Editor-Manish Mathur
जयपुर 12 नवंबर 2020 : एमजी मोटर इंडिया ने आज अपना ग्लोबल टेक्नोलॉजी कौशल और विशेषज्ञता स्टूडेंट्स को प्रदान करने के लिए ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट काउंसिल और ऑटोबॉट इंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर साइन किए। यह पार्टनरशिप इंजीनियरिंग छात्रों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन स्किल डेवलपमेंट कोर्सेस के माध्यम से देश में हाई-एंड कार टेक्नोलॉजी का लोकतंत्रीकरण करने की दिशा में एक प्रमुख कदम है।
देश में इनोवेशन का एक इकोसिस्टम बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कार निर्माता ने एएसडीसी और ऑटोबॉट इंडिया के साथ पार्टनरशिप में ‘दक्षता’ के तौर पर भारतीय युवाओं के लिए ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम पेश किया है।
स्किल भारत मिशन के एक भाग के रूप में दक्षता में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रिक वाहनों में विशेषज्ञता वाला आठ-मॉड्यूल वाला ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा। यह स्किल बढ़ाने पर फोकस करेगा जिससे ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्किल्ड वर्कफोर्स का निर्माण करते हुए ऑटोमोटिव सेक्टर में रोजगारपरकता में सुधार होगा। दक्षता प्रोजेक्ट में शुरू में कोविड -19 समय में ऑनलाइन लर्निंग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और बाद में केस स्टडी और बेस्ट प्रैक्टिस शेयरिंग को शामिल किया जाएगा।
एमजी मोटर इंडिया के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर यश यादव ने इस पहल पर कहा, “भारत में अपनी स्थापना के बाद से एमजी का प्राथमिक उद्देश्य एडवांस टेक्नोलॉजी में नवीनतम विकसित करना और अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए युवा विजनरी के बीच इनोवेशन की भावना को बढ़ावा देना है। दक्षता प्रोग्राम एक ऐसी पहल है जो युवा छात्रों को भविष्य की टेक्नोलॉजी से जुड़ी स्किल विकसित करने और आत्मनिर्भर बनने में सक्षम बनाएगी, जिससे उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए सशक्त बनाया जाएगा और स्किल इंडिया के व्यापक विजन को पूरा करने के लक्ष्य को और मजबूत किया जाएगा। ”
ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट काउंसिल के अध्यक्ष श्री निकुंज सांघी ने प्रोजेक्ट का अनावरण करते हुए कहा, “हम दक्षता कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़ने के लिए एमजी मोटर को धन्यवाद देते हैं, जो ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में एक स्थायी स्किलिंग इकोसिस्टम बनाने के हमारे साझा विजन का हिस्सा है। ग्राहकों की विकसित होती जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा कौशल के री-कैबिलबरेशन की आवश्यकता होगी और दक्षता वर्कफोर्स को इंडस्ट्री-रेडी बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण, अप्रेन्टिसशिप अवसर और क्वालिटी सुविधाएं प्रदान करने के लिए है। हम तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स और विकसित होती इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ तालमेल रखते हुए अपनी स्किल डेवलपमेंट पहल को आगे बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। एएसडीसी असेसमेंट और सर्टिफिकेशन इंडस्ट्री के सभी हितधारकों में योग्यता और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में मदद करेगा।”
ऑटोबॉट इंडिया के संस्थापक और सीईओ अश्विनी तिवारी ने कहा, “ऑटोमोटिव सेक्टर में मौजूदा टेक्नोलॉजी व्यवधान के साथ नए युग के वाहनों को तकनीकी रूप से अधिक एडवांस, कनेक्टेड और स्मार्ट होने की आवश्यकता है। यह उद्योग के विकास और इसकी संपूर्ण वैल्यू-चेन को संचालित करने के स्किल और नॉलेज के एक नए सेट की जरूरत बताता है, जिससे इन-हाउस क्षमता विकसित करने में मदद मिलती है। ”
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी-कॉस्ट का कर्व महंगा होता जा रहा है, वर्तमान में ऑटोमोटिव सेक्टर में टेक्नोलॉजी की मदद से रास्ता निकालने की तलाश तेज हो रही हैं। फिर चाहे वह हाइब्रिड टेक्नोलॉजी, या इलेक्ट्रिक वाहन हो, ऑटोमोटिव इंडस्ट्री तीव्र गति से विकसित हो रही है। प्रोग्राम का लक्ष्य आईटीआई और डिप्लोमा स्टूडेंट्स के साथ-साथ इंजीनियरिंग छात्रों को कुशल ऑटोमोटिव वर्कफोर्स के सप्लाई की कमी को दूर करने प्रशिक्षित करना है।
ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट काउंसिल भारत सरकार, सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स, ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की एक संयुक्त पहल है।