Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 18 नवंबर 2020 : हिंदुजा परिवार ने 1980 के दशक के आरंभ में लंदन शहर में दिवाली मनाना शुरू किया था। अब उनका वार्षिक दिवाली उत्सव, लंदन के हाई-प्रोफाइल सोशल कैलेंडर का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। आज, दिवाली का त्यौहार लंदन में इतना प्रसिद्ध हो चुका है कि टाइम्स स्क्वायर भी हर वर्ष दीपों से जगमग हो जाता है।
लेकिन इस चुनौतीपूर्ण वर्ष में, जो पहले आर्थिक मंदी से प्रभावित रहा और फिर कोविड-19 का प्रकोप दुनिया भर में फैल गया, हिंदुजा समूह ने महसूस किया कि अब इसे सामान्य तरीके से नहीं मनाया जा सकता है। फिर भी लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के बावजूद दिवाली की उमंग को बनाये रखने के लिए, हिंदुजा परिवार ने इसे अलग तरीके से मनाने का निर्णय लिया। दिवाली के इस त्यौहार पर विश्व कल्याण की कामना के साथ वर्चुअल प्रार्थना कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न धर्मगुरुओं जैसे कि कैंटरबरी के आर्कबिशॅप और अलग-अलग मत-पंथों के आध्यात्मिक गुरुओं ने अपनी शुभकामनाएं दीं और वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय का डटकर मुकाबला करने का संदेश दिया। इस उत्साह को बनाये रखते हुए, आधुनिक भारतीय संगीत जगत की कई नामी-गिरामी हस्तियों जैसे कि कैलाश खेर, सोनू निगम, राहत फतेह अली खान, अनूप जलोटा, शंकर महादेवन, शान और अनुराधा पौंडवाल ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लाइव कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कैलाश खेर, सोनू निगम और राहत फतेह अली खान ने विशेष प्रकार से तैयार किये गये प्रार्थनापूर्ण गीत गाये और सकारात्मक सोच का संदेश दिये।
राज परिवार के सदस्य, हिज रॉयल हाइनेस प्रिंस चार्ल्स ने दिवाली का दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया, और प्रिंस एडवर्ड ने राजनीतिक वर्ग की ओर से संदेश दिया। प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन, गृह सचिव, प्रीति पटेल, विदेश कार्यालय राज्य मंत्री, लॉर्ड तारीक अहमद, फेथ मिनिस्टर, लॉर्ड ग्रीन्हैल्घ, लंदन के महापौर, सादीक खान ने अपनी शुभकामनाएं दीं। भारत के उपराष्ट्रपति, महाराष्ट्र के राज्यपाल और यूके में भारत के उच्चायुक्त ने हिंदुजा परिवार को अपने विशेष संदेश भेजे।
इस मौके पर, हिंदुजा समूह के को-चेयरमैन, श्री जी.पी. हिंदुजा ने कहा, ”भारत का प्रकाश-पर्व, दिवाली का गहरा आध्यात्मिक महत्व है। मौजूदा समय में, हमने एक परिवार के रूप में सभी द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों और दुनिया भर के सभी देश, रंग, पंथ, लिंग के करोड़ों लोगों पर कोविड के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सोचा कि यह उत्सव हर वर्ष की भांति नहीं मनाया जायेगा। मेरे दिवंगत पिताजी ने हमेशा से हमें यह सीख दी थी कि चाहे कोई भी कार्य हो या फिर खुशियों का पल, हमारा हर कदम उस समुदाय के सामूहिक कल्याण को देखते हुए उठाया जाना चाहिए जहां हम रहकर काम करते हैं। मुझे चीजों को अलग तरीके से करना पसंद है और मैं कोविड के चलते लगाये गये प्रतिबंधों से हार मानने वाला नहीं था। इसलिए, हमने कहा कि क्यों न इस उमंग को बरकरार रखते हुए सभी के कल्याण के लिए सामूहिक रूप से प्रार्थना की जाये। इस आयोजन में संयुक्त राज्य से लेकर सुदूर पूर्व तक के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और हम कृतार्थ महसूस करते हैं कि हमारे प्रयासों की प्रशंसा की गयी। हम उन सभी गणमान्य व्यक्तियों के आभारी हैं जिन्होंने हमें अपनी शुभकामनाएं भेजीं।”
हिंदुजा ग्रुप के विषय में:
हिंदुजा ग्रुप, भारत का प्रीमियर विविधीकृत और अंतर्राष्ट्रीय समूह है। 38 देशों में मौजूदगी और लगभग 150,000 कर्मचारियों वाले इस समूह के पास कई बिलियन डॉलर का राजस्व है। इस समूह की स्थापना सौ वर्षों से अधिक पहले श्री पी.डी. हिंदुजा द्वारा की गई थी, जिनका यह सिद्धांत और विश्वास था – ‘‘काम करना मेरा कर्तव्य है, ताकि मैं प्रदान कर सकूं’’।
इस समूह की गतिविधियां प्रमुख रूप से तीन क्षेत्रों में फैली हैं: निवेश बैंकिंग, अंतर्राष्ट्रीय ट्रेडिंग और वैश्विक निवेश। यह हिंदुजा फाउंडेशन के जरिए दुनिया भर में परोपकारपूर्ण कार्यों को भी समर्थन देता है। अपने वैश्विक निवेशों के तहत, इस समूह के कारोबार ऑटोमोटिव, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, मीडिया, मनोरंजन एवं कम्यूनिकेशंस, बैंकिंग व वित्तीय सेवाएं, ढांचागत परियोजना विकास, तेल एवं गैस, विद्युत, रियल इस्टेट, ट्रेडिंग और हेल्थकेयर क्षेत्रों में हैं।