लक्ष्मी विलास बैंक का डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड के साथ विलय

Editor-Manish Mathur

जयपुर 02 दिसंबर 2020 – लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) का डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) के साथ विलय हुआ है। डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड डीबीएस ग्रुप होल्डिंग्स लिमिटेड की संपूर्ण मालिकी की सहायक कंपनी है। विलय की योजना बैंकिंग विनियमन कानून, 1949 के सेक्‍शन 45 के तहत भारत सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के विशेष अधिकारों के तहत बनायीं गयी है और इसे 27 नवंबर 2020 से प्रभाव में लाया गया है।

बैंकों का यह विलय लक्ष्मी विलास बैंक के जमाकर्ताओं, ग्राहकों और कर्मचारियों को  अनिश्चितता की अवधि के बाद स्थिरता और भविष्य की बेहतर संभावनाएं प्रदान करता है। लक्ष्मी विलास बैंक पर लगाए गए मोरेटोरियम  को 27 नवंबर 2020 से हटा लिया गया और सभी शाखाओं, डिजिटल चैनलों और एटीएम के कामकाज में सभी बैंकिंग सेवाओं को हमेशा की तरह शुरू कर दिया गया है। लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहक सभी बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करना जारी रख सकते हैं। बचत बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर ब्याज दरों को अगली सूचना तक लक्ष्मी विलास बैंक द्वारा प्रस्तावित दरों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। लक्ष्मी विलास बैंक के सभी कर्मचारी सेवा में बने रहेंगे, वे सभी अब डीबीआईएल के कर्मचारी हैं और उनकी सेवा के नियम और शर्तें लक्ष्मी विलास बैंक के तहत जो थे वो जारी रखे जाएंगे।

डीबीएस की टीम अपने लक्ष्मी विलास बैंक के सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि आने वाले महीनों में लक्ष्मी विलास बैंक की प्रणाली और नेटवर्क को डीबीएस में एकीकृत किया जा सकें।  यह एकीकरण पूरा हो जाने के बाद, ग्राहक डीबीएस की कई जागतिक सम्मानों से प्रशंसित सभी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं सहित उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला का लाभ पाने में सक्षम होंगे।

डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) के पास पर्याप्त पूंजी है और इसके कैपिटल एडेक्वेसी रेश्योज (सीएआर) (पूंजी पर्याप्तता अनुपात) विलय के बाद भी नियामक आवश्यकताओं से ज्यादा रहेंगे। इसके अलावा, डीबीएस समूह विलय के समर्थन में और भविष्य में विकास के लिए 2,500 करोड़ रुपयों (एसजीडी 463 मिलियन) को डीबीआईएल में निवेश करेगा। यह निवेश पूरी तरह से डीबीएस समूह के मौजूदा संसाधनों से लाया जाएगा।

डीबीएस 1994 से भारत में है और मार्च 2019 में इसने अपने भारत के संचालन को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी (डीबीआईएल) में परिवर्तित कर दिया है। डीबीएस को फोर्ब्स की “विश्व की सर्वश्रेष्ठ बैंकों” की 2020 की सूची में स्थान दिया गया है। 40,000 बैंकिंग ग्राहकों के वैश्विक सर्वेक्षण के आधार पर, भारत की 29 घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बैंकों में से डीबीएस को भारत में अव्वल स्थान दिया गया। 2009 से 2020 तक लगातार बारह वर्षों तक ग्लोबल फाइनेंस द्वारा डीबीएस को “एशिया में सबसे सुरक्षित बैंक” का ख़िताब दिया गया है।

डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड के सीईओ श्री सुरोजीत शोम ने कहा, “लक्ष्मी विलास बैंक के विलय ने हमें इस बैंक के जमाकर्ताओं और कर्मचारियों को स्थिरता प्रदान करने में सक्षम बनाया है। यह विलय हमें उन ग्राहकों और शहरों के एक बड़े समूह तक पहुंच भी देता है जहां हमारी मौजूदगी नहीं है। लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहकों के लिए एक मजबूत बैंकिंग भागीदार बनने की दिशा में अपने नए सहयोगियों के साथ काम करने की आशा हम करते हैं। ”       

डीबीएस

डीबीएस एशिया का एक प्रमुख वित्तीय सेवा समूह है जो 18 मार्केट्स में कार्यरत है। अपने वैश्विक नेतृत्व के लिए नवाज़े जाने वाले डीबीएस को यूरोमनी द्वारा “विश्व का सर्वश्रेष्ठ बैंक”, द बैंकर द्वारा “ग्लोबल बैंक ऑफ द ईयर” और ग्लोबल फाइनेंस द्वारा “विश्व में सर्वश्रेष्ठ बैंक” के ख़िताब दिए गए हैं।

डीबीएस बैंक भारत में पिछले 26 वर्षों से कार्यरत है, उन्होंने 1994 में मुंबई में अपना पहला कार्यालय शुरू किया। डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड भारत के बड़े विदेशी बैंकों में से एक है, जिसने एक अग्रणी वैश्विक बैंक की स्वामित्व वाली स्थानीय सहायक कंपनी के रूप में पूर्ण रूप से संचालन शुरू किया है। डीबीएस भारत में बड़े, मध्यम और छोटे उद्यमों और व्यक्तिगत उपभोक्ताओं के लिए बैंकिंग सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करता है। 2016 में, डीबीएस ने भारत का पहला, मोबाइल-ओन्ली बैंक – डिजीबैंक शुरू किया, जिसके अब 2.6 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं।

डीबीएस द्वारा उपभोक्ता, एसएमई और कॉर्पोरेट बैंकिंग में सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान की जाती है। एक बैंक के रूप में एशिया में शुरू किया गया और एशिया में ही विकसित हुआ, डीबीएस इस क्षेत्र के सबसे गतिशील बाजारों में व्यापार करने की पेचीदगियों से भलीभांति वाकिब है। डीबीएस ग्राहकों के साथ स्थायी संबंध बनाने और सामाजिक उद्यमों को समर्थन देने के माध्यम से समुदायों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि यह एशियाई तरीके से बैंकिंग करता है। इसने सिंगापुर और पूरे एशिया में अपने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत किए जाने वाले प्रयासों के लिए एसजीडी 50 मिलियन फाउंडेशन की स्थापना की है।

एशिया में अपने व्यापक संचालन नेटवर्क और अपने कर्मचारियों को सेवातत्पर और कार्यक्षम बनाने पर जोर देने के साथ, डीबीएस आकर्षक कैरियर के अवसर प्रस्तुत करता है। बैंक में 40 से राष्ट्रीयता वाले 30,000 कर्मचारी काम के प्रति जुनून, प्रतिबद्धता और इच्छाशक्ति के साथ काम करते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया www.dbs.com पर संपर्क करें।

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