Editor-Manish Mathur
जयपुर 23 फरवरी 2021 : अमेज़न इंडिया ने देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रति अपनी वचनबद्धता को और अधिक मजबूत बनाने के लिए महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ अपने साझेदारी की आज घोषणा की। अमेज़न इंडिया ने घोषणा की थी कि वर्ष 2025 तक भारत में अपने डिलिवरी व्हीकल्स की फ्लीट में 10,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) शामिल करेगा। ये ईवी, अमेज़न द्वारा क्लाइमेट प्लेज (जलवायु संकल्प) पर हस्ताक्षर करने के समय वर्ष 2030 तक डिलिवरी फ्लीट में 100,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स शामिल करने के वैश्विक संकल्प के अलावा हैं। महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ की गयी यह साझेदारी ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में भारत की प्रगति की दिशा में बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि इसके टिकाऊ पर्यावरण लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।
महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर वाहनों को अब तक सात बड़े शहरों – बेंगलुरू, नई दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर और लखनऊ में अमेज़न इंडिया के डिलिवरी सर्विस पार्टनर्स के नेटवर्क में उपयोग के लिए तैनात किया जा चुका है। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में हुई महत्वपूर्ण प्रगति ने उन्नत तकनीक, और बेहतरीन मोटर एवं बैटरी कंपोनेंट्स के निर्माण को बल दिया है। इसके अलावा, सरकार द्वारा भी देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है और जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं, जैसे कि ‘गो इलेक्ट्रिक‘। साथ ही, फेम 2 पॉलिसी के साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करने की दिशा में बढ़ाये गये कदमों से कंपनी को भारत में ईवी के अपने सपने को गति व स्वरूप देने में मदद मिली है। अमेज़न इंडिया की फ्लीट में इन इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया जाना, टिकाऊ आत्मनिर्भर भारत हेतु इलेक्ट्रिक मोबिलिटी एवं ‘मेक इन इंडिया‘ ईवी पर भारत सरकार के प्रयासों का पूरक भी है।
श्री नितिन गडकरी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री, भारत सरकार ने कहा, ”स्वच्छ ऊर्जा द्वारा चालित स्वच्छतापूर्ण आवागमन, जलवायु परिवर्तन से बचाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कारक है। अमेज़न इंडिया और महिंद्रा इलेक्ट्रिक के बीच हुई यह साझेदारी स्वागत-योग्य कदम है, जो ई–मोबिलिटी इंडस्ट्री में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति की पुष्टि करता है और हमारे टिकाऊ पर्यावरण लक्ष्यों को हासिल करने में ऑटो निर्माताओं एवं ई-कॉमर्स कंपनियों की भूमिका को रेखांकित करता है। हमें विश्वास है कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के उपयोग को प्रोत्साहन देने हेतु सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों, और नीतिगत उपायों द्वारा समर्थित इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने की दिशा में बढ़ाये गये कदमों से और भी कंपनियों को ई-मोबिलिटी को अपनाने में मदद मिलेगी। भारत की शानदार पब्लिक-एवं प्राइवेट-सेक्टर लीडरशिप, उद्यमिता संस्कृति, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की क्षमता, और आईटी एवं विनिर्माण कौशलों के अनूठे समन्वय से हम एडवांस्ड मोबिलिटी समाधानों में दुनिया में अग्रणी स्थान हासिल कर सकेंगे।”
अखिल सक्सेना, वाइस प्रेसिडेंट, फुलफिलमेंट ऑपरेशन्स, एपीएसी, एमईएनए और एलएटीएएम, अमेज़न ने कहा, ”हम ऐसी आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण के प्रति संकल्पित हैं जिससे हमारे परिचालनों का वातावरण पर कम से कम प्रभाव पड़ेगा। वर्ष 2025 तक हमारे इलेक्ट्रिक व्हीकल की फ्लीट को बढ़ाकर इसमें 10,000 वाहनों को शामिल किया जाना, इंडस्ट्री में सस्टेनेबिलिटी लीडर बनने के हमारे सफर का एक अभिन्न माइलस्टोन है। हम ‘मेड इन इंडिया‘ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की फ्लीट बनाने के लिए कई ओईएम के साथ काम करते रहेंगे, जिससे ग्राहकों के ऑर्डर्स की टिकाऊ एवं सुरक्षित डिलिवरीज सुनिश्चित हो सके, महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ यह साझेदारी हमारी वचनबद्धता का प्रमाण है।”
सितंबर 2019 में, अमेज़न, क्लाइमेट प्लेज का पहला हस्ताक्षरकर्ता बन गया, जिसमें कहा गया है कि कंपनी, पेरिस समझौता के 2050 के लक्ष्य से एक दशक पहले ही 2040 में अपने व्यवसायों में शुद्ध शून्य कार्बन का लक्ष्य हासिल कर लेगी। ‘द क्लाइमेट प्लेज’ से जुड़कर और कम समय में कार्बन घटाने के लिए सहमति देकर, हस्ताक्षरकर्ता निम्न-कार्बन उत्पादों एवं सेवाओं के विकास में निवेश बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जिससे कंपनियों को प्रतिज्ञा पूरा करने में मदद मिलेगी। द क्लाइमेट प्लेज प्रतिबद्धता के समर्थन में 2040 तक कार्बन-शून्य होने के संकल्प के मद्देनजर, 2022 तक 10,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन और वर्ष 2030 तक 1,00,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन दुनिया भर में ग्राहकों की सेवा में सड़क पर होंगे।
महिंद्रा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के एमडी और सीईओ महेश बाबू ने कहा, “हम अपने डिलीवरी पार्टनर के फ्लीट में महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर ईवी को तैनात करने में अमेज़न के साथ साझेदारी करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि, यह भारत की लॉजिस्टिक्स और लास्ट-माइल डिलिवरी आवश्यकताओं को नये सिरे से परिभाषित करेगा और साथ ही साथ महिंद्रा एवं अमेज़न को हमारे टिकाऊपन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। ट्रेओ ज़ोर 8 किलोवाट की सर्वश्रेष्ठ इन-इंडस्ट्री पावर और 550 किलोग्राम के उच्चतम-इन-क्लास पेलोड के साथ एक अद्वितीय ग्राहक मूल्य प्रस्ताव प्रदान करता है। हमें खुशी है कि यह मेक-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक कार्गो देश में ईवीएस के लिए अमेज़न के डिलीवरी पार्टनर फ्लीट में योगदान देगा। तीन पहिया वाहनों की हमारी ट्रेओ रेंज की सफलता ने साबित कर दिया है कि लास्ट-माइल सेगमेंट में इलेक्ट्रिक वाहन हमारे ग्राहकों के साथ-साथ व्यापक रूप से समाज के लिए भी लाभदायक हैं।”
महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर को अक्टूबर 2020 में लॉन्च किया गया था और उन्नत लिथियम-आयन बैटरी युक्त, ट्रेओ ज़ोर को चार्ज करना आसान है, क्योंकि डिलीवरी पार्टनर्स के लिए विभिन्न स्थानों पर वाहनों को चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध है। महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर को भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है और इंडस्ट्री में इसका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है। इसके अतिरिक्त, इसमें वायर टेक्नोलॉजी से ड्राइव करने की सुविधा है, जिससे ड्राइविंग में थकान का अनुभव नहीं होता है; इसका लोडिंग एवं अनलोडिंग समय भी कम है, और इसका व्हीलबेस, इंडस्ट्री में सबसे बड़ा है; ये खूबियां इसे संपूर्ण रूप से सुरक्षित एवं स्टेबल बनाती हैं।