एमएसडीई ने युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाने हेतु डिजिटल स्किलिंग के लिए माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम फाउंडेशन के साथ समझौता किया

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 24 दिसंबर 2020 : कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) अपने व्यापक नेटवर्क के माध्यम से देश के युवाओं के लिए लगभग 15,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और 33 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों में दीर्घकालिक संस्थागत प्रशिक्षण लागू करने के लिए उत्तरदायी है। व्यावसायिक प्रशिक्षण योजनाओं के क्रियान्वयन और स्किल इंडिया’ के सपने को साकार करने में प्रशिक्षण महानिदेशालय की अहम भूमिका है।

प्रशिक्षण महानिदेशालय ने अक्टूबर 2019 में भारतस्किल्स नाम से एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है जो आईटीआई इकोसिस्टम के प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षकों के लिए आसान पहुँच प्रदान करने वाले कौशल के लिए एक भंडार के रूप में हैं। जिससे क्राफ्टमैन ट्रेनिंग स्कीम के सभी कोर्स कंटेंट, प्रश्न बैंक, मॉक / प्रैक्टिस पेपर, वीडियो लर्निंग तक पहुंच सुनिश्चित की जा सकती है और कक्षा के बाहर कभी भी, कहीं भी यह सीखने में सक्षम बनाती है। यह प्लेटफॉर्म छात्रों और शिक्षकों के लिए अपने औद्योगिक भागीदारों के माध्यम से एक सेंटरलाइज्ड, स्केलेबल और एक संपन्न समर्थन इकोसिस्टम के लिए एक अनूठी पहुंच भी प्रदान करता है जो अब उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए नए 4.0 के अनुसार कौशल सीख सकते हैं।

यहां यह उल्लेखनीय है कि वर्तमान कोविड-19 महामारी परिदृश्य के दौरान, भारतस्किल्स प्लेटफॉर्म पर सीखने वालों की संख्या मार्च 2020 में लगभग 90, 000 थी जो आज कई गुणा बढ़ गई है और आज तक 16.55 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने इस पोर्टल का उपयोग किया है।

पिछले दो वर्षों में डीजीटी ने कई डिजिटल उद्योग फ्रंट लाइनर्स के साथ भागीदारी की है जैसे आईबीएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसएपी इंडिया, सिस्को सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एक्सेंचर सॉल्यूशंस और क्वेस्ट एलायंस, एडोब, एसएससी-नैसकॉम आदि ताकि छात्रों को उद्योगों की मांग के अनुसार सक्षम बनाया जा सके।

डीजीटी के अथक प्रयासों का एक और प्रमाण है, हाल ही में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी), माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम फाउंडेशन के बीच समझौता ज्ञापन हुआ है जहाँ माइक्रोसॉफ्ट ने भारत कौशल मंच के माध्यम से ग्लोबल स्किलिंग इनिशिएटिव को जोड़कर आईटीआई इकोसिस्टम में 24 लाख से अधिक छात्रों केलिए माइक्रोसॉफ्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध मुफ्त सामग्री तक पहुँच की सुविधा प्रदान की है। इसके अलावा, नैसकॉम फाउंडेशन के माध्यम से यह एक लोकप्रिय पाठ्यक्रम COPA की संपूर्ण सामग्री के डिजिटलीकरण का समर्थन कर रहा है और नए विकसित डिजिटाइज्ड ब्लेंडेड कंटेंट और फ्यूचरिस्टिक स्किल्स पर एनएसटीआई और आईटीआई में प्रशिक्षकों / संकायों की क्षमता का निर्माण करने के लिए संकाय विकास कार्यक्रमों के संचालन में भी समर्थन कर रहा है।

 

स्वयं सीखने वाले डिजिटल ट्यूटोरियल के साथ ब्लेंडेड कंटेंट को शिक्षकों को हैंडहोल्डिंग प्रदान करके प्रतिवर्ष 3000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में इस पाठ्यक्रम को 1 लाख 20 हजार से अधिक छात्रों तक पहुँचाया जा सकता है। इसलिए, एक ही बुनियादी ढांचे के साथ COPA पाठ्यक्रम में छात्रों की मौजूदा संख्या को दोगुना करने की संभावना होगी और इससे कक्षा के लिए घंटे भी कम हो जाएंगे और यह छात्र-शिक्षक की अनुबधता को कम करने में सहायक होगा। मानकीकृत तरीके से इस ब्लेंडेड शिक्षण मोड से प्रशिक्षु छात्रों को प्राथमिक स्तर पर बुनियादी डिजिटल कौशल सीखने में मदद मिलेगी और उसके बाद नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा सहित उन्नत स्तर के माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस टेक्नोलॉजीज भी सीखने में मदद मिलेगी।

इस पहल पर टिप्पणी करते हुए माननीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री ने कहा कि, “डीजीटी-माइक्रोसॉफ्ट साझेदारी के माध्यम से हम शिक्षा में डिजिटलीकरण को सक्षम करके हजारों छात्रों को लाभान्वित करने का लक्ष्य बना रहे हैं और उम्मीद है कि यह जल्द ही और अधिक छात्रों और शिक्षकों तक पहुंच जाएगा। महामारी के कारण हम तेजी से डिजिटल की ओर बढ़ रहे हैंये नई सीखने की पहल तकनीकी और बाजार-उन्मुख कौशल के साथ युवा शिक्षार्थियों को सशक्त बनाएगी।

एमएसडीई के सचिव श्री प्रवीण कुमार ने देश में स्किलिंग इकोसिस्टम को बढ़ाने पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि, “कौशल विकास को बुनियादी ढांचेशिक्षाशास्त्रपाठ्यक्रम और तकनीकी हस्तक्षेप के मामले में लगातार उन्नत और आधुनिक बनाया जा रहा है। हम धीरे-धीरे उद्योग की अपेक्षाओं और मांगों के अनुसार कौशल प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। छात्रोंप्रशिक्षकों और स्व-शिक्षार्थियों के समर्थन में डिजिटलीकरण के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण पहल को बढ़ावा देने में नए हस्तक्षेपों के लिए डीजीटी- माइक्रोसॉफ्ट का आपसी सहयोग को स्वीकार करते हुए मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है।

इस संबंध में अपने विचार साझा करते हुए, डीजीटी के प्रशिक्षण महानिदेशक और अतिरिक्त सचिव ने कहा कि, “एक संगठन के रूप में प्रशिक्षण महानिदेशालय अपने पाठ्यक्रमों के माध्यम से गुणवत्ता व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके परिणामस्वरूप सीखने और कौशल के नए मॉडल अपनाकर व्यक्तिगत और मानकीकृत शिक्षा प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। ब्लेंडेड शिक्षण शिक्षार्थियों को संलग्न रखने का एक लचीला और अनुकूल तरीका है, जबकि प्रशिक्षकों को छात्रों की आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा करने की अनुमति देता है। बिना शर्त के हमारे छात्रों के भीतर व्यापक कौशल विकसित करने और रोजगार की क्षमता बढ़ाने के लिए, और साथ ही भविष्य के प्रशिक्षकों को भविष्य के कौशल सीखने के मॉड्यूल के माध्यम से निर्विवाद रूप से माइक्रोसॉफ्ट के साथ भागीदारी करके डीजीटी को प्रसन्नता हुई है।

इस अवसर पर माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने कहा कि, “उद्योग प्रासंगिक डिजिटल कौशल के साथ शिक्षार्थियों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है क्योंकि हम आर्थिक लचीलापन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ महीनों ने अपस्किलिंग की आवश्यकता अधिक महसूस हुई है और यह स्पष्ट रूप से हमने देखा है कि भविष्य में सीखने के लिए हमें प्रौद्योगिकी की अधिक आवश्यकता होगी। डीजीटी और नैसकॉम फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी आज के शिक्षार्थियों को कल की नौकरियों में कामयाब होने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने की इस नींव पर बनी है।

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