Edit-Roshan Jha
जयपुर 21 नवंबर 2020 – सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व डाला छठ पूजा के पूर्व सन्ध्या काल में अस्ताचलगामि भगवान भास्कर को पहला अर्ध्य व्रतीयो ने अर्पित किया । बुधवार से प्रारंभ हुआ यह महापर्व छठ पूजा । लोक आस्था के महापर्व डाला छठ शनिवार (21 नवंबर) काे उगते सूर्य काे अर्घ्य देने के साथ डाला छठ पूजा का समापन हाेगा। बिहार समाज के घरो में उल्लास के माहौल था । बच्चे बुजुर्गो के चेहरे पर खुशी देखते ही बनता था । लाेग कई दिनो से इसकी तैयारियों में लगे हुए हैं। घराें में राेशनी की गई जैसे कि वापस दीवाली आ गई हो। छठ घाट पर छठी मैया के गीत गाए काचह ही बांसके बहगीया बहगीया लचकते जाए । मारबो रे सुगवा धनूषा से, सूगवा गिरे मुरझाए । केलवा जो फरेला घउरसे जैसे गीत महिलाएं ने गाया । महिलाएं पुरुष निर्जला-निराहार उपवास रखें ।बिहार समाज संगठन के महासचिव सुरेश पंडित ने बताया कि दुनिया का इकलौता ऐसा पावन पर्व जिसकी महत्ता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।आज ये पर्व हिंदुस्तान , सिंगापुर , मलेशिया के अलावे लंदन,अमेरिका, नेपाल में भी बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है । उगते हुए सूर्य को सभी पूजते है लेकिन डूबते सूरज को कोई नही पूजता है । बिहार ऐसा राज्य है जहां उगते हुए सूर्य के साथ अस्त होते सूर्य की पूजा की जाती है । यह पर्व बुधवार काे नहाय खाय के साथ चार दिवसीय छठ पूजा शुरू हुआ । गुरुवार को खरना के व्रत पर पूरे दिन निर्जला निराहार उपवास रखा । शाम को मिट्टी के चूल्हा पर गूड़ के खीर, रोटी, केला, तुलसी पत्ता आदि सामग्री रख कर घी की दीपक जलाकर भगवान भास्कर को भोग लगाएंगे । उसके बाद व्रती प्रसाद ग्रहण करेंगे ।समाज के प्रवक्ता व संगठन मंत्री संजीव कुमार सिंह ने कहा कि इसके बाद एक बार फिर व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला निराहार उपवास शुरू हाेगा। छठ पूजा के तीसरे दिन शुक्रवार काे जलस्रोतों पर अस्त हाेते सूर्य काे अर्घ्य दिया। इस बार अपने घरो में गढे बनाकर उसमें पानी भरकर उसी में पश्चिम की ओर मुंह करके खड़ा होकर सूर्य देव को पहला अर्ध्य अर्पित किया । बांस से बनी सूप में जिसमें गेंहू से ठेकुआ, गन्ना, मूली, अदरक, गागर नीबू ,सेव, संतरा, नारियल, केला, अन्नास,सुथनी, सिंघाड़े, कच्चा, केराव, चावल, सिन्दूर आदि रखकर सूर्य देव अर्पित किया ।जयपुर में किशनबाग,राॅयल सिटी माचवा,झोटवाड़ा, विश्वकर्मा, सीकर रोड, गणेश वाटिका, निवारू रोड, प्रताप नगर, वैशाली नगर, बनीपार्क,एन बी सी कालोनी, हसनपुरा, सोडाला, हीरापुरा,बडोदिया बस्ती आदि जगहो पर डाला छठ मनाया गया । छठ पूजा के चाैथे दिन शनिवार काे सूर्य की प्रथम किरण काे अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ छठ पूजा का समापन हाेगा।