020 (कोविड पूर्व) |
0 डीपीडी कलेक्शन एफिशियंसी
अक्टूबर 2020 |
स्मॉल बिजनेस लोन्स | 99.40% | 98.77% |
व्हीकल फाइनेंस | 95.73% | 89.42% |
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड [ESFBL] के विषय में
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (इक्विटास एसएफबी) बैंकिंग आउटलेट्स की संख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है, और वित्त वर्ष 2019 में प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति व कुल जमा (स्रोतः क्रिसिल रिपोर्ट) की दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है। इसके प्रमुख ग्राहक खंडों में वे लोग शामिल हैं जिन्हें उनके अनौपचारिक, वैरिएबल एवं नकद-आधारित आय प्रोफाइल के चलते औपचारिक फाइनेंसिंग चैनल्स के लिए सीमित एक्सेस है। यह इन ग्राहक खंडों की आमदनी प्रोफाइल, व्यवसाय की प्रकृति एवं उपलब्ध प्रतिभूति के प्रकार को ध्यान में रखते हुए उनकी विशिष्ट आवश्यकताएं पूरी करने के लिए विभिन्न उत्पाद व सेवाएं उपलब्ध कराती है। इसके परिसंपत्ति उत्पाद विभिन्न प्रोफाइल्स वाले तरहत-तरह के ग्राहकों के लिए उपयुक्त हैं।