Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 12 नवंबर 2020 – आईसीआईसीआई बैंक ने आज घोषणा की कि उसका माॅरगेज लोन पोर्टफोलियो 2 ट्रिलियन (2 लाख करोड़) के आंकडे को पार कर गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाला यह देश में निजी क्षेत्र का पहला बैंक बन गया है। इस उपलब्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण यह रहा है कि आईसीआईसीआई बैंक ने पूरे माॅरगेज प्रोसेस को डिजीटाइज कर दिया है और इसके जरिए ग्राहकों बिना किसी परेशानी के तुरंत लोन स्वीकृत किए जा रहे हैं। इस बढ़त के पीछे एक बड़ा कारण यह भी रहा कि अब बैंक पूरे देश में अपनी पहुंच बढ़ा रहा है और छोटे-छोटे शहरों व कस्बों तक अपनी पहुंच बना रहा है।
मुम्बई में आज एक प्रेस कांफ्रेंस में बैंक की इस उपलब्धि की घोषणा करते हुए आईसीआईसीआई बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अनूप बागची ने कहा, ‘‘हम पिछले दो दशक से रिटेल लैंडिंग को पहले से ज्यादा आसान और ग्राहकों तक इसे आसानी से पहुंचा कर इसकी वृद्धि में अहम भूमिका निभा रहे हैं। मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष का अनुभव हो रहा है कि पिछले वर्षों के हमारे लगातार प्रयासों का ही परिणाम है कि हमारा रिटेल माॅरगेज पोर्टफोलियो 2 ट्रिलियन (2 लाख करोड) के आंकड़े को पार कर गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाले हमें देश के पहले निजी क्षेत्र के बैंक बन गए हैं।‘‘
आईसीआईसीआई बैंक ने माॅरगेज लोन प्रोसेस को पूरी तरह डिजीटाइज कर दिया है और इसके साथ ही बिग डाटा एनेलेटिक्स का उपयोग कर लाखों प्री एप्रूव्ड ग्राहकों को तुरंत नए ऋण, टाॅपअप्स और बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा बैंक का पूरी तरह से डिजीटल प्रोसेस ग्राहक को तुरंत़ ऋण स्वीकृति का पत्र दे देता है। कोरोना महामारी के दौरान बैंक ने ग्राहकों के लिए वीडियो केवाईसी सुविधा शुरू की ताकि ग्राहक बैंक की शाखा में आए बिना ही बैंक से जुड सकें। इन सब नवाचारों की वजह से ही आईसीआईसीआई बैंक अब अपने एक तिहाई नए आवास़ ऋण डिजीटल तरीके से दे रहा है। यह अगले तीन वर्ष में इसे तीन चैथाई तक पहुंचाने की तैयारी कर रहा है।
श्री बागची ने कहा, ‘‘नए शहरों में रियल एस्टेट की बढ़ती मांग विशेषकर सस्ते मकानों की श्रेणी में बढ़ती मांग का अनुमान लगाते हुए हमने अपना काफी विस्तार किया है। अब हम छोटे शहरों और कस्बों के साथ ही मैट्रो शहरों के तेजी से बढते बाहरी इलाकों में भी मौजूद हैं और कुल 1100 स्थानों पर हमारी शाखाएं हैं। हमने इन नए बाजारों में अपने क्रेडिट प्रोसेसिंग सेंटर भी पिछले दो वर्ष में 170 से बढा कर 200 से ज्यादा कर दिए है, ताकि ़ऋण देने की प्रक्रिया तेजी से पूरी हो और ग्राहकों को यह आसानी से मिल सके।‘‘
दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करते हुए बैंक ने बताया था कि सितम्बर की दूसरी तिमाही में माॅरगेज ़ऋण वितरण कोविड पूर्व के स्तर को पार कर गया है और यह सितम्बर में अब तक का सबसे ज्यादा ़़ऋण वितरण है। आईसीआईसीआई बैंक के हैड सिक्योर्ड एसेट्स श्री रवि नारायणन ने कहा, ‘‘अक्टूबर में सितम्बर से भी ज्यादा ़ऋण वितरण था। अक्टूबर में अब तक का सबसे ज्यादा ़माॅरगेज ़ऋण वितरण हुआ।‘‘
इस वृद्धि के कारण बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘प्रक्रिया को डिजीटाइज करने से ग्राहक अब अपने घर बैठ कर ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा हमने एक वर्चुअल एक्जीबिशन प्लेटफार्म भी बनाया है, जिस पर ग्राहक 41 हजार 600 स्वीकृत रियल एस्टेट प्रोजेक्टस देख सकते हैं। इससे उनकी साइट पर जाने की जरूरत खत्म हो गई। इससे महामारी के दौरान हमारे ग्राहकों को काफी सहायता मिली।‘‘
श्री नारायणन ने आगे कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि ऐसे ग्राहक जो अपनी जरूरत के लिए मकान खरीदना चाहते थे, वे पिछले कुछ माह में बाजार में वापस लौट आए हैं। हम मानते हैं कि यह किसी भी व्यक्ति के लिए अपने सपनों का घर खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय है, क्योकि इस समय होम लोन की ब्याज दरें काफी कम हैं, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सम्पत्ति के रजिस्ट्रेशन पर स्टाम्प डयूटी कम हो गई है और डवपलर्स घर खरीदने पर आकर्षक आॅफर दे रहे हैं।‘‘
आईसीआईसीआई बैंक ने पिछले कुछ वर्षों में ग्राहकों को उनके सपने का घर दिलाने के लिए कुछ अनूठे डिजीटल लोन प्रोडक्ट लाॅंच किए हैं। इन अनूठे होम लोन प्रोडक्टस की सूची में बढ़ी हुई योग्यता के लिए माॅरगेज गारंटी वाले होम लोन, भुगतान में आसानी के लिए स्टेप अप लोन और प्रवासी भारतीयों के लिए एनआरआई माॅरगेज लोन शामिल है, जिसमें प्रवासी भारतीयों को भारत आए बिना स्वीकृति पत्र मिल जाता है।
आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के बारे मेंः आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड (BSE: ICICIBANK, NSE: ICICIBANK and NYSE:IBN) समेकित परिसंपत्तियों के आधार पर निजी क्षेत्र का भारत का सबसे बड़ा बैंक है। 30 सितंबर 2020 को बैंक की समेकित कुल संपत्ति 14,76,014 करोड रुपए थी। आईसीआईसीआई बैंक की सहायक कंपनियों में भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र बीमा, परिसंपत्ति प्रबंधन और प्रतिभूति ब्रोकरेज कंपनियां और देश की सबसे बड़ी निजी इक्विटी फर्में शामिल हैं। यह भारत सहित 15 देशों में मौजूद है।