फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल द्वारा ‘5वें एचआर समिट 2020’ के वर्चुअल एडिशन का कल होगा आयोजन

Edit-Dinesh Bhardwaj

जयपुर 15 दिसंबर 2020 – फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल द्वारा ‘5वें एचआर समिट 2020’ के वर्चुअल एडिशन का बुधवार 16 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.10 बजे आयोजन किया जायेगा। एचआर समिट के इस एडिशन की थीम ‘रीइमेजिनियरिंग द रोल ऑफ एचआर इन द पोस्ट कोविड वर्ल्ड’ है। एचआर समिट के गत चार संस्करण एचआर फ्रेटरनिटी के प्रसिद्ध लीडर्स की भागीदारी के साथ सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है। यह जानकारी चेयरमैन- सब कमेटी, एचआर एंड स्किल्स, फिक्की राजस्थान एवं वाईस प्रेसिडेंट, होंडा कार्स, श्री सुनिल कुमार यादव ने दी।

उन्होंने आगे बताया कि इस समिट को रीको लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, श्री आशुतोष एटी पेंडनेकर संबोधित करेंगे। सचिव – श्रम, कौशल, रोजगार और उद्यमिता, राजस्थान सरकार, डॉ. नीरज के पवन; ग्रुप हेड – एचआर, इंफोसिस लिमिटेड, डॉ. कृष्णमूर्ति शंकर; कार्यकारी सलाहकार, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, श्री एस. वाई. सिद्दीकी; कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं कंट्री हेड – एचआर, सीमेंस लिमिटेड, डॉ. शिल्पा काबरा माहेश्वरी और उपाध्यक्ष – एचआर स्ट्रैटेजी एवं प्लानिंग (स्पेशल प्रोजेक्ट्स), रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, डॉ. प्रशांत देशपांडे भी शामिल होंगे। इसके अलावा, सीआईओ (CIO), सीएचआरओ (CHRO) एवं हेड- सीएसआर (CSR), हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड, श्री विजय सेठी; डिप्टी प्लांट हेड,  डायकिन एयरकंडिशनिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, श्री पंकज दीवान; एचआर एंड प्लानिंग हेड, होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड, ज्योति सिंह; प्रेसिडेंट, मणिपाल विश्वविद्यालय, डॉ. जी के प्रभु और जयपुरा इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. प्रभात पंकज जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर अपने विचार साझा करेंगे।

श्री यादव ने आगे कहा कि कोविड -19 ने हमारे जीवन और व्यवसाय को बदल दिया है। ऐसे परिदृश्य में, क्राइसिस मैनेजमेंट और बिजनेस कंटिन्यूटी एचआर के समक्ष  शीर्ष चुनौतियां हैं। कंपनियां वर्क फ्रॉम होम को सपोर्ट करने के लिए टेकनोलॉजी का उपयोग करने अथवा बजट समीक्षा के लिए वैकल्पिक कॉर्पोरेट रणनीतियों की मांग कर रहीं हैं। प्राथमिकताओं की सूची में फ्लेक्लिबल कार्य व्यवस्था प्रबंधन, जागरूकता बढ़ाने के लिए एम्प्लॉय कम्यूनिकेशन, वर्कप्लैस पॉलिसियों को लेकर कर्मचारियों की चिंताओं को समझना, प्रिवेंटिव उपाय लागू करना और वर्तमान वैलफेयर पॉलिसी की समीक्षा करना शामिल है। इसी तरह, गत कुछ वर्षों में इंडस्ट्रियल रिलेशन्स ने स्वयं को एम्पलॉय रिलेशन्स में बदल दिया है।

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