Editor-Manish Mathur
जयपुर, 3 नवम्बर, 2020- राजस्थान के किसानों ने श्रीराम सुपर 252 और श्रीराम सुपर 272 गेहूँ बीज की उत्पादकता पर खुशी जाहिर की है। श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स ने किसानों की फसल उत्पादकता बढ़ाने में मदद करने के लिए ये आधुनिक अनुसंधान -उन्मुख उत्पाद विकसित किए हैं।
श्रीराम सुपर 252 और 272 गेहूँ बीज के लॉन्च के बाद इनकी लोकप्रियता बहुत अधिक बढ़ गई है और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के किसान गेहूँ की इन किस्मों को खूब पसंद कर रहे हैं। वर्ष 2016 में श्रीराम फर्टिलाइजर्स एण्ड कैमिकल्स के विश्व-विख्यात वैज्ञानिकों ने इन किस्मों को विकसित किया।
श्रीराम सुपर 252 और 272 गेहूँ बीज इनकी अनुकूलन क्षमता और उत्पादकता के चलते ये राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड एवं तराई क्षेत्रों में गेहूँ किसानों की पहली पसंद बन गए हैं।
श्रीराम सुपर 252 और 272 गेहूँ बीज की फसल में ज्यादा बालियाँ व दाने बड़े और सुनहरे होते हैं और फसल की उंचाई भी उपयुक्त होती है। मजबूत कल्लों के कारण गिरने की शिकायत भी नहीं रहती। श्रीराम सुपर 252 जल्दी और देर से बुवाई के लिए भी उपयुक्त है।
राजस्थान के अलवर से बंसौर के एक किसान संतुराम सेन ने श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स द्वारा दिया गया एक प्रदर्शन देखने के बाद अपनी 5 एकड़ जमीन में से 2 एकड़ में श्रीराम सुपर 272 बोया, साथ ही उन्होंने वो किस्म भी बोई जिसे वे नियमित रूप से बोते है।
वे अपने इस फैसले से बेहद खुश है क्योंकि उन्हें अन्य किस्मों की तुलना में 3 क्विंटल प्रति एकड़ ज्यादा उपज मिली, जिससे उनको रु 6000-6500 प्रति एकड़ का अतिरिक्त मुनाफा हुआ।
उन्होंने पाया कि श्रीराम सुपर 272 में हरबालीमें 70-80 दानें हैं, जबकि अन्य किस्म में दानों की संख्या 55-60 थी। कल्लों की अधिक संख्या थी , बालियों की लम्बाई भी ज्यादा थी, और पौधे की उपयुक्त ऊंचाई होने के कारण लॉजिंग की शिकायत भी नहीं आयी।
अब संतुराम आने वाले सीजन में पूरी 5 एकड़ जमीन में श्रीराम सुपर 272 लगाने वाले है और वे अन्य किसानों को भी आगामी सीजन में श्रीराम सुपर 272 बोने की सलाह देते हैं।
राजस्थान के अन्य किसान श्रीराम सुपर 252 गेहूँ बीज बोने से भी इसी तरह की सफलता पा रहे हैं।
श्रीगंगानगर से एक युवा किसान अर्शदीप सिंह ने पिछले साल ज्यादा मुनाफा होने के बाद अपनी 10 एकड़ जमीन में श्रीराम सुपर 252 बोया। उन्होंने पाया की श्रीराम सुपर 252 की औसत ऊंचाई 3 फीट है, बाली की लम्बाई भी अच्छी है, हर बाली में दानों की संख्या 80-82 है। जबकि अन्य किस्मों में दानों की संख्या 60-65 प्रति बाली होती है, इस किस्म में चारा भी अधिक मात्रा में निकलता है।
अन्य लोकप्रिय किस्म की तुलना में उनको 2 क्विंटल प्रति एकड़ अधिक उपज प्राप्त हुई। जिससे उन्हें 4000-5000 प्रति एकड़ अतिरिक्त मुनाफा हुआ। वे अपने क्षेत्र के अन्य किसानों को भी आगामी सीजन में श्रीराम सुपर 252 बोने की सलाह देते हैं।