Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 17 नवंबर 2020 बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं, इसी विश्वास के साथ होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने अनूठे तरीके से बाल दिवस 2020 का जश्न मनाया। सड़क पर ‘हर किसी की सुरक्षा’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए होण्डा ने अनूठी पहल ‘लिटल रोड आॅफिसर्स’ का आयोजन किया-इस राष्ट्रव्यापी डिजिटल पहल के माध्यम से देश के 6100 स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा की आदतों पर जागरुक बनाने का प्रयास किया गया। आखिरकार, सड़क सुरक्षा पर जागरुक बच्चा न केवल सुरक्षा के साथ सड़क का उपयोग करता है बल्कि सही मायनों में समाज के लिए सुरक्षा दूत की भूमिका निभाता है और जीवनभर ज़िम्मेदार राइडर भी बना रहता है!
कोविड-19 के मद्देनज़र ‘न्यू नाॅर्मल’ के इस दौर में नए तरीकों से सड़क सुरक्षा पर जागरुकता बढ़ाने के लिए होण्डा ने अपने डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकता प्रोग्राम ‘होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ की शुरूआत की थी। सड़क सुरक्षा अभियान ई-गुरूकुल के तहत पेश किए गए होण्डा के लिटल रोड आॅफिसर्स प्रशिक्षण के माध्यम से चैथी से आठवीं कक्षा के 6100 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया। होण्डा के सेफ्टी इन्स्ट्रक्टर्स ने देश भर के 17 शहरों के 50 से अधिक स्कूली छात्रों को 3 दिन तक चलने वाले अभियान के माध्यम से सड़क सुरक्षा पर जागरुक बनाया।
इस अवसर पर श्री प्रभु नागराज, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन्स, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘बच्चे देश की वास्तविक ताकत हैं। होण्डा का मानना है कि बचपन से ही बच्चों में सड़क सुरक्षा की अच्छी आदतें विकसित की जा सकती हैं। बाल दिवस के इस शुभ अवसर पर होण्डा ने लिटल रोड आॅफिसर्स को प्रशिक्षण दिया है, जिससे न केवल उनमें सड़क सुरक्षा की आदतें पैदा होंगी, बल्कि वे अपने परिवारजनों और दोस्तों को भी सड़क सुरक्षा का संदेश देंगे। होण्डा हमेशा से बच्चों को सड़क सुरक्षा के लिए प्रेरित करती रही है, हम ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों को सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
बाल दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियांः
इस गंभीर विषय पर लर्निंग को रोचक बनाते हुए होण्डा के रोड सेफ्टी इन्स्ट्रक्टर्स ने रोज़मर्रा के व्यवहारिक तरीकों से बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियम सिखाए। बच्चों को सड़क सुरक्षा का संदेश देने के लिए एक घण्टे के इंटरैक्टिव डिजिटल प्रशिक्षण सत्र को 3 चरणों में बांटा गयाः
1. बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा के सुझावः पहले चरण में बच्चों को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए जैसे सड़क पर सुरक्षा के साथ पैदल चलने के सुझाव (जेबरा क्राॅसिंग पर सड़क पार करना, पेवमेन्ट न होने पर यातायात की विपरीत दिशा में चलना), सुरक्षित रूप से साइकल चलाने के सुझाव (ब्रेक, बैल और टायर चैक, साइकल पर रिफलेक्टर आदि); सड़क सुरक्षा के संकेत और चिन्ह (अनिवार्य, चेतावनी और सूचनात्मक संकेत)। बच्चों को इस बात पर निर्देश दिए गए कि स्कूल बस में यात्रा के दौरान कैसे सुरक्षित रहें (चलती बस में खड़े न हों, ड्राइवर का ध्यान न भटकाएं)।
2. बच्चे कैसे अपने अभिभावकों और रिश्तेदारों को सड़क पर सुरक्षा अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, इस विषय पर लर्निंग सत्रः दूसरे चरण में, सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के ऐसे तरीके बताएं, जो वे अपने अभिभावकों और रिश्तेदारों को बता सकें एवं स्वयं की सुरक्षा को भी सुनिश्चित कर सकें। इनमें शामिल थे- वाहन की जांच (घर से निकलने से पहले ब्रेक, टायर, ईंधन की जांच और वाहन में लाईट्स की जांच); राइडिंग गियर और सीट बेल्ट (उचित कपड़े पहनना, सीट बेल्ट और हेलमेट का महत्व); स्पीड की भूमिका (तेज़ स्पीड और कम स्पीड); और क्या करें और क्या न करें (कार में बैठते या बाहर निकलते समय, किन बातों का ध्यान रखें, सड़क पर उग्र व्यवहार न अपनाएं)।
3. शपथ समारोहः अंत में, बच्चों ने सड़क सुरक्षा के नियम अपनाने और अपने घर के लिटल रोड आॅफिसर्स बनने की शपथ ली।
सड़क सुरक्षा संवर्धन में होण्डा की भूमिकाः
1970 में होण्डा सुरक्षित ड्राइविंग गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली पहली आॅटोमोबाइल निर्माता बन गई। 50 सालों से, होण्डा न केवल राइडरों बल्कि हर व्यक्ति को सड़क सुरक्षा पर शिक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध रही है। सुरक्षा के विश्वस्तरीय नारे ‘हर किसी की सुरक्षा’ के साथ, होण्डा ने सड़क सुरक्षा को दुनिया भर के 41 देशों एवं क्षेत्रों में विस्तारित किया है।
खासतौर पर भारत में, जहां पहली बार राईड करने वालों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है, होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया ने अपने तीन स्तंभों के तहत 38 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षा पर शिक्षित और प्रशिक्षित किया है। होण्डा के 14 टैªफिक टेªनिंग पार्क रोज़ाना बच्चों और व्यस्कों के लिए शैक्षणिक प्रोग्रामों का आयोजन करते हैं। देश भर में होण्डा के 6 अडाॅप्टेड सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटर, लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को प्रशिक्षण देते हैं। इसके अलावा, होण्डा अपनी डीलरशिप्स में सुरक्षा प्रशिक्षण को बढ़ावा देती है और सकूलों, काॅलेजों, सोसाइटियों एवं कोरपोरेट्स में भी नियमित रूप से डिजिटल सड़क सुरक्षा प्रशिक्षणों का आयोजन करती रहती है।