Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 12 जनवरी 2021 – आप सभी को जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के जगद्गुरूत्तम उद्घोषित दिवस की 64वीं वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई ।
14 जनवरी सन् 1957, मकर सक्रांति का दिन वह स्वर्णिम ऐतिहासिक दिवस था जिस दिन श्री कृपालु महाप्रभु के रूप में समस्त विश्व को पंचम मूल जगद्गुरु प्राप्त हुए ।
काशी में स्थित तत्कालीन काशीविद्वतपरिषत् (भारतवर्ष के लगभग 500 मूर्धन्य विद्वानों की सभा) द्वारा इस दिन श्री कृपालु जी महाराज को न केवल ‘जगद्गुरु’ अपितु ‘जगद्गुरूत्तम’ की उपाधि से विभूषित किया गया । जगद्गुरु का अर्थ ही है समस्त विश्व का गुरु । अर्थात् श्री महाराज जी केवल अपने अनुयायियों के ही नहीं अपितु ‘काशी विद्वत परिषत्’ द्वारा उद्घोषित समस्त विश्व के गुरु हैं ।
निखिलदर्शनसमन्वयाचार्य होने के कारण ही वे पूर्ववर्ती चारों जगद्गुरुओं (आदि जगद्गुरु शंकराचार्य जी, आदि जगद्गुरु निंबार्काचार्य जी, आदि जगद्गुरु रामानुजाचार्य जी एवं आदि जगद्गुरु माध्वाचार्य जी ) से उत्तम अर्थात् जगद्गुरूत्तम कहलाये।
अतएव 14 जनवरी मकर सक्रांति का ये परम पावन दिवस सम्पूर्ण विश्व के लिए वंदनीय है । श्री महाराज जी जैसे जगद्गुरूत्तम को पाकर सम्पूर्ण विश्व गौरवान्वित हुआ है ।
अतएव इस पर्व को तो वास्तव में सम्पूर्ण विश्व में प्रत्येक व्यक्ति द्वारा मनाया जाने वाला वैश्विक पर्व होना चाहिए क्योंकि यह किसी जाति या संप्रदाय से संबद्ध नहीं है अपितु अज्ञानान्धकार में डूबी सम्पूर्ण मानवता के उत्थान से संबद्ध है ।
जिस प्रकार हमारा भारतवर्ष हमारी सनातन वैदिक संस्कृति के कारण विश्वगुरु कहलाता है उसी प्रकार वर्तमान काल में यथार्थ रूप में इस वैदिक संस्कृति के संवाहक के रूप मे जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज विश्वगुरु हैं । समस्त दर्शनों, समस्त आचार्यों, समस्त जगद्गुरुओं के विरोधाभासी सिद्धांतों का समन्वय करके सम्प्रदायवाद से दूर रहकर श्री महाराजजी ने जनकल्याणार्थ जो सार्वभौमिक वैदिक मार्ग प्रतिष्ठित किया है कलियुग में आज विश्व को इसी ‘जगद्गुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन’ की ही आवश्यकता है ।
अतएव समस्त विश्व से मेरी प्रार्थना है कि ऐसे करुणावरुणालय विश्वगुरु श्री कृपालु जी महाराज का महत्व समझकर, उनके अलौकिक दर्शन को अपनाकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें ।
एक बार पुन: आप सभी को इस महापर्व की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ।
एवं समस्त विश्व की ओर से विश्वगुरु श्री कृपालु महाप्रभु के पावनातिपावन चरण कमलों में कोटि-कोटि प्रणाम ।
सम्पूर्ण जगत के हृदय में श्री कृपालु महाप्रभु के अलौकिक ज्ञान का प्रकाश उदित हो इसी शुभकामना के साथ ।
#सुश्रीश्रीधरीदीदीप्रचारिकाजगद्गुरुश्रीकृपालुजीमहाराज।