Editor-Manish Mathur
जयपुर 28 दिसंबर 2020 – भारत में कोविड -19 वैक्सीन स्टोरेज की अविलंब मांग पूरी करने के लिए, गोदरेज के पास वैक्सीन रेफ्रीजिरेटर्स की रेंज मौजूद है, जो 2-8 डिग्री सेल्सियस की सटीक तापमान सीमा पर काम करती है और अब, इसने -20 डिग्री सेल्सियस तक की कूलिंग के साथ एडवांस्ड मेडिकल फ्रीजर भी उपलब्ध करा रहा है। यह तापमान सीमा भारत द्वारा मूल्यांकन किए जा रहे कई कोविड 19 टीकों के लिए पूरी तरह से अनुकूल हैं। भारत के लिए मूल्यांकन किए जा रहे वैक्सीन वेरिएंट के 5 फ्रंट रनर्स में से 4 को 2-8 डिग्री सेल्सियस पर रखा जाना आवश्यक है(जैसा कि पब्लिक डोमेन में अब तक की जानकारी उपलब्ध है), जबकि आउटरीच प्रोग्राम्स के लिए आवश्यक डाइल्यूएंट्स और फ़्रीजिंग आइस पैक्स को -20 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जाना आवश्यक है।
पेटेंटेड श्योर चिल टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित, गोदरेज मेडिकल रेफ्रिजरेटर्स बीच-बीच में बिजली की कटौती के बावजूद 2 से 8 डिग्री सेल्सियस की तापमान सीमा बनाए रखने में सहायक हैं – जो कि इन वैक्सीन्स के परिरक्षण हेतु आवश्यक है। बिजली नहीं रहने पर, यह रेफ्रिजरेटर 43 डिग्री सेल्सियस के वातावरणीय तापमान पर भी 8-12 दिनों तक अपना तापमान बनाए रखने में सक्षम है। जिन क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति नहीं है, इस उपकरण को सौर ऊर्जा पर चलाया जा सकता है और इससे वैक्सीन्स को समान रूप से प्रभावी तरीके से परिरक्षित किया जा सकता है। दूसरी ओर, डी-कूल टेक्नोलॉजी वाले गोदरेज डीप फ्रीजर्स में डी-आकार के कॉपर रेफ्रिजरेटिंग ट्यूब्स का उपयोग किया गया है, ताकि त्वरित रूप से एकसमान कूलिंग हो सके। इसमें उच्च प्रशीतन क्षमता-युक्त 5-साइड कूलिंग के लिए पेंटा कूल टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया है। ये तकनीकें -20 डिग्री सेल्सियस तक की प्रेसिजन कूलिंग करने और इसे 3-4 घंटे तक बनाये रखने में सहायक हैं। उपयोग की प्रकृति को देखते हुए, प्रेसिजन कूलिंग और इसे एक समय तक बनाये रखना दोनों महत्वपूर्ण रूप से आवश्यक है। कठिन स्थितियों के लिए मजबूत उपकरणों के निर्माण में वर्षों की दक्षता व अनुभव के चलते, हमारे मेडिकल रेफ्रिजरेटर 130 वोल्ट पर भी चल सकते हैं – जो कि इसे देश भर में लगाये जाने के लिए अतिरिक्त रूप से उपयुक्त बनाता है। गोदरेज मेडिकल रेफ्रिजरेटर भारत में बने हैं और इनमें इको-फ्रेंड्ली (सीएफसी, एचएफसी और एचसीएफसी मुक्त) R600A और दुनिया के सबसे ग्रीन R290 रेफ्रिजरेंट का उपयोग किया गया है, जो गोदरेज के पर्यावरण-पोषक मूल्य के अनुरूप अधिकतम ऊर्जा-दक्षता प्रदान करते हैं।
गोदरेज को केंद्र सरकार, विभिन्न राज्य सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय सहायता निकायों से कोविड -19 वैक्सीन के स्टोरेज के लिए लगभग 150 करोड़ रु. मूल्य के कई ऑर्डर मिल चुके हैं। अब इसे उन सरकारी उपक्रमों से भी इन्क्वायरीज प्राप्त हो रही हैं जो इस प्रतिरक्षण प्रयास में सहायता कर रहे हैं। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, गोदरेज अप्लायंसेज ने मेडिकल रेफ्रिजरेटर उत्पादन क्षमता को 10,000 यूनिट्स से बढ़ाकर 35,000 यूनिट्स सालाना की जा चुकी है।
गोदरेज एंड बॉयस, अपनी ऑफरिंग्स – चाहे मेडिकल कंपोनेंट्स हों जैसे कि हॉस्पिटल बेड एक्चुएटर्स एवं वेंटिलेटर्स के लिए इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक वॉल्व्स हो, लोगों को घर पर सुरक्षित रखने हेतु डिसइंफेक्टेंट उपकरण हो, चाहे कार्य-स्थल पर लोगों को सुरक्षित रखने हेतु शारीरिक दूरी बनाये रखने वाले कार्यालयों की स्थापना हो, के माध्यम से अपने प्रयासों के जरिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण महामारी काल में राष्ट्र की सेवा करने के प्रति संकल्पित है; और इसे सर्वाधिक जरूरत के समय में मेड इन इंडिया मेडिकल रेफ्रिजरेटर्स और फ्रीजर्स के साथ देश की सेवा करने पर गर्व है।
इन प्रगतियों के बारे में टिप्पणी करते हुए, श्री कमल नंदी, बिजनेस हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष, गोदरेज ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, गोदरेज उपकरणों ने प्रशीतन (रेफ्रिजरेशन) में अपनी विशेषज्ञता हासिल की है और इसे चिकित्सा प्रशीतन (मेडिकल रेफ्रिजरेशन) क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। हमें गर्व है कि यह विशेषज्ञता आज के समय में उपयोगी साबित हो रही है जब देश को एक मजबूत वैक्सीन कोल्ड चेन की आवश्यकता है और इस कारण हमें इस हेतु योगदान करने में सक्षम होने की खुशी है। हमारे मेडिकल रेफ्रिजरेटर और हमारे मेडिकल फ्रीजर, क्रमशः 2°C- 8°C और -20°C का सटीक शीतलन तापमान प्रदान करते हैं, जो कि इस समय भारत द्वारा मूल्यांकन किए जा रहे टीकों के लिए आवश्यक है। हम भारत के लिए कोविड -19 वैक्सीन को तैयार करने के लिए अन्य संभावित चुनौतियों को अच्छी तरह से हल करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सेवा कोल्ड चेन को मजबूत करने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ सहयोग कर रहे हैं।”
श्री जयशंकर नटराजन, एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और हेड – न्यू बिज़नेस डेवलपमेंट, गोदरेज अप्लायंसेज ने आगे बताया, “भारत में लाये जा रहे कोविड -19 वैक्सीन्स तापमान-संवेदी हैं और इनके असरदार बने रहने के लिए एक विशिष्ट तापमान सीमा पर स्टोर किया जाना आवश्यक है। हमारे मेडिकल रेफ्रिजरेटर्स को बिजली की कटौती के बावजूद इस तरह के सटीक शीतलन प्रदान करने हेतु डिज़ाइन किया गया है, और ये कठोर अंतर्राष्ट्रीय डब्ल्यूएचओ पीक्यूएस प्रमाणन मानक के अनुरूप हैं। देश में व्यापक सर्विस नेटवर्क के साथ कूलिंग इंडस्ट्री में 62 साल से हमारी मौजूदगी, हमें इस महत्वपूर्ण, त्वरित और विश्वसनीय सेवा प्रदान करने में सक्षम बनाता है। वर्तमान में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, हमने इन विशेष उत्पादों की उत्पादन क्षमता में 250 प्रतिशत की वृद्धि की है। सरकार और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ, हम सुदूरतम क्षेत्रों तक कोविड -19 वैक्सीन प्रतिरक्षण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि लाखों लोगों की जिंदगियां बचायी जा सके।”