Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 19 नंवबर 2020– प्रमुख बाथवेयर ब्रैंड, हिंदवेयर ने वर्ल्ड टॉयलेट डे के अवसर पर समाज में लोगों की अच्छी सेहत और हाइजीन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए आज ‘बिल्ड ए टॉयलेट, बिल्ड हर फ्यूचर’ कैंपेन लॉन्च किया।
कंपनी की साल भर तक चलने वाली हाइजीन दैट इम्पावर्स की पहल के तत्वाधान में इस अभियान को स्कूलों में सैनिटेशन का पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान कर छात्राओं को अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहन देने पर केंद्रित किया गया है।
हर साल लगभग 20 मिलियन छात्राओं को स्कूल में उचित और निजी स्वच्छता सुविधाओं के अभाव के कारण पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। इस विकट समस्या को दूर करने पर लक्षित यह कैम्पेन चरणबद्ध तरीके से संचालित किया जा रहा है और लंबी अवधि में इसका विजन इसे राष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित करना है।
इस कैम्पेन के पहले चरण में, हिंदवेयर ने हरियाणा में 8 गांवों के स्कूलों को गोद लिया है। इस अभियान के एक हिस्से के तौर पर कंपनी टॉयलेट्स का इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करेगी और इनके रखरखाव का जिम्मा संभालेंगी। इससे गांवों में लड़कियों को सक्षम और सशक्त बनाया जा सकेगा।
जागरूकता पैदा करने के प्रयास में हिंदवेयर ने कई चैनलों पर एक समग्र एकीकृत मार्केटिंग अभियान भी लॉन्च किया है। एक डिजिटल फिल्म की मदद से और रेडियो, प्रिंट मीडिया तथा अन्य माध्यमों के उपयोग से लोगों को यह संदेश फैलाने और इस कार्य में भाग लेने के लिये जागरूक और प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह फिल्म 19 नवंबर, 2020 यानि वर्ल्ड टॉयलेट डे पर रिलीज हो रही है।
ब्रिलोका लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संदीप सोमानी इस अवसर पर कहा, “लोगों की सेहत को दुरुस्त रखने, उनकी वृद्धि एवं विकास करने और पर्यावरणीय सेहत के केंद्र में सैनिटेशन ही है। भारत जैसे विकासशील देशों में स्कूलों में पर्याप्त और निजी सैनिटेशन की सुविधाएं हासिल न होने को लड़कियों की शिक्षा में प्रमुख बाधाओं में से एक माना गया है। यह जरूरी है कि हम स्कूलों में अनुकूल माहौल बनाने का प्रयास करें, जिससे लड़कियों को अपनी स्कूली शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। अपने स्वभाव के साथ समय की जरूरत का एकीकरण करते हुए, हमने यह पहल लॉन्च की है।’’
डिजाइन बिरादरी में निवेश करने वाले एक इंडस्ट्री थॉट लीडर के तौर पर, कंपनी इस प्रकार के हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिये एक वर्चुअल प्रोग्राम डिजाइन हर फ्यूचर की मेजबानी करेगी। यह प्रोग्राम तीन सप्ताह तक चलेगा और इसमें भारत के युवा आर्किटेक्ट्स से टॉयलेट के स्थायी डिजाइन के लिये एंट्रीज को आमंत्रित किया जाएगा। डिजाइनों का मूल्यांकन इंस्टालेशन और रख-रखाव की आसानी के आधार पर एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा किया जाएगा और टॉयलेट के विजेता मॉडल्स का इस्तेमाल इस पहल के अंतर्गत गोद लिये गये स्कूलों में होगा।
श्री शाश्वत सोमानी, वीपी-स्ट्रैटेजी, एचएसआइएल ने कैंपेन के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘भारत के बाथरूम स्पेस में अग्रणी होने के नाते हमें लगा कि इस समस्या पर जागरूकता फैलाने में मदद के लिये अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि हमारे देश की लड़कियाँ सशक्त हो सकें। हमने वंचितों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध और बालिकाओं की शिक्षा पर जागरूकता निर्मित करने और उसे बढ़ावा देने के लिये अथक परिश्रम कर रहे एक गैर-लाभकारी संगठन मा माय एंकर के साथ भागीदारी की है। सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी होने के नाते हम उस समुदाय को सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध हैं, जिसका हम एक हिस्सा हैं और बेहतरी के लिये समुदाय के सदस्यों के जीवन में बदलाव लाने में सक्रिय रूप से योगदान देंगे।’’