Editor-Manish Mathur
जयपुर 17 दिसंबर 2020: एपीएम टर्मिनल्स पिपावाव ने नवंबर 2020 में एक अन्य उपलब्धि हासिल कर ली। बंदरगाह से अनेक इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) के लिए अधिकतम संख्या में डबल स्टैक ट्रेन्स भेजी गयीं। पोर्ट ने नवंबर 2020 में 181 डबल स्टैक ट्रेन्स हैंडल किये, जिनमें से 157 ट्रेन्स बाहर भेजी गयीं । पोर्ट का परिचालन शुरू होने के बाद से, मासिक आधार पर हैंडल किये गये बाहरी डबल स्टैक ट्रेन्स की यह अधिकतम संख्या है। यह बंदरगाह ब्लॉक ट्रेन लोडिंग का कंसेप्ट शुरू करने में अग्रणी रहा जिसका उपयोग ग्राहकों और कीमत कार्गो के द्रुत पारगमन के लिए किया जाता है। नवंबर में, ऐसी अनेक ब्लॉक ट्रेन्स लोड की गयीं और हमारे सम्मानित ग्राहकों को समर्पित सेवा प्रदान की गयीं। नवंबर में, औसत ट्रेन परिचालन समय प्रति ट्रेन 4 घंटे से कम बनाये रखा गया। इस महीने में असंख्या कमोडिटीज पिपवाव पोर्ट से भेजी गयीं और यहां मंगायी गयीं। उत्तर-पूर्व के विभिन्न दूर-दराज के स्थानों के लिए ट्रेनें रवाना की गयीं।
एटीएम टर्मिनल्स पिपावाव के प्रबंध निदेशक, श्री याकब फ्रिेस सोरेन्सन ने बताया, ”यह हमारे बंदरगाह के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। डबल स्टैक ट्रेन्स वास्तव में लॉजिस्टिक इंडस्ट्री के लिए लाभदायक हैं, क्योंकि यह कार्गोज की तेज, सुरक्षित एवं प्रदूषण-मुक्त पारगमन सुनिश्चित करती हैं । यह उपलब्धि हमारी दक्षता और ग्राहकोन्मुखता को दर्शाती है। यह अगले कुछ महीने में हमारे बंदरगाह के लिए डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) की अतिरिक्त ट्रैफिक को हैंडल कर पाने की हमारी तैयारी को भी दर्शाता है।”
एपीएम टर्मिनल्स पिपावाव के विषय में
एपीएम टर्मिनल्स पिपावाव (गुजरात पिपावाव पोर्ट लिमिटेड), कंटेनर्स, आरओ/आरओ (पैसेंजर कार्स), लिक्विड बल्क और ड्राई बल्क कार्गो के लिए भारत का एक प्रमुख प्रवेश-द्वार रूपी बंदरगाह है, जो गुजरात के ग्राहकों को सड़क एवं रेलमार्ग के जरिए भारत के भीतरी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र को जोड़ता है। इसकी वर्तमान वार्षिक कार्गो हैंडलिंग क्षमता 1.35 मिलियन टीईयू कंटेनर्स, 250,000 पैसेंजर कार्स, 2 मिलियन मीट्रिक टन लिक्विड बल्क और 4 मिलियन मीट्रिक टन ड्राई बल्क की है। एपीएम टर्मिनल्स पिपवाव भारत का पहला पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) बंदरगाह है और यह एपीएम टर्मिनल्स वैश्विक टर्मिनल नेटवर्क का एक घटक है।