एचएफसीएल ने हैदराबाद में नए कारखाने में किया एफटीटीएच केबल्स के व्यापारिक विनिर्माण का शुभारंभ

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 17 दिसंबर 2020-  एचएफसीएल के नए फाइबर-टू-द-होम (एफटीटीएच) केबल बनाने वाली तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित कारखाने में फाइबर टू होम ऍप्लिकेशन्स के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल्स का व्यापारिक विनिर्माण 16 दिसंबर 2020 से शुरू हुआ है। हैदराबाद में अपनी उपकंपनी एचटीएल लिमिटेड के साथ मिलकर नए कारखाने की शुरूआत करने से एचएफसीएल ने हर साल 6 लाख केएमएस की क्षमता हासिल की है और वह भारत की एफटीटीएच केबल्स बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी बनी है।

 इसके पहले एचएफसीएल ने हैदराबाद प्लांट में ऑप्टिकल फाइबर के विनिर्माण के लिए 260 करोड़ रूपए निवेश किए थे, जिसकी शुरूआत जनवरी 2020 में हुई। अब 40 करोड़ रुपयों के नए निवेश के साथ यह नयी, आधुनिकतम, स्वयंचालित हाई-स्पीड एफटीटीएच केबल विनिर्माण सुविधा शुरू की गयी है। उच्च उत्पादन, बड़े पैमाने की लगत और उच्चतम गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह निवेश किया गया है। इस तरह से कंपनी ने अपनी विस्तार नीति के तहत हैदराबाद कारखाने में कुल 300 करोड़ के निवेश किए हैं।

 इस गतिविधि के बारे में एचएफसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री महेंद्र नहाता ने कहा, हैदराबाद में नए कारखाने की शुरूआत करके एचएफसीएल देश की सबसे बड़ी एफटीटीएच कंपनी बनी है। निजी टेलिकम्युनिकेशन कंपनियों की वृद्धि और ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क फ़ैलाने पर सरकार का ज़ोर इनकी वजह से भारत में एफटीटीएच की मांग भारी मात्रा में बढ़ रही है। एफटीटीएच विनिर्माण में बढ़ोतरी से हमारे देश की 4जी कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही 5जी के लिए हमारी तैयारियों को भी यह उन्नत बनाएगा। हाई-स्पीड इंटरनेट का फैलाव, डिजिटल नेटवर्क्स में बढ़ता हुआ निवेश और किफायती पहुंच की बढ़ती हुई मांग ने हमें भारत और पूरी दुनिया भर के ग्राहकों की आधुनिक कम्युनिकेशन की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।”

 एफटीटीएच केबल प्लांट में कंपनी की मौजूदा विनिर्माण सुविधाओं से ऑप्टिकल फाइबर और एआरपी रॉड्स जैसे प्रमुख कच्चे माल की आपूर्ति के प्रावधान किए गए है, जो आपूर्ति श्रृंखला को और मजबूत बनाते हैं।

 भारत में दूरसंचार सेवा कंपनियों को एफटीटीएच केबल की आपूर्ति करने के अलावा, एचएफसीएल उन्हें 30 से अधिक देशों में भी निर्यात करेगी जहां कंपनी पहले से ही अपना कारोबार कर रही है। एफटीटीएच केबल्स का मार्केटिंग एचएफसीएल ब्रांड नाम से किया जाएगा।

 कंपनी की अनुसंधान और विकास सुविधाएं नए केबलों के विभिन्न प्रकार विकसित कर रही हैं, जिन्हें हैदराबाद में नए बनाए गए कारखाने में ही बनाया जाएगा।

 एचएफसीएल के बारे में:

एचएफसीएल लिमिटेड (पूर्व में हिमाचल फ्यूचरिस्टिक कम्युनिकेशंस लिमिटेड) एक प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी है जो हाई एंड ट्रांसमिशन और एक्सेस उपकरण, ऑप्टिकल फाइबर, ऑप्टिकल फाइबर केबल्स (ओएफसी) बनाती है और दूरसंचार सेवा कंपनियों, रेलवे, रक्षा, स्मार्ट सिटी और निगरानी परियोजनाओं के लिए आधुनिक संचार नेटवर्क स्थापित करने में उन्होंने विशेषज्ञता प्राप्त की है।

 कंपनी के इन-हाउस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन रिसर्च गुड़गांव और बेंगलुरु में स्थित  हैं, साथ ही भारत और विदेशों में उन्होंने विभिन्न स्थानों पर उन्होंने अनुसंधान और विकास संगठनों और अन्य सहयोगियों के साथ साझेदारी से प्रौद्योगिकी उत्पादों और समाधानों की नयी, भविष्य के अनुकूल श्रेणी विकसित की है।  कंपनी के इन-हाउस अनुसंधान और विकास के माध्यम से नए विकसित उत्पादों में वाई-फाई सिस्टम्स, बिना लाइसेंस वाला बैंड रेडियो, क्लाउड मैनेजमेंट सिस्टम्स  और वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम्स शामिल हैं। कई उत्पादों के विकास का काम चल रहा है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक फ़्यूज़, इलेक्ट्रो ऑप्टिक डिवाइस, सॉफ़्टवेयर डिफाइंड रेडियो, स्विचेस, राउटर, इंटेलिजेंट एंटीना सिस्टम और ग्राउंड सर्विलांस रडार शामिल हैं।

 कंपनी ने हैदराबाद में अत्याधुनिक ऑप्टिकल फाइबर और ऑप्टिकल फाइबर केबल निर्माण सुविधाएं, गोवा और चेन्नई में अपनी सहायक कंपनी यानी एचटीएल लिमिटेड में ऑप्टिकल फाइबर केबल विनिर्माण  प्लांट और होसुर में अपनी सहायक कंपनी में एफआरपी रॉड निर्माण सुविधा बनायीं हैं। साथ ही सोलन में एक दूरसंचार उपकरण विनिर्माण सुविधा भी है।

 कंपनी ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए  पिछले 7 वर्षों में क्रमश: 27% और 23% की आय और लाभ सीएजीआर दर्ज किए हैं। उनका वित्तीय वर्ष 2020 का आरओसीई 21.50% और ऋण-इक्विटी अनुपात 0.43 रहा है। वित्तीय वर्ष 21 में पहली छःमाही में कंपनी ने 1762.24 करोड़ रूपए समेकित आय और 74.66 करोड़ रूपए पीएटी दर्ज किए।

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