Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 05 दिसंबर 2020 -प्रसार शिक्षा निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा 4 दिसम्बर, 2020 को कृषि में महिला दिवस का आयोजन आॅनलाइन किया गया। बैठक में सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों – बांसवाड़ा, भीलवाड़ा प्रथम एवं द्वितीय, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमन्द, विद्याभवन उदयपुर प्रथम, वल्लभनगर उदयपुर द्वितीय की कुल 300 कृषक महिलाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रो. एस.एल.मून्दड़ा, निदेशक प्रसार शिक्षा ने सभी आगंतुओं का स्वागत किया व साथ ही प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा महिला सशक्तिकरण गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने माननीय कुलपति ने बताया कि महिला अपने आपमें पूरी संस्था है। महिला योद्धा है। पुरूषों के मुकाबले महिला बुद्धि प्रधान है। यादि पुरूष 7-8 घण्टे प्रतिदिन कार्य करता है तो वहीं महिला 12-13 घण्टे कार्य करती है। महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत ज्यादा होता है अभी कोरोना में अनुसंधान के परिणाम बताते हैं कि जहां महामारी ने 60 प्रतिशत पुरूषों को कोरोना हुआ वही सिर्फं 40 प्रतिशत महिलाएं इससे प्रभावित हुई। खेती में महिलाएं 80 प्रतिशत तक कार्य करती है मगर यदि जमीन स्वामित्व की बात की जाए तो सिर्फ 13 प्रतिशत महिलाओं को ही जमीन का मालिकाना हक मिला हुआ है। अतः महिलाओं को उनका पूरा अधिकार मिलना चाहिये।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता प्रो. सरोज व्यास, निदेशक ने कृषक महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला जननी है और भूमि भी दोनों जन्मदाता है। एक धरती से अन्न उपजाती है दूसरी पूरे विश्व को भोजन उपलब्ध कराती है। कृषि में महिलाओं 80 प्रतिशत तक सहभागिता है मगर उन्हें निर्णय प्रक्रिया से दूर रखा जाता है। अतः इस क्षेत्र में भी इनकी सहभागिता को बढ़ावा देना चाहिये।
प्रो. रेखा व्यास क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधाान ने कृषक महिलाओं को कृषि के श्रम-साध्य साधनों के बारे में एक लघु फिल्म द्वारा जानकारी प्रदान की। प्रो. प्रकाश पँवार, विभागाध्यक्ष, प्रसार शिक्षा एवं संचार प्रबंधन ने महाविद्यालय द्वारा किये जा रहे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों एवं तकनीकी सहायक डाॅ. रश्मि दवे एवं दीपा इन्दोरिया ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद प्रो. लतिका व्यास, कार्यक्रम संयोजक ने दिया।
निदेशक प्रसार शिक्षा