Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 15 जनवरी 2021 – इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (”कंपनी”), जो भारतीय रेलवे की समर्पित बाजार ऋण शाखा है, 10 रु. फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर्स (”इक्विटी शेयर्स” और इस तरह का आरंभिक सार्वजनिक ऑफरिंग, ‘इश्यू’) सोमवार, 18 जनवरी, 2021 को अपने आईपीओ का बिड/इश्यू खोलेगी। यह इश्यू बुधवार, 20 जनवरी, 2021 को बंद होगा। इश्यू का प्राइस बैंड, 25 रु. से 26 रु. प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है।
इस आईपीओ में 10 रु. फेस वैल्यू के 1,782,069,000 इक्विटी शेयर्स शामिल हैं। इसमें 1,188,046,000 इक्विटी शेयर्स का फ्रेश इश्यू (”फ्रेश इश्यू”) और रेल मंत्रालय के जरिए दायित्वों का निर्वहन करते हुए, भारत के राष्ट्रपति के 594,023,000 इक्विटी शेयर्स का ऑफर फॉर सेल (”विक्रेता शेयरधारक”) (”ऑफर फॉर सेल”) शामिल है। इस इश्यू में पात्र कर्मचारियों (एतद् द्वारा परिभाषित) (”कर्मचारी आरक्षण हिस्सा”) द्वारा सब्सक्रिप्शन किये जाने हेतु कुल 5.00 मिलियन रु. तक का रिजर्वेशन शामिल है। कर्मचारी आरक्षण हिस्सा को घटाने के बाद शेष बचे इश्यू को नेट इश्यू कहा गया है।
न्यूनतम 575 इक्विटी शेयर्स और इसके बाद 575 इक्विटी शेयर्स के गुणकों में बोलियां लगायी जा सकती हैं।
यह ऑफर, सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) रूल्स, 1957 के 19(2)(बी) की शर्तों, यथा संशोधित (“एससीआरआर“), सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशंस, 2018, के विनियम 31 के साथ पढ़ें, (”सेबी आईसीडीआर रेगुलेशंस”) के अनुसार और सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 6(1) के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 6(1) के अनुसार, यह इश्यू बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें नेट इश्यू का अधिकतम 50 प्रतिशत हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (‘‘क्यूआईबी’’) (‘‘क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, हालांकि बैंक और विक्रेता शेयरधारक, बीआरएलएम के परामर्श से विवेकानुसार क्यूआईबी का 60 प्रतिशत हिस्सा तक एंकर निवेशकों (”एंकर निवेशक हिस्सा”) को आवंटित कर सकता है। इसमें से एक-तिहाई एंकर निवेशक हिस्सा घरेलू म्युचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते घरेलू म्युचुअल फंड्स से एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या इससे ऊपर की वैध बोलियां प्राप्त हों। एंकर इन्वेस्टर पोर्शन के कम सब्सक्रिप्शन होने या अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स नेट क्यूआईबी पोर्शन में शामिल हो जायेंगे। आगे नेट क्यूआईबी पोर्शन का 5 प्रतिशत हिस्सा केवल म्युचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, और क्यूआईबी का बाकी हिस्सा, म्युचुअल फंड्स सहित सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। हालांकि, यदि म्यूचुअल फंड्स की कुल मांग, नेट क्यूआईबी पोर्शन का 5 प्रतिशत से कम रहने पर, म्यूचुअल फंड पोर्शन में आवंटन हेतु उपलब्ध बाकी इक्विटी शेयर्स, क्यूआईबी को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने हेतु शेष नेट क्यूआईबी पोर्शन में जुड़ जायेगा।
आगे, सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार, नेट इश्यू का 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटित किये जाने और नेट इश्यू का 35 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। आगे, [●] इक्विटी शेयर्स, इम्प्लॉयी रिजर्वेशन पोर्शन के अंतर्गत बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते वैध बोलियां इश्यू मूल्य पर या इससे ऊपर प्राप्त हों। सभी संभावित बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (‘‘एएसबीए’’) प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेना होगा और इस हेतु, उन्हें अपने-अपने बैंक खातों की जानकारी देनी होगी जिसमें बोली राशि सेल्फ सर्टिफाइड सिंडिकेट बैंक्स (”एससीएसबी‘‘) द्वारा ब्लॉक कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
फ्रेश इश्यू से प्राप्त होने वाली शुद्ध आय का उपयोग 1) कंपनी के व्यवसाय को बढ़ाने हेतु उनकी भावी पूंजी आवश्यकताएं पूरी करने के लिए उनका इक्विटी पूंजी आधार बढ़ाने; और 2) सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों हेतु किये जाने का प्रस्ताव है।
इस इश्यू में पेशकश किये गये इक्विटी शेयर्स, बीएसई लिमिटेड (”बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (”एनएसई”, बीएसई के साथ, ”स्टॉक एक्सचेंजेज”) पर सूचीबद्ध किये जाने हेतु प्रस्तावित हैं।
डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स (पूर्व नाम आईडीएफसी सिक्योरिटीज लिमिटेड), एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं।
यहां बड़े अक्षरों में दी गयी सभी अपरिभाषित शब्दावलियों का अर्थ वही होगा जैसा कि रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (”आरएचपी”) में है।